अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नोएडा: नोएडा ट्रैफिक पुलिस में बच्चों के माध्यम से बड़ों को ट्रैफिक का अनुशासन सिखाने की ट्रैफिक पॉलिसी बनाई है. इसके पीछे की मंशा है कि जब अभिभावक घर के बाहर ट्रैफिक के नियमों को तोड़े तो बच्चे उनको समझाएं और उन्हें नियम तोड़ने से रोके.
इसलिए पुलिस कमिश्नरेट में स्थित ट्रैफिक पार्क है स्कूली बच्चों को बुलाकर उन्हे ट्रैफिक नियमों की जानकारी दी गई. डीएसपी ट्रैफिक कहते है कि हम लोग लगातार स्कूल से संवाद कर रहे हैं इसके अच्छे परिणाम आ रहे हैं.
पुलिस कमिश्नरेट के ट्रैफिक पार्क है स्कूली बच्चों को बुलाकर यातायात के नियमों की जानकारी देते हुए डीएसपी ट्रैफिक और ट्रैफिक पुलिसकर्मी बच्चों के सामने कुछ डेमो भी दिए जैसे कि गाड़ी चलाते समय फोन के इस्तेमाल से क्या नुकसान हो सकता है,
रॉन्ग साइड से गाड़ी चलाने से किस प्रकार का हादसा हो सकता है, इसके अलावा नकली हेलमेट पहनने से क्या दिक्कत आती है बच्चों ने बड़े उत्साह से कैंप में भाग लिया और बताया कि वह घर जाकर अपने पेरेंट्स को ट्रैफिक नियमों की जानकारी देंगे और बिना हेलमेट या सीट बेल्ट के उन्हें गाड़ी चलाने नहीं देंगे.
डीएसपी ट्रैफिक गणेश प्रसाद शाह कहते है इसके पीछे सोच यह है कि घर के बाहर कहीं भी अभिभावक नियम तोड़ें तो बच्चे उनको इस काम से रोकें। ऐसा प्रयोग करने वाला नोएडा उतर प्रदेश का पहला शहर है.
इससे पहले सिर्फ मुंबई और बेंगलुरु में ही ट्रैफिक पॉलिसी पर काम हुआ है. डीएसपी ट्रैफिक कहते कि इस पॉलिसी से शहर के मॉल को भी जोड़ा जाए. इससे मॉल प्रबंधन भी अपने यहां आने वाले लोगों को भी यातायात के प्रति जागरूक करेगा. ये काम वे किसी शो रूम ऑनर से करवा सकते हैं, किसी रेस्टोरेंट से या किसी अन्य माध्यम से. इससे उनकी ब्रांडिंग होगी और यातायात के प्रति जागरूक होंगे.
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