अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नोएडा के सेक्टर- 24 थाना पुलिस और और एंटी व्हीकल थैफ्ट टीम ने ऑनलाइन डिमांड पर नेपाल सहित अन्य राज्यों में कारें बेचने वाले इंटर स्टेट वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश कर पांच बदमाशों को लॉजिक्स मॉल के पास से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों से चोरी की 10 लग्जरी कारें बरामद की हैं। इसमें दो फॉर्च्यूनर, एक इनोवा, एक स्कार्पियो, एक वरना, एक स्विफ्ट, एक सेंट्रो, एक आल्टो, एक बोलेरो और एसेंट कार शामिल है। इस गैंग के दो बदमाश फरार है जिनकी तलाश में जुटी हुई है।
पुलिस की गिरफ्त में खड़े हारुन सैफी, गुलफाम उर्फ कटोरा, साजिद, युसूफ और अमित कुमार अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह ‘कबूतर के गुर्गे है। ये जानकारी नोएडा सेंट्रल ज़ोन डीसीपी राजेश एस ने सैक्टर 14ए कंट्रोल रूम में आयोजित प्रेस कॉन्फेरेंस में दी। डीसीपी ने बताया कि गैंग का सरगना हारुन सैफी है जबकि इस गैंग के दो बदमाश फरार है जिनकी तलाश में जुटी हुई है। पुलिस ने आरोपियों से चोरी की 10 लग्जरी कारें बरामद की हैं। इसके अलावा आरोपियों से स्कैनर प्रिंटर, स्कैनर पैड, वेल्डिंग मशीन, एक टूल किट व बॉक्स, पेचकश, वायरिंग चेक करने का मीटर, एक सिलेंडर, पेच खोलने की मशीन, नंबर लगाने की मशीन, बोल्ट खोलने की चाबियां , कई जोड़ी गाड़ियों की नंबर प्लेट, गाड़ियों की चाबी की चिप और 42 आधी बनी चाबियां सहित अन्य उपकरण बरामद किए हैं।
डीसीपी ने बताया कि गैंग ने नोएडा-एनसीआर से 500 से ज्यादा लग्जरी कारें चोरी की हैं। हारुन , गुलफाम, अमित सहित फरार आरोपी इश्तियाक, उमर उर्फ बोना, चना, हासिम, आकिल गाड़ियां चोरी करते थे। साजिद स्कैनर टैब टूल सॉफ्टवेयर से दूसरी चाबी तैयार करता था। ऑनलाइन डिमांड के आधार पर ऊंचे दामों पर गाड़ियों को दिल्ली के कबाड़ी परमजीत उर्फ पम्मा, राजीव सुंदर नगरी को बेचता था। युसूफ गाड़ियों पर टेंपरिंग करता था। फिर ऑनलाइन डिमांड के आधार पर चोरी की गाड़ियों को विभिन्न प्रदेशों में बेचता था। आरोपियों ने अभी तक नेपाल के अलावा पंजाब, कश्मीर, झारखंड, बिहार, महाराष्ट्र व उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न प्रदेशों में चोरी की गाड़ियों को ऑनलाइन डिमांड पर बेचा जाता था ।
फॉर्च्यूनर-साढ़े तीन लाख, इनोवा-तीन लाख, स्कॉर्पियो-ढाई लाख, वरना-दो लाख, स्विफ्ट-70 हजार, सेंट्रो और अल्टो को 30 से 50 हजार रुपये में बेच दिया जाता था। आरोपियों के खिलाफ दिल्ली, हरियाणा, मेरठ, नोएडा सहित एनसीआर में चोरी के एक दर्जन से ज्यादा केस दर्ज हैं। आरोपी प्रत्येक कार का नाम कोड वर्ड में लेते थे। वह फॉर्च्यूनर और इनोवा को कबूतर के नाम से पुकारते थे। इसी वजह से इस गिरोह को एनसीआर में कबूतर गिरोह के नाम से जाना जाता है। आरोपी युसुफ अपने गांव सेठा में टोनाटोटके का काम करता है। उसे गिरोह में नींबू काटा बाबा के नाम से बुलाया जाता है। वह टोना टोटके की आड़ में अपने मकान के नीचे आहते में चोरी की कारों को टैम्पर करता था।
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