अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: सूरजकुंड इलाके में लगभग सुबह के साढ़े 10 बजे “अथर्व न्यूज़” के संपादक और एनडीटीवी इंडिया न्यूज़ चैनल,फरीदाबाद के पत्रकार अजीत सिन्हा नेबेजुबान हजारों जानवरों के बीच पहुंच कर केले खिलाए। इस विशेष कार्यक्रम में सूरजकुंड थाने के एसएचओ कुलदीप सिंह व ग्रीन फिल्ड कालोनी पुलिस चौकी इंचार्ज विष्णु मित्र शामिल हुए और इस केला वितरण करने में इन्होनें सहायता की और टीम का हौंसला भी बढ़ाया। इस कार्यक्रम को पूरी तरह से सफल बनाने में अभिषेक सिन्हा, आकर्षण सिन्हा व अथर्व सिन्हा, हीरा लाल ने भरपूर दिल से साथ दिया। ये सभी लोग मेरे परिवार के सदस्य हैं।
अजीत सिन्हा ने अनुभव शेयर करते हुए कहा कि आज सुबह लगभग साढ़े 10 बजे अपने कार में ताजा केला के 7 कैरेट रखें, एक कैरेट में 12 दर्जन केला होते हैं,इस हिसाब से कुल 1008 केले थे जोकि कार के डिक्की में भरे हुए थे। इसके वितरण करने के लिए सबसे पहले एमवीएन चौक से पाली -गुरुग्राम रोड, लगभग पांच किलो मीटर अंदर फरीदाबाद से पहुंचे।
वहां पर जैसे ही मेरी कार वहां पर रुकी तो अपने-आप गायों एक झुंड जोकि रोड किनारे बैठी हुई थी वह चल कर कार के नजदीक आ गई और गायों को लगा की कुछ खाने का सामान लेकर आए हैं। इन जानवरों को अपनी ओर आते देख कर मेरा दिन तो बिल्कुल खुश हो गया। जब गायों को थोड़ा बहुत खाने का इंतजार करवाया तो वह सभी गाय निराश हो कर लौटने लगे। इस बात का मुझे भी बहुत दुःख हुआ और मन एक अलग दर्द महसूस भी हुआ। क्यूंकि गए तो इन बेजुबान जानवरों के लिए ही थे। लौटते गायों के आगे जाकर अचानक से सभी लोग अपने -अपने हाथों में दर्जनों केला लेकर पहुंचे तो गायों में ख़ुशी का अंदाजा नहीं रहा और सभी गायों को अपने हाथों से केला खिलाया, तब तक उपस्थित गाय खाते हुए थक नहीं गए।
उनका कहना हैं कि इसके बाद अपनी कार को थोड़ा और आगे बढ़या तो वहां देखा कि सड़क के किनारे झड़ियों में बंदरों का काफी बड़ा झुण्ड था। इसमें छोटे-बड़े, बुजुर्ग तरह के बंदर शामिल थे। यहां पर लगभग पौन घंटे तक बंदरों को केला खिलाया दिया गया और सभी बंदर केले को छील कर खाने लगे। इसे देख कर ये लगा की जिस मक़सद से यहां आना हुआ हैं वह बिल्कुल सफल हो गया और दिल को एक शकुन मिला।
यहां के बाद मेरी टीम की कार सूरजकुंड मेले के मेन गेट के सामने जैसे ही पहुंची और मेरी कार रुकी और कार की डिक्की खोल कर केला निकाला तो एक साथ सैकड़ों बंदर एक दम से मेरे बिल्कुल नजदीक आ गई और मेरे कपड़ों को खींच -खींच कर केला मांगने लगे। और सभी को एक -एक करके केला देने बाद भी बंदरों की संख्या बढ़ती ही रही थी। इसी तरह से मेरे टी-शर्ट को खींच कर केला मांग रहे थे कि जैसा की लग रहा था की मेरा छोटा भाई कह रहा हो कि पहले मुझे दो, पहले मुझे दो, इसके बाद आमंत्रित करने पर थोड़ी देर के लिए सूरजकुंड थाने के एसएचओ कुलदीप सिंह व ग्रीन फील्ड कालोनी, पुलिस चौकी के इंचार्ज विष्णु मित्र भी पहुंच गए और मेरी टीम में कुल चार लोग थे में जोश भरने का शानदार काम किया और अपने हाथों से गायों और बंदरों को केला खिलाया।