अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: लोन दिलाने के नाम पर लोगों से अधिक प्रोसेसिंग फीस लेकर धोखाधड़ी करते हुए ठगी करने वाले फर्जी कॉल सैंटर के दो आरोपित संचालकों को थाना साईबर अपराध की टीम ने रंगे हाथों अरेस्ट किया हैं। आरोपित फर्जी कॉल सैंटर चलाकर ऑनलाइन सॉफ्टवेयर के माध्यम से लोगों के मोबाईल से भी कर लेते थे डेटा चोरी, जिसके आधार पर लोगों को बनाते थे अपना शिकार। आरोपितों द्वारा धोखाधड़ी करते हुए ठगी की वारदात को अन्जाम देने में प्रयोग किया जा रहा 1 लैपटॉप व 2 मोबाईल फोन बरामद बरामद किए हैं।
पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक गत 21 अक्टूबर -2021 को पुलिस थाना साइबर क्राईम की पुलिस टीम को अपने विश्वसनीय सूत्रों के माध्यम से एक सूचना मैग्नम टावर -1, सेक्टर -58 गुरुग्राम में आठवीं मंजिल पर CO-Offiz में PSPR Enterprises नाम की कम्पनी लोगों को बिना RBI की मंजूरी के, NBFC के लाइसेंस/नियमों की पालना किए बिना गैर कानूनी तरीके से अधिक प्रोसेसिंग फीस लेकर ऑनलाइन एप्प के माध्यम से लोन देने के सम्बंध में प्राप्त हुई।इस सूचना पर थाना साइबर अपराध की पुलिस टीम ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए इस सूचना की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी व कानून की सभी औपचारिकताओं को पूरा करते हुए एक पुलिस रेङिग टीम गठित की व रेङिंग टीम के सभी सदस्यों को सूचना के बारे में विस्तारपूर्वक समझाया व बतलाया गया।पुलिस प्रवक्ता का कहना हैं कि प्राप्त सूचना पर तत्परता से आगामी कार्रवाई करते हुए गठित की गई पुलिस टीम मैग्नम टावर -1, सेक्टर-58 के आठवीं मंजिल पर पहुँच गई जहां पर PSPR Enterprises कम्पनी के Co-Offiz में जाकर देखा तो वहां पर PSPR Enterprises कम्पनी में 16 लड़के व 06 लड़कियां लैपटॉप व कंप्यूटर सिस्टम पर काम करते हुए फोन पर बात कर रहे थे। जब पुलिस टीम ने कंप्यूटर सिस्टम को चेक किया तो कंप्यूटर में myacash application PSPR Enterprises Pvt. Ltd. की एक वेबसाइट खोलकर काम कर रह रहे थे। वेबसाइट को चेक किया तो वेबसाइट में लोन लेने के इच्छुक व्यक्तियों का डाटा व जिन लोगों को लोन दिया हुआ है उन लोगों के नाम, पता, परिजनों के नाम व मोबाईल नंबर इत्यादि मिले। कॉल सेंटर के निम्नलिखित संचालक भी वही पर मौजूद मिले, जिन्होंने पुलिस के पूछने पर अपना नाम संजय कुमार, निवासी फतेहपुर बिलोच, जिला फरीदाबाद व भारत, निवासी गाँव बिजवा, जिला चरखी दादरी बताया। पुलिस प्रवक्ता का कहना हैं कि कॉल सेंटर से उक्त दोनों संचालको से जब पुलिस टीम ने कॉल सेंटर से वैध होने के सम्बंधित कागजात मांगे तो वो कोई कागजात पेश नहीं कर पाए। उक्त दोनों आरोपितों द्वारा फर्जी तरीके से कॉल सेंटर चलाकर लोगों के साथ ठगी करने पर पुलिस टीम द्वारा आरोपितों के खिलाफ थाना साइबर अपराध, गुरुग्राम में कानून की संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। और आरोपितों को अरेस्ट कर लिया गया। आरोपितों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि इनकी कंपनी का वेब पोर्टल, My Cash एप्लीकेशन है जो ऑनलाइन काम करता है। ये 2000/- 3000/- व 5000/- रुपयों के शार्ट-टर्म लोन देते है। जिन लोगों को लोन की जरूरत होती है उनसे ये गूगल प्ले स्टोर से MayaCash नाम की एप्लीकेशन इंस्टॉल करवाते है फिर उस एप्लीकेशन पर ये उनसे नाम, पता, ईमेल ID, मोबाईल नंबर फीड करवाते है तथा लोन के लिए उनसे उनके पैन कार्ड व आधार कार्ड अपलोड करवाते ही। ये सभी डिटेल इनके पास आ जाने पर ये उनके पास कॉल करते है और नंबर वेरीफाई करते है। ये 2000 रुपये के लोन दिलाने के लिए 6000 रुपए, 3000 रुपयों के लोन के लिए 750 रुपए तथा 5000 के लोन के लिए 1200 रुपए प्रोसेसिंग फीस व ब्याज के रूप में लेते है। जो व्यक्ति लोन के लिए अप्लाई करता है उसे प्रोसेसिंग फीस काटकर लोन देते है तथा लोन की राशि 1 सप्ताह में वापस करवाते है। इनकी कंपनी की एप्लीकेशन MayaCash के माध्यम से ये लोगों के मोबाइल नंबर, कैमरा, SMS, Location, Storage व Calendar इत्यादि का एक्सेस भी प्राप्त कर लेते है। जो व्यक्ति 7 दिन में पैसे नहीं देता है उन्हें ये फोन करवाते है, दबाव बनाकर पैसे वापिस देने के लिए कहते है तथा उन लोगों की पर्सनल फोटो, मोबाईल नंबर, कैमरा, SMS उनको भेजकर व उन्हें वायरल करने का डर दिखाकर पैसे ले लेते है ऐंठ लेते है।
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