अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : दिल्ली से मथुरा जा रही लोकल शटल में हुई चाकूबाजी के बाद हत्या के मामले को चार दिन गुजर जाने के बाद भी मामला शांत नहीं हुआ है। ईद के त्योहार पर आज हजारों ग्रामीणों ने अपने बाजू पर काली पट्टी बांधकर नमाज अदा की, लेकिन ग्रामीणों का कहना था कि नमाज अदा करना जरूरी होता है लेकिन उनका जो दुख है वह कम नहीं हो पाया है।क्योंकि आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर चल रहे हैं।
फरीदाबाद : दिल्ली से मथुरा जा रही लोकल शटल में हुई चाकूबाजी के बाद हत्या के मामले को चार दिन गुजर जाने के बाद भी मामला शांत नहीं हुआ है। ईद के त्योहार पर आज हजारों ग्रामीणों ने अपने बाजू पर काली पट्टी बांधकर नमाज अदा की, लेकिन ग्रामीणों का कहना था कि नमाज अदा करना जरूरी होता है लेकिन उनका जो दुख है वह कम नहीं हो पाया है।क्योंकि आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर चल रहे हैं।
नमाज करते हुए हजारों लोगों का यह दृश्य बल्लभगढ़ के गांव खंदावली का है, जहां के रहने वाले जुनैद नामक युवक की अज्ञात लोगों ने चलती ट्रेन में चाकू से गोदकर मौत के घाट उतार दिया था। इस हादसे में जुनैद के साथ दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जो आज भी दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं नमाज के दौरान अस्पताल में भर्ती युवकों की सलामत के लिए गांव के लोगों ने दुआएं मांगी। काली पट्टी बांधकर नमाज अदा करने के बाद बाहर आए जावेद की माने तो जुनैद की मौत के बाद पूरे गांव में शोक का माहौल है, जिस के विरोध में आज उन लोगों ने काली पट्टियां बांधी है। ग्रामीणों की तो सरकार से बस यही मांग है कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए तथा पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए। इसके अलावा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाए। मृतक जुनैद के पिता जलालुद्दीन की मानें तो कल उनके पास जो विधायक आए थे व उनमें से सरकार का कोई भी विधायक नहीं था। अभी तक सरकार ने इस बारे में कोई भी संज्ञान नहीं लिया है। उनकी तो बस यही मांग है कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए तथा उन को सख्त सजा दिलाई जाए।