अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
हरियाणा, नूंह :भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष चौधरी ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा है कि आजादी की लड़ाई के श्रेय को कांग्रेस ने अपने तक ही सीमित रखा और हजारों बलिदानियों की अनदेखी की। हम सबको उन शहीदों को याद करने की जरूरत है, जिन्होंने देश को आजादी दिलाने में अपने प्राणों की आहुति दी। उन्होंने मेवात के शहीदों को याद करते हुए यहां की सरजमीं को नमन किया और इसे बलिदानी बताया। धनखड़ रविवार को नूंह स्थित पटेल वाटिका में इसी माह 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाए जाने और इसकी तैयारियों को लेकर ग्राम प्रमुख व वार्ड प्रमुखों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कांग्रेस को शहीदों का अपमान व भेदभाव करने वाली पार्टी करार दिया। ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कांग्रेसी केवल इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से चढ़कर, राजीव गांधी एयरपोर्ट पर उतरने तक सीमित रहे। उन्होंने कहा कोलकाता में नेताजी सुभाषचंद्र बोस के नाम पर एयरपोर्ट का नाम रखने का काम अटल सरकार ने किया तो पोर्ट ब्लेयर एयरपोर्ट का नाम वीर सावरकर के नाम पर रखने का काम भी भाजपा सरकार ने किया। धनखड़ ने कहा कांग्रेस सरकार ने कभी भी वाइपर टापू का इतिहास में जिक्र नहीं किया। यह वही टापू है जहां पर हमारे देश के क्रांतिकारियों को लाकर फांसी दी जाती थी। इसमें एक चैन गैंग जेल बनाई हुई थी जिसमें सात-सात लोगों को बांधकर रखा जाता था। इसी टापू पर शेर अली अफरीदी को वायसराय द्वारा फांसी दी गई थी। यहीं कई राजाओं को रखा गया था। उन्होंने इसी टापू का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस को यहां राष्ट्रीय स्मारक बनाना चाहिए था, लेकिन उन्होंने इसे मलेशिया की एक कंपनी को 58 करोड़ में होटल खोलने को दे दिया था, लेकिन भाजपा के द्वारा इसका पुरजोर विरोध करने पर इसे रद्द किया गया। उन्होंने जिक्र करते हुए कहा कि शुरू में अंग्रेज हिंदुस्तानियों को देश की मिट्टी भी नसीब नहीं होने देते थे। वो देश के लिए आवाज उठाने वाले रणबांकुरों को फांसी लगाकर समुद्र में फेंक दिया करते थे। जब इसका विरोध हुआ तो अंग्रेजों ने जेल बनाने का फैसला लिया।सेलुलर जेल में कभी सात बैरक हुआ करते थे, लेकिन कांग्रेस ने इनको स्मारक न बनाकर उस पर एक अस्पताल का निर्माण करा दिया। अटल जी की सरकार ने इसे स्मारक का रूप देने का काम किया तो यहां शहीदों की याद में अमर ज्योति जलाई गई।उन्होंने नेता जी सुभाष चंद्र बोस के जीवन पर विस्तार से बताया। नेताजी 41 वर्ष की उम्र में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे, लेकिन यह कुछ कांग्रेसियों को रास नहीं आए, नेताओं ने कांग्रेस छोड़ फोरवर्ड ब्लॉक नाम का संगठन खड़ा कर दिया। उन्होंने 30 दिसंबर 1943 को सबसे पहले अंडमान निकोबार में स्वतंत्र भारत का तिरंगा फहराया। कांग्रेस सरकार आने पर उस जगह को भविष्य में झंडा फहराने पर बैन कर दिया था। भाजपा सरकार आने पर न केवल वहां झंडा फहराया गया बल्कि उनकी याद में स्मारक भी बनाया। उन्होंने कहा कि रोस आइलैंड का नाम सुभाष चंद्र बोस द्वीप के नाम पर जाना जाएगा। उन्होंने सावरकर, शेर अली अफरीदी सहित कई ऐसे शहीदों को याद कर उनके बारे में बताया जिन्होंने देश के लिए अपनी कुर्बानी दी थी। धनखड़ ने कहा जब वो प्रदेश के कृषि मंत्री थे तो उन्होंने गांवों के बाहर गौरव पट्ट लगवाए ताकि गुमनामी के अंधेरे में धकेले गए हमारे शहीद व बहादुर लोगों के बारे में आने वाली नस्लों को पता चल सके। भाजपा शहीदों को उनका खोया हुआ सम्मान लौटाने का काम कर रही है। उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती को सभी प्रत्येक गांव व वार्ड में आजादी के अमृत महोत्सव पर पराक्रम दिवस के रूप में मनाएं। धनखड़ ने कहा कि नेताजी की जयंती पर 23 जनवरी सुबह एक साथ छह लाख से अधिक लोग आजाद हिंद फौज का तराना गाएंगे। 7500 स्थानों पर 75 – 75 लोग एकत्रित होकर नेताजी को याद करेंगे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील भी की कि इस दौरान कोरोना नियमों का पालन करते हुए नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाएं।
पांच राज्यों में सरकार बनाएंगे
ओपी धनखड़ ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि आने वाले समय में भाजपा उत्तर प्रदेश सहित पांचों राज्यों में सरकार बनाएंगी। पार्टी को वो लोग छोड़कर भाग रहे हैं जिनके निजी स्वार्थ पूरे नहीं हो सके या फिर जिनको पार्टी से टिकट कटने का डर है। भाजपा पंजाब में भी बेहतर प्रदर्शन करेगी।