अजीत सिन्हा / नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा ने आज शुक्रवार को पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया और कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद एवं राशिद अल्वी के बाद राहुल गाँधी द्वारा हिंदू धर्म और हिंदुत्व का अपमान करने को लेकर कांग्रेस पार्टी पर करारा प्रहार किया और कहा कि हिंदू धर्म एवं हिंदुत्व को अपमानित करना कांग्रेस की सोच बन गई है। यह कांग्रेस की सोची समझी साजिश है।
● यह बड़ा दुखद विषय है कि 24 घंटे के भीतर कांग्रेस पार्टी द्वारा हिंदू धर्म के ऊपर तीन बार प्रहार किया गया है। पहले सलमान खुर्शीद, फिर राशिद अल्वी और अब स्वयं राहुल गांधी ने हिंदू धर्म को अपमानित किया है, हिंदुत्व को अपशब्द कहा है।
● कल सलमान खुर्शीद की किताब पर भारतीय जनता पार्टी ने प्रेस वार्ता करके सोनिया गांधी और राहुल गांधी से स्पष्टीकरण की मांग की थी, कांग्रेस की सोच स्पष्ट करने को कहा था। उस पर आज राहुल गांधी द्वारा हिंदू धर्म पर हमला और हिंदुत्व का अपमान यह दर्शाता है कि कांग्रेस पार्टी की सोच क्या है।
● राहुल गांधी ने आज सलमान खुर्शीद द्वारा किताब में हिंदू धर्म और हिंदुत्व के खिलाफ लिखी हर बात का एक तरह से समर्थन किया है। राशिद अल्वी ने भगवान् राम के भक्तों को कालनेमि निसाचर कहा। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और 130 करोड़ देशवासियों का अपमान है।
● कांग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा लगातार हिंदू धर्म और हिंदुत्व के खिलाफ हमला और अनर्गल बयान कोई संयोग नहीं बल्कि तुष्टिकरण की राजनीति का प्रयोग है और हिंदू धर्म के खिलाफ काम करने वाली प्रयोगशाला के सबसे बड़े नेता राहुल गांधी है। कांग्रेस हिंदू धर्म के खिलाफ साजिश कर रही है।
● ये कांग्रेस का और गांधी परिवार का चरित्र रहा है कि जब भी उनको मौका मिलता है तो वे हिंदू धर्म पर प्रहार अवश्य करते हैं, हिंदुत्व को बदनाम जरूर करते हैं।
● सलमान खुर्शीद हिंदू धर्म के विरोध में कहते हैं, उसकी बोको हरम और आईएसआईएस से तुलना करते हैं, शशि थरूर हिंदू तालिबान और हिंदू पाकिस्तान जैसे शब्दों का प्रयोग करते हैं, गृह मंत्री के पद पर रहते हुए कांग्रेस नेता पी चिदंबरम और सुशील शिंदे ‘भगवा आतंकवाद' जैसे शब्द गढ़ते हैं और दिग्विजय सिंह, मणिशंकर अय्यर, राशिद अल्वी, सलमान खुर्शीद जैसे नेता हिंदू धर्म पर हमला करते हैं – ये फेहरिश्त काफी लंबी है।
● ऐसा नहीं है कि राहुल गांधी ने पहली बार हिंदू धर्म के खिलाफ हमला बोला है। देश की जनता को याद होगा किदिसंबर, 2010 में विकीलीक्स ने राहुल गांधी की अमेरिकी राजदूत टिमोथी रोमर से 20 जुलाई, 2009 को हुई बातचीत का एक खुलासा किया था। राहुल गांधी ने तत्कालीन अमेरिकी राजदूत से कहा था कि भारत को आतंकियों से अधिक ख़तरा देश के हिंदुओं से है। अमेरिकी राजदूत के सामने दिया गया उनका ये बयान कांग्रेस की बुनियादी सोच को ही दर्शाता है।
● राहुल गांधी ने उपनिषद् तो क्या देश का संविधान ही पढ़ लिया होता तो यही काफी होता। राहुल गांधी केवल उपनिषदों के नाम ही सही से ले लें, यही हमारे लिए बहुत है।
● भगवान श्रीराम पर गांधी परिवार को भरोसा नहीं है। याद कीजिये कि किस तरह कांग्रेस की यूपीए सरकार ने अदालत में हलफनामा दायर कर भगवान् श्रीराम के अस्तित्व पर सवाल उठाये थे। याद कीजिये कि किस तरह कांग्रेस पार्टी के वकील नेता ने अदालत में अयोध्या में भगवान् श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण पर सुनवाई को चुनाव बाद तक टालने
की वकालत की थी।
● राहुल गांधी ने जर्मनी में हिंदू संस्कृति का अपमान किया था और कहा था कि भारत में महिलाओं के खिलाफ जो अत्याचार होते हैं, उसकी वजह भारतीय संस्कृति है। इतना ही नहीं, राहुल गांधी ने हिंदू धर्म का अपमान करते हुए बोला था कि मंदिर जाने वाले लोग लफंगे होते हैं और महिलाओं को छेड़ते हैं।
● राहुल गांधी चुनाव से ठीक पहले तो मंदिर-मंदिर जाते हैं, वोट की राजनीति करने मंदिर-मंदिर जाते हैं और बाद में हिंदूधर्म एवं हिंदुत्व को बदनाम करते हैं। राहुल गांधी यह भी कह चुके हैं कि हाँ, कांग्रेस मुसलामानों की पार्टी है।
● राहुल गांधी ने हिंदू धर्म और हिंदुत्व को अपमानित करके देश के 130 करोड़ नागरिकों के दिल को ठेस पहुंचाई है। कांग्रेस द्वारा राजनीति में भगवान् शिव और हम सब के आदरणीय गुरुनानक देव जी को लाना अत्यंत निंदनीय है। डॉ पात्रा ने हिंदुत्व का परिचय देते हुए श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की एक प्रसिद्ध कविता को उद्धृत किया:
होकर स्वतंत्र मैंने कब चाहा है, कर लूँ सब को गुलाम?
मैंने तो सदा सिखाया है, करना अपने मन को गुलाम।
गोपाल–राम के नामों पर कब मैने अत्याचार किया?
कब दुनिया को हिंदू करने घर-घर मे नरसंहार किया?
कोई बतलाए काबुल मे जाकर कितनी मस्जिद तोडी?
भू-भाग नहीं, शत–शत मानव के हृदय जीतने का निश्चय।
हिंदू तन–मन, हिंदू जीवन, रग–रग हिंदू मेरा परिचय!