अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
पलवल; हरियाणा पुलिस की पलवल जिला पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने आज हरियाणा एवं पंजाब उच्च न्यायालय का फर्जी आदेश बनाकर एवं रेवेन्यू डिपार्टमेंट का फर्जी चेक मोहर तैयार कर लाखों रुपए की ठगी मामले में एक आरोपित पर कसा शिकंजा। पुलिस ने आज इस आरोपित को जिला अदालत में पेश कर पांच दिनों के पुलिस रिमांड पर लिया। इस रिमांड के दौरान आरोपित से गहनता से पूछताछ किया जाएगा। निरीक्षक रमेश चंद्र ने जानकारी देते हुए बताया कि गांव बहीन निवासी गजराज ने पुलिस अधीक्षक पलवल कार्यालय में अपनी शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके पिता जो कि राजस्व विभाग में पटवारी के पद से रिटायर हो चुके हैं और उन्हें निलंबित होने की वजह से सेवा लाभ नहीं मिलने का केस वह उच्चतम न्यायालय से हार गए थे, इस बारे में अपने जानकार राजपाल सिंह मलिक से बातें कर रहे थे तो वहां पर मौजूद मिथुन कौशिक एवं उनके पिता राजेंद्र कौशिक ने पीड़ित को भरोसा दिलाया कि उनकी लड़की किरण जो हाई कोर्ट में वकील है तथा दो बार जज का टेस्ट दे चुकी है और उसके चंडीगढ़ व फरीदाबाद में जजों से अच्छे संबंध है। किरण इस काम को हाईकोर्ट से करवा देगी तथा यह भी कहा कि मिथुन कौशिक उच्च न्यायालय के जज की कोठियों पर जाकर भी काम करवा लाता है। राजेंद्र कौशिक ने उसे आश्वासन दिया कि उसके दोनों बच्चे यह केस उच्च न्यायालय से ही करा देंगे और काम के 30 पर्सेंट कमीशन लेंगे और उसे बताया कि जैसे -जैसे काम होता रहेगा वैसे- वैसे ही पैसे देते रहेंगे। इस पर राजेंद्र कौशिक अपनी लड़की को केस दिखाने के लिए फाइल को ले गया।
4-5 दिनों बाद राजेंद्र कौशिक ने अपने फोन से अपनी लड़की की बात कराई जिस पर किरण ने उससे कहा कि उनकी चंडीगढ़ हाई कोर्ट में जज से बात हो गई और उसने जल्दी काम होने के लिए कहा है और उसके पैसों की डील के बारे में मिथुन से बात करने के लिए कहा। उसके कुछ दिन बाद मिथुन अपने दोस्त के साथ पीड़ित के घर आया और उसने बोला कि वह जजों से सेटिंग करके रोज इस तरह के काम कराते हैं और जजों का कमीशन के घर पहुंचा देते हैं यह हमारा रोजाना का धंधा है। उसकी बातों में आकर पीड़ित ने कागज वकालतनामा पर पिता के दस्तखत करा दिए और कहे अनुसार ₹25000 दे दिए और 10 दिन बाद दोबारा ₹40000 ले लिए इस तरह दिनांक 15-3 2020 तक ₹300000 ले लिए कुछ दिन बाद किरण ने फोन से बताया कि वो केस जीत गए हैं और अगले दिन मिथुन ऑर्डर की कॉपी लेकर उसके घर आया और उसने ऑर्डर की कॉपी दिखा कर कहा कि जज ने फाइनल ऑर्डर करने व पूरा पैसा दिलवाने के लिए ₹500000 मांगे हैं और बताया कि उसके पिता का टोटल करीब ₹10000000 के लगभग बनेगा। बातों पर भरोसा करके पीड़ित ने उसे ₹500000 फिर दे दिए। इसके बाद दिनांक 10-09-2020 को 98,25,432 रुपए का चेक रेवेन्यू डिपार्टमेंट की मोहर सहित बना कर दिखाया और यह कहकर मना कर दिया कि इसमें अभी एक कागज बकाया है। आपका सारा काम हो गया है और सरकार ने चेक बना दिया है परंतु संबंधित अधिकारी इसे क्लियर कराने के लिए तीन लाख मांग रहा है जिस पर उसे ₹300000 दे दिए। इसी प्रकार तरह- तरह का बहाना बनाकर आरोपितों ने पीड़ित से 28 लाख ₹50000 ले लिए लेकिन उन्हें ना पैसे मिले ना ही चेक ड्राफ्ट मिला। इस पर पीड़ित को शक हुआ तो उसने इस बारे उच्च न्यायालय के अन्य वकीलों से पता किया तो पता चला कि आरोपितों ने साज बाज होकर अदालत के फर्जी आदेश बनाकर उससे ठगी की है। आगे जानकारी देते हुए उन्होनें ने बताया कि मामले में प्रारंभिक जांच शाखा में तैनात उप- निरीक्षक जवाहर सिंह द्वारा अमल में लाई गई। जांच में आरोपितों द्वारा साज बाज होकर फर्जी हाईकोर्ट के आदेश, फर्जी रेवेन्यू डिपार्टमेंट का चेक, फर्जी एसबीआई का डीडी एवं चेक तैयार कर पीड़ित के साथ ठगी होना पाया गया।आरोपितों के खिलाफ साक्ष्य एकत्रित किए गए। आरोपितों के खिलाफ थाना बहिन में संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। आरोपितों मिथुन एवं राजेंद्र कौशिक ने अपनी अग्रिम जमानत के लिए सेशन कोर्ट पलवल में अपनी अग्रिम जमानत याचिका लगाई जिसको अदालत ने खारिज कर दिया तथा आरोपीया किरण की अग्रिम जमानत हाईकोर्ट चंडीगढ़ से खारिज हो चुकी है। गत 6 मार्च 2022 को आरोपित राजेंद्र दत्त कौशिक, निवासी सेक्टर- 22 फरीदाबाद, जिला फरीदाबाद के सेक्टर- 8 थाना में दर्ज अन्य मामले में पेश होने पर नियम अनुसार अरेस्ट किया गया। आरोपित राजेंद्र कौशिक के खिलाफ जिला फरीदाबाद मैं तीन मुकदमे धोखाधड़ी, छेड़छाड़ एवं धमकी तथा सरकारी कार्य में बाधा डालने संबंधित धाराओं के तहत दर्ज अलग दर्ज होने पाए गए। आरोपित मिथुन के खिलाफ 8 मामले चेक बाउंस तथा 13 मामले धोखाधड़ी सरकारी कार्य में बाधा तथा छेड़छाड़ संबंधी धाराओं के तहत दर्ज होने पाए गए। आरोपित राजेंद्र कौशिक को आज पेश अदालत कर 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। रिमांड अवधि के दौरान आरोपित से ठगी गई रकम की बरामदगी के प्रयास किए जाएंगे तथा फरार अन्य आरोपितों के ठिकानों का पता लगाया जाएगा। आरोपित से गहनता से पूछताछ जारी है।
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