अजीत सिन्हा / नई दिल्ली
राहुल, महासचिव एवं प्रभारीगण, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षगण एवं साथियों, आप सभी जानते हैं कि हमने कुछ दिन पहले कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक का आयोजन किया था। मुझे विश्वास है आपने कांग्रेस कार्यसमिति द्वारा पारित तीनों प्रस्ताव पढ़ लिए होंगे और अपने-अपने राज्यों के कांग्रेसजनों तक उनको पहुंचा दिया होगा। आज की मुलाकात उस बैठक का अगला कदम है। संगठन के चुनावों का पूरा कार्यक्रम पहले से ही आपके पास पहुंच गया है। कांग्रेस का सदस्यता अभियान पूरे देश में 1 नवंबर, 2021 से 31 मार्च, 2022 तक चलेगा।
मैं, इस अवसर पर, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्षों, महासचिवों और प्रभारियों से एक बार फिर जोर देकर कहना चाहूंगी कि नए सदस्य किसी भी राजनैतिक आंदोलन की असली ताकत होते हैं। देशभर के युवा अपनी आकांक्षाओं को नई आवाज देने के लिए एक आंदोलन चाह रहे हैं। उनकी आवाज को मंच प्रदान करना हमारा कर्तव्य है, जैसा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने पीढ़ियों से किया है। आप हर वार्ड और गांव-गांव में पार्टी के मेंबरशिप फार्म को उचित रुप से छपवा कर पहुंचाएं। आपको कांग्रेस नेताओं व पदाधिकारियों को घर-घर जाकर पारदर्शी रुप से कांग्रेस के सदस्य बनाने का कार्य सौंपना है। आपको राज्य, जिला, तहसील, वार्ड व गांव के स्तर तक कांग्रेस के साथियों की स्पष्ट जिम्मेदारी निर्धारित करनी होगी। यह एक महत्वपूर्ण कार्य है, जो मैं आप सबको सौंप रही हूँ। हमें पार्टी के कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग देनी होगी। हर स्तर पर इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करने के लिए आपको एआईसीसी से एक सर्कुलर भेजा जा चुका है। मैं फिर जोर देकर कहती हूँ कि इसे आप प्राथमिकता दें। हमारे प्रजातंत्र, हमारे संविधान और कांग्रेस की विचारधारा की रक्षा करने के लिए संघर्ष की शुरुआत, झूठे प्रचार की पहचान कर उससे मुकाबला करने से शुरु होती है। भाजपा व आरएसएस के द्वेषपूर्ण अभियान से हमें वैचारिक रुप से लड़ना है। अगर हम यह जंग जीतना चाहते हैं, तो हमें दृढ़ विश्वास के साथ लोगों के सामने उनके झूठ का पर्दाफाश करना होगा। देश के सामने खड़े मुद्दों पर एआईसीसी लगभग हर रोज महत्वपूर्ण और विस्तृत बयान जारी करता है। मेरा यह अनुभव है कि ये ब्लॉक और जिला स्तर के जमीनी कार्यकर्ता तक नहीं पहुंच पाता। यहाँ तक कि कुछ नीतिगत मुद्दों पर मुझे हमारे राज्य स्तर के नेताओं के बीच भी स्पष्टता और सामंजस्य की कमी दिखी है।आप हमारे कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करें ताकि वे भाजपा व आरएसएस के दुर्भावनापूर्ण दुष्प्रचार का मुकाबला कर सकें और आपको उन्हें इस प्रकार से प्रशिक्षित करना है कि वे कांग्रेस की मूल विचारधारा को बनाए रखते हुए लड़ें। हमारा अपना इतिहास इस बात का गवाह है कि अगर किसी राजनैतिक दल या संगठन को अन्याय तथा असमानता के खिलाफ कामयाब होना है, अगर उसे हाशिए पर खड़े हर व्यक्ति के अधिकारों की लड़ाई लड़नी है, तो उसे जमीनी स्तर पर व्यापक आंदोलन का रूप लेना होगा। मोदी सरकार ने हमारी संस्थाओं को कमजोर करने की लगातार कोशिश की है ताकि सरकार जवाबदेही से बच सके। उन्होंने हमारे संविधान के मूल मूल्यों को कमजोर करने की कोशिश की है, ताकि यह अपने निचले स्तर पर कायम रह सके। वे हमारे प्रजातंत्र की नींव पर ही सवाल खड़ा कर रहे हैं। हमारे किसानों, खेत मजदूरों, रोजगार और अवसर के लिए लड़ रहे युवाओं, लघु एवं मध्यम स्तर के व्यवसायियों और विशेष रुप से हमारे वंचित भाई-बहनों सहित इस सरकार की ज्यादतियों के शिकार सभी लोगों के लिए अपने संघर्ष को हमें दोगुना करना चाहिए। इस वादे को असल जमीन पर लागू करने के लिए हमें पार्टी के संगठन में इन सब वर्गों के लोगों को और ज्यादा जिम्मेदारी तथा पहल देनी होगी।आने वाले महीनों में पांच राज्यों में चुनाव होने वाले हैं। इन राज्यों में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता और नेता इस मुकाबले के लिए कमर कस तैयार हैं। हमारा अभियान प्रदेश के लोगों के साथ चर्चा के आधार पर बनाई ठोस नीतियों व कार्यक्रमों पर आधारित होना चाहिए। आखिर में, मैं पार्टी में अनुशासन और एकता की सबसे जरूरी आवश्यकता पर फिर से बल देती हूँ। हम में से हर व्यक्ति के लिए केवल एक चीज जरूरी होनी चाहिए, वह है, पार्टी के संगठन की मजबूती। यह व्यक्तिगत महत्वकांक्षाओं से ऊपर होना चाहिए, इसी में सामूहिक और व्यक्तिगत दोनों सफलताएं निहित हैं।
जय हिन्द!