अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा तथा कौशल आधारित प्रशिक्षण देकर उनकी रोजगार क्षमता में वृद्धि करने के उद्देश्य से वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद और हरियाणा विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय परस्पर सहयोग को लेकर एक समझौता किया है। इस समझौते के अंतर्गत हरियाणा सरकार की सक्षम युवा योजना के तहत एक कौशल प्रमाणन पाठ्यक्रम तथा एक साइबर व नेटवर्किंग सिक्योरिटी पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा ।
इस समझौते पर वाईएमसीए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार तथा हरियाणा विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति राज नेहरू ने हस्ताक्षर किए । इस अवसर पर संकायाध्यक्ष (अकादमिक) डॉ. विक्रम सिंह, सूचना-प्रौद्योगिकी विभाग के अध्यक्ष डॉ अतुल मिश्रा, कुलपति के कार्यकारी अधिकारी डॉ. राजीव कुमार तथा कौशल विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों में संयुक्त निदेशक कर्नल उत्कर्ष राठौड़, उपनिदेशक संजय भारद्वाज, सहायक निदेशक चंचल, वरिष्ठ कौशल समन्वयक मीनाक्षी, उप कुल सचिव डॉ. ललित तथा सहायक कुल सचिव संजीव उपस्थित थे। इस अवसर पर बोलते हुए कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि वाईएमसीए विश्वविद्यालय द्वारा कौशल विश्वविद्यालय के साथ समझौता परस्पर अकादमिक सहयोग के माध्यम से कौशल आधारित शिक्षा को प्रोत्साहित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है और यह राज्य में कौशल आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने में बड़ा योगदान देगा। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों के बीच परस्पर सहयोग से आयोजित पाठ्यक्रमों का लाभ विद्यार्थियों को होगा क्योंकि इससे विद्यार्थियों को रोजगार के लिए जरूरी कौशल तथा नवीनतम तकनीकी ज्ञान प्राप्त होगा और वे औद्योगिक जरूरत के अनुसार खुद को योग्य बना सकेंगे।
हरियाणा विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति राज नेहरू ने कहा कि कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना का उद्देश्य कौशल तथा कौशलता आधारित शिक्षा एवं अनुसंधान को बढ़ावा देना, अर्थव्यवस्था के उभरते हुए क्षेत्रों में उद्यम विकास तथा इन उद्यम क्षेत्रों से संबद्ध अन्य क्षेत्रों में कौशलता के स्तर को बढ़ाना है। उन्होंने बताया कि वाईएमसीए विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में कौशल विश्वविद्यालय साइबर व नेटवर्किंग सिक्योरिटी से जुड़े खतरों व चुनौतियों को लेकर बेहतर जानकारी एवं समझ प्रदान करने के उद्देश्य से पाठ्यक्रम शुरू करेगा, जिसमें साइबर व नेटवर्किंग सिक्योरिटी की अवधारणा से जुडे अनुप्रयोगों को लेकर प्रयोगात्मक अनुभव दिया जाएगा । पाठ्यक्रम औद्योगिक जरूरतों के अनुरूप रहेगा, जिसमें विद्यार्थियों को ऑपरेटिंग सिस्टम को सुरक्षित बनाने, जोखिम मूल्यांकन, सुरक्षित नेटवर्क डिजाइन करने, वेबसाइट की सुरक्षा का आकलन करने तथा साइबर सुरक्षा से जुड़ी घटनाओं उचित कार्रवाई करने संबंधी अध्ययन करने का अवसर मिलेगा। यह पाठ्यक्रम शुरूआत में वाईएमसीए विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग व प्रौद्योगिकी से संबंधित पाठ्यक्रमों के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए रहेगा। इन पाठ्यक्रमों से उत्तीर्ण विश्वविद्यालय के पूर्व विद्यार्थी भी पाठ्यक्रम से जुड़ सकते है।
इसी प्रकार, समझौते के अंतर्गत वाईएमसीए विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में कौशल विश्वविद्यालय सक्षम युवा योजना के तहत एक कौशल प्रमाणन पाठ्यक्रम शुरू करेगा। इस पाठ्यक्रम को युवाओं को संचार तथा जीवनयापन के लिए जरूरी कौशल जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है ताकि वे जरूरी प्रशिक्षण एवं कौशल हासिल कर रोजगार के सक्षम बन सके और अपने जीवन को बेहतर बना सके। यह कार्यक्रम हरियाणा सरकार की सक्षम युवा योजना के अंतर्गत सक्षम पोर्टल पर पंजीकृत युवाओं के लिए है, जिसके लिए युवाओं को पोर्टल पर पंजीकृत करवाना अनिवार्य है। इस अवसर पर प्रो. दिनेश कुमार तथा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति श्राज नेहरू ने वाईएमसीए विश्वविद्यालय के प्रांगण में पौधारोपण भी किया।