अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज के फैक्ल्टी ऑफ इंजीनियरिंग के सिविल डिपार्टमेंट की और से पांच दिवसीय एफडीपी का आयोजन किया गया। यह एफडीपी एआईसीटीई ट्रेनिंग एंड लर्निंग अकैडमी (ATAL) द्वारा स्पॉन्सर किया गया था। पांच दिवसीय एफडीपी में कंटेंपरेरी एडवांसिस इन सस्टेनेबल एंड इंटीग्रेटिड इन्फ्रास्ट्रक्चर पर हुई चर्चा की गई।
इसका मुख्य उद्देश्य तकनीकी प्रगति से संबंधित संकाय के शिक्षण और अन्य कौशल में सुधार करना है। एफडीपी से न केवल तकनीकी शिक्षा से संबंधित व्यावसायिक प्रथाओं को बढ़ाने पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, बल्कि यह संकाय को उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने के लिए भी प्रोत्साहित करता है।
इन मुख्य बिंदुओं पर एफडीपी में चर्चा की गई
· बुनियादी ढांचे के विकास में सतत अभ्यास
· स्थिरता, ग्रीन बिल्डिंग
· सिविल इंजीनियरिंग में मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अनुप्रयोग
· भवन सूचना मॉडलिंग में प्रगति
· निर्माण सुरक्षा और गुणवत्ता प्रबंधन
· रिस्क अनैलेसिस
· परिवहन और भू-तकनीकी प्रणालियों का मॉडलिंग और अनुकरण
· सिविल इंजीनियरिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर में जीआईएस
· सस्टेनेबल कंस्ट्रक्शन मैटिरियल्सइस कार्यक्रम में एमआरआईआईआरएस के वीसी डॉ. संजय श्रीवास्तव, डॉ. प्रदीप कुमार प्रो-वीसी और डीन एफईटी, एचओडी डॉ. सुनीता बंसल, डॉ. अंजली गुप्ता, यमन हूडा, TERI, भारत के श्री प्रकाश, GRIHA काउंसिल के सीईओ और सीनियर डायरेक्टर संजय सेठ कई गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया।