अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ बीते एक महीने से प्रदर्शन कर रहे 81 गांवों के किसानों ने भारतीय किसान परिषद के नेतृत्व में तिरंगा यात्रा निकाली। किसानों प्राधिकरण के चक्कर काट कर भजन गाए तथा हाथों में तिरंगा लेकर गांधीवादी तरीके से प्रदर्शन किया।लेकिन इस प्रदर्शन के समय उस समय एक हादसा हो गया जब एक आवारा पशु ने प्रदर्शनकारियों को टक्कर मार दी, लेकिन किसी को गंभीर चोट नहीं आई. बाद में पुलिस के आला अधिकारियों के समझाने के बाद किसान वापस सेक्टर 5 हरौला बारात घर वापस आ गए। किसानों का कहना है कि जब तक किसानों की मांगों को नहीं माना जाएगा तब तक किसान प्रदर्शन करते रहेंगे, इसके साथ ही किसानों ने बताया कि अगर 2 दिन के अंदर प्राधिकरण उनकी मांगों को नहीं मानती है तो वो लोग सोमवार को उग्र प्रदर्शन करेंगे।
विशालकाय तिरंगा के साथ प्रदर्शन ये तस्वीरें नोएडा के सेक्टर सेक्टर 6 की है, जहाँ नोएडा के 81 गांव के किसानों ने शांतिपूर्ण और गांधीवादी तरीके से तिरंगा यात्रा निकालकर प्रदर्शन किया। उन्होंने प्राधिकरण से मांग की है कि वे ग्रामीणों के साथ न्याय करें और उनके घर न छीने जाएं। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में ग्रामीण और महिलाएं शामिल हुए। नोएडा के 81 गांवों के किसान पिछले 1 महीने से नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं किसान हरौला सेक्टर 5 बारात घर में कई दिनों से बैठे हुए हैं, आज एक बार फिर किसानों ने प्राधिकरण के विरोध में हरौला बारात घर से प्राधिकरण के गेट तक तिरंगा यात्रा निकाला, भजन गाते हुए शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन किया और उसके बाद प्राधिकरण की ओर बढ़ रहे किसानों को नोएडा पुलिस ने सेक्टर 6 चौराहे पर रोकने का प्रयास किया लेकिन किसान प्राधिकरण के पास पहुंच गए, पुलिस में प्राधिकरण के पास बने गेट को बंद करवा दिया, और किसानों को मनाने में जुट गए, पुलिस आल्हा अधिकारियों के द्वारा समझाने के बाद किसान प्राधिकरण के गेट से वापस सेक्टर 5 हरौला बारात घर आ गए।
किसान परिषद के अध्यक्ष सुखबीर पहलवान ने कहा कि किसान आंदोलन को एक माह पूरा हो गया है। शुक्रवार को उन्होंने शांतिपूर्ण और गांधीवादी तरीके से तिरंगा यात्रा निकालकर प्रदर्शन किया। उन्होंने प्राधिकरण से मांग की है कि वे ग्रामीणों के साथ न्याय करें और उनके घर न छीने जाएं। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में ग्रामीण और महिलाएं शामिल हुए। किसानों की माँग है कि सभी किसानों को 5% और 10% प्रतिशत वाले प्लाट, 64% मुआवजा दिया जाए, नक्शा नीति गांवो में न लागू किया जाए, आबादी जो जहाँ है जैसी है वही छोड़ा जाए, ग्रामीण इलाकों में दुबारा कॉमर्शियल एक्टिविटी शुरू किया जाए, किसानों का कहना है कि जब तक किसानों की मांगों को नही माना जाएगा तब तक किसान प्रदर्शन करते रहेंगे, इसके साथ ही किसानो ने बताया कि अगर 2 दिन के अंदर प्राधिकरण उनकी मांगों को नही मानती है तो वो लोग सोमवार को उग्र प्रदर्शन करेंगे।
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