अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: आज फरीदाबाद के होमर्टोन स्कूल, सेक्टर- 21 ए के प्रांगण में राजस्थान कबड्डी लीग (आर के एल) के सीजन-1 के सफल और शानदार आयोजन के बाद सीजन- 2 नवम्बर 20 21 में आयोजित होने जा रहा है। जिसके पहले चरण के ट्रायल्स फरवरी माह में राजस्थान के 9 शहरों में आयोजित हो चुके हैं । देश- प्रदेश के हजारों खिलाड़ियों ने इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है। इस् मौके पर पूर्व मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि आर के एल भारत देश- प्रदेश व राजस्थान के कबड्डी खिलाड़ियों के लिए प्रोफेशनल प्लेटफार्म पर खेलने का सुनहरा मौका है। गांव की मिट्टी से जुड़ा ये खेल अब खेल नहीं बच्चों का भविष्य बन चुका है और प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के लिए यह एक बड़ा मंच साबित हो रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर की लीग प्रो कबड्डी के बाद पूरे भारत में कोई एसी प्लेटफार्म नहीं है जहां दूसरे खिलाड़ियों को मौका मिल सके। राजस्थान कबड्डी लीग एक ऐसा ही प्लेटफार्म है जहां सभी खिलाड़ियों के लिए जगह है।
राजस्थान कबड्डी लीग के फाउंडर व सीईओ शुभम चौधरी ने जानकारी दी की गुलाबी नगर जयपुर में आयोजित इस लीग के सीजन 2 में इस साल कुल 10 टीमें हिस्सा ले रही हैं, जो सीजन 1 की 8 टीमें से दो टीमें ज्यादा हैं, सीजन 2 में खेलने वाले सभी खिलाड़ियों को बेस प्राइस 10,000 रखा है। राजस्थान के कोने-कोने से प्रतिभाओं को तलाशने के लिए राजस्थान कबड्डी लीग के दूसरे चरण के ट्रायल्स हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश व राजस्थान के मुख्य शहरों में शुरू हो गये हैं। लीग का उद्देश्य है कि जिस तरह हरियाणा के हर गांव में इस खेल के प्रति उत्साह और स्पर्धा है, उसी तरह राजस्थान में भी खिलाड़ियों को इस खेल के प्रति जागरुख किया जाए और खिलाड़ियों के ऐसे हुनर को राज्य स्तर पर पहचान कर स्पोर्ट्स सुविधाएं और खेलों में प्रतिस्पर्धा बढ़ाने के लिए प्लेटफार्म मिले। राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में पेशेवर खेलों को बढ़ावा देना और दूरदराज के क्षेत्रों में वास्तविक प्रतिभा को सामने लाना आर के एल का मिशन है। युवा प्रतिभाओं की पहचान करना, उन्हें प्रशिक्षित करना और कबड्डी को पेशेवर रूप से अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर स्थान दिलाना है। इस मौके पर सैकडो खिलाड़ियों ने ट्रायल में नाम लिखवाया और मुख्यातिथि पूर्व मंत्री विपुल गोयल ने सभी खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाते हुए उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी ओर् कहा की खिलाड़ियों को चैंपियन बनाने के लिए प्रदेश सरकार अब खिलाड़ियों को और निखारने का काम करेगी। इसके लिए प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में विभिन्न नई योजनाएं तैयार कर रही हैं। हालांकि कोरोना काल में खिलाड़ियों के खेल मुकाबले नहीं हो पाए मगर देश की मेडल फैक्ट्री कहे जाने वाले हरियाणा में खिलाड़ियों ने अपना अभ्यास जारी रखा और अब खिलाड़ी पूरी तरह एक्टिव मोड में हैं। विपुल गोयल ने कहा की राज्य में लागू ‘हरियाणा खेल एवं शारीरिक गतिविधियां नीति -2015’ खिलाड़ियों के मनोबल को बढ़ाने का काम किया है। हरियाणा सरकार जानती है कि प्रदेश की माटी में पैदा हुए म्हारे खिलाड़ी नेशनल और इंटरनेशनल मुकाबलों में चमकना भी जानते हैं और मेडल झटकना भी। सरकार ने अब फैसला किया है कि ओलंपिक व पैरालंपिक खिलाड़ियों को मुकाबले से पहले तैयारियों के लिए एडवांस राशि दी जाएगी। पहले ओलंपिक व पैरालंपिक खेलने के बाद खिलाड़ियों को 15 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि सरकार देती थी। जबकि ओलंपिक व पैरालंपिक की तैयारी कर रहे खिलाड़ियों को प्रोत्साहन राशि की तैयारी के समय बेहद जरूरत होती है। ऐसे समय में खिलाड़ी को डाइट व अन्य कई तरह के सामान की जरूरत होती है। जिस पर काफी खर्च आता है। इसलिए ओलंपिक व पैरालंपिक में क्वालीफाई करने वाले खिलाड़ियों को पांच लाख रुपये एडवांस दिए जाएंगे। उम्मीद है की आगे भारत की झोली में स्वर्ण पदको की संख्या में इजाफा होगा और भारत का विश्वगुरु बनने का सपना माननीय प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी की अगुवाई और कुशल- मजबूत नेतृत्व में जरूर साकार होगा।इस मौके पर राजदीप सिंह डायरेक्टर स्कूल होमर्टन, अर्चना डोगरा, प्रधानाचार्य, निर्मल व्यास, विनोद बंसल, महावीर सिंह, सचिन नागपाल आदि लोग उपस्थित थे।
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