उल्लेखनीय है कि किसी महिला के बाल काटने की अफवाह राजस्थान के किसी गांव से शुरू हुई थी और आजकल महेन्द्रगढ़ क्षेत्र में भी यह अफवाह शातिर दिमाग के लोगों द्वारा फैलाई जा रही है जो कि पूर्णत: गलत तथा विश्वास से कोसों दूर है। सभ्य एवं शिक्षित आधुनिक युग मे इन बातों का कोई मोल नहीं है। भारत के लोग सीधे-साधे एवं भोले-भाले हैं जो सुनी-सुनाई बातों पर बहुत जल्दी विश्चास कर लेते हैं। विशेषकर महिलाएं अफवाहों पर बहुत जल्द विश्वास कर लेती हैं। इस प्रकार की अफवाहें हर साल किसी न किसी रूप में चलती रहती हैं। विगत वर्षों के दौरान भी अफवाहें फैली थी कि सुहागिन महिलाएं हरी मेंहदी, श्रंगार का सामान, हरी चूडिय़ों का दान करें। महिलाएं अपने बेटों-बेटियों एवं परिवार की सुरक्षा के लिए जलेबी बांटे। परिवार को किसी अभिशाप से बचाने, भूत-प्रेत अथवा डायन के प्रकोप से बचाने के लिए अपने घर के चारों ओर गोबर अथवा होली की राख से चांक लगाए। इन जैसी किसी प्रकार की अफवाहों में सच्चाई का कोई स्थान नहीं है। लोगों को किसी प्रकार की अफवाहों एवं झूठी बातों से दूर रहना चाहिए।
महिलाओं के बाल अथवा चोटी काटे जाने की अफवाहों की चर्चा के सदंर्भ में महेन्द्रगढ़ के एसडीएम विक्रम आईएएस से बात की गई तो उन्होंने कहा कि शिक्षा विकास की सबसे बड़ी धूरी है तथा आधुनिक युग शिक्षा का युग है। शिक्षा जगत सहित विभिन्न क्षेत्रों में छात्राएं एवं महिलाएं उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए समाज, परिवार, प्रदेश एवं देश का नाम रोशन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं के योगदान के बिना समुचित विकास की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के बाल काटे जाने सहित विभिन्न प्रकार की अफवाहें फैलाना, महिलाओं एवं परिवार को मानसिक रूप से पेरशानी में डालना, लोगों में डर पैदा करना आतंकवाद की श्रेणी में आता है। ऐसी हरकतें शरारती तत्वों के शातिर दिमाग की उपज होती हैं जो भय का माहौल पैदा करके अपने किसी स्वार्थ की पूर्ति करने की नापाक कौशिश करते हैं। उन्होंने लोगों को जागरूक करते हुए कहा है कि वे किसी अफवाह पर बिल्कुल ध्यान न दें तथा निर्भय होकर रहें। उन्होंने कहा कि अगर कोई इस प्रकार की अफवाहें फैलाता मिला तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार एवं प्रशासन जनता की हर प्रकार से सुरक्षा करने के प्रति कटिबद्ध है।
इस संदर्भ में महेन्द्रगढ़ के डीएसपी सतेन्द्र कुमार ने कहा कि महिलाओं की चोटी काटे जाने से संबंधित बातें बिल्कुल फेक है तथा इनमें रति भर भी सच्चाई नहीं है। यह सब शरारती तत्वों की हरकते हैं जो जनता में भय का माहौल पैदा करने की कौशिश करते हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन परी तरह से मुश्तैदी से कार्यरत है तथा इस प्रकार के रूमर अगर कोई फैलाता मिला तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि आम जनता के साथ-साथ विशेषकर महिलाओं एवं छात्राओं के हितों की सुरक्षा की खातिर पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुश्तैद एवं चोकस है। उन्होंने कहा कि शरारती तत्व अपनी हरकतों से बाज आएं तथा किसी प्रकार की झूठी अफवाहें फैलाने से परहेज करें अन्यथा परिणाम गंभीर होंगे।