अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) नोएडा और सूरजपुर कोतवाली पुलिस ने नशीले पदार्थों के एक अंतरराज्यीय नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए गांजे की तस्करी करने वाले छह तस्करों को अरेस्ट किया है। आरोपितों के पास से ढाई क्विंटल गांजा बरामद किया है, अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत लगभग 1.25 करोड़ रुपये बताई गई है। तस्करो के कब्जे से गांजा के साथ ही महिद्रा पिकअप गाड़ी, स्विफ्ट कार, तीन मोबाइल फोन, तीन आधार कार्ड व एक ड्राइविग लाइसेंस बरामद किया गया।
एसटीएफ के गिरफ्त में ढाई क्विंटल गांजे के साथ बैठे फिरोज खान, अमित, जितेंद्र कुमार सविता , महेश, सचिन कुमार और सोनी अंतरराज्यीय स्तर के मादक पदार्थों के तस्कर हैं, जिनका नेटवर्क विभिन्न राज्यों में फैला है। ये तस्कर आंध्र प्रदेश, ओडिशा और छत्तीसगढ़ से तस्करी कर एनसीआर में गांजे की फुटकर बिक्री करते थे। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) नोएडा यूनिट और सूरजपुर कोतवाली पुलिस ने इन आरोपितों को उस समय अरेस्ट किया जब ये तस्कर पिकअप वाहन और स्विफ्ट कार में लादकर दिल्ली और एनसीआर सप्लाई करने के लिए ला रहे थे। एसटीएफ एएसपी राजकुमार मिश्रा ने बताया कि मुखबिर से मिले इनपुट पर सूरजपुर कोतवाली पुलिस की मदद से इन छह आरोपितों को एनटीपीसी पुश्ता रोड़ से अरेस्ट कर लिया। आरोपितों के कब्जे से एक पिकअप वाहन और कार बरामद हुई है।
जिनमें ढ़ाई क्विंटल गांजा जो झारखंड व उड़ीसा से लाया गया था। आरोपितों ने महिद्रा पिकअप में कद्दू के नीचे गांजा छिपा कर रखा था। इसके अलावा तीन मोबाइल फोन, तीन आधार कार्ड व एक ड्राइविंग लाइसेंस बरामद किया गया।अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करीब 1.25 करोड़ रुपये बताई गई है। आरोपित तस्करी कर लाए गए गांजे को दो से तीन गुना अधिक कीमत पर बेचते थे।राजकुमार मिश्रा ने बताया कि आरोपित फिरोज खान ने पूछताछ के दौरान बताया वह साहिबा बाद मंडी में सब्जी बेचता था। मौसेरे भाई बांदा निवासी सिद्दीकी उर्फ गुड्डू के संपर्क में आने के बाद गांजा तस्करी में लिप्त हो गया। फिरोज ओडिशा एवं आंध्रप्रदेश से 2000 से 2500 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से गांजा खरीदकर दिल्ली-एनसीआर में लाकर बेचता था। लगभग तीन साल पहले फिरोज ने आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम से गांजा लाकर तस्करी शुरू की थी। कुछ माल गाजियाबाद में भी बेचा गया था। इसमें अच्छा फायदा हुआ था।उसके बाद से उड़ीसा व आंध्र प्रदेश से गांजा लाकर बेच रहा था। दो से ढाई हजार रुपये प्रति किलो गांजा लाकर दिल्ली-एनसीआर में दस से पंद्रह हजार रुपये किलो के हिसाब से बेच रहे थे. कुछ वर्ष पहले आंध्र प्रदेश में ही अमित व अन्य आरोपितों से मुलाकात होने पर उसने गिरोह बना लिया था। सभी आरोपित पिछले कई सालों से गांजे की तस्करी कर रहे थे। वे गांजे की आपूर्ति दिल्ली-एनसीआर में करते थे।
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