खेमचंद पटेल की रिपोर्ट
मथुरा : मथुरा की छाता कोतवाली में उस वक्त तमाशा खड़ा हो गया जब दो पुलिसकर्मी आपस में भिड़ गए । इतना ही नहीं , दोनों में पहले हुई गाली गलौज और फिर मारपीट। इस मारपीट की वजह थी सटोरियों पर छापेमारी की कार्यवाही बताई जा रही है । छाता कोतवाल ने अपने सहयोगी दरोगा रामस्नेही राजपूत को सटोरियों के खिलाफ कार्यवाही करने का आदेश दिया था । जिस पर दरोगा छापेमारी के लिए मुंशी हाकिम सिंह से वाहन के लिए अनुरोध करने थाने के ऑफिस में पहुंचे । जैसे ही हाकिम सिंह को सटोरियों पर छापेमारी की कार्यवाही का पता चला उन्होंने उन्हें रोकने का प्रयास किया। मुंशी ने दरोगा को किसी दूसरे इलाके में जाने को बोला । मगर राम स्नेही ने उनकी बात नही मानी। इसी बात को लेकर दरोगा और मुंशी के बीच पहले कहासुनी हुई और बात इतनी बढ़ गई एक दूसरे से हाथापाई शुरू हो गई। मुंजी हाकिम सिंह ने दरोगा राम सनेही का गिरेबान पकड़ कर थप्पड़ जड़ दिया। फिर क्या था थाने में हंगामा खड़ा हो गया और अन्य पुलिस कर्मी बीच वचाव में जुट गए। लेकिन दोनों काफी देर तक एक दूसरे के साथ मारपीट करते रहे। इस दौरान कोतवाली में तैनात होमगार्ड भी हंगामे की सुन कर मौके पर पहुंच गया और उसने भी बीच बचाव का प्रयास किया। लेकिन उसे इस नेकी की सजा भुगतनी पड़ी। होमगार्ड से नाराज होकर मुंशी हाकिम सिंह ने जीडी में तस्करा डाल दिया। जब मीडिया कर्मियों ने मुंशी से इस झगड़े का कारण पूछना चाहा तो वह मीडिया कर्मियों पर ही भड़क गए और अपना चेहरा छिपाने की कोशिश करते रहे।