अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: फर्जी पुलिसकर्मी बनकर अपने साथियों के साथ मिलकर अपहरण करने तथा कंप्यूटर की रैम व प्रोसेसर लूटने के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर, इनके के कब्जे से पुलिस ने 1 कार (स्विफ्ट), 30 सीपीयू व 11500 रुपये की नगदी बरामद की हैं। पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक गत 24 जून 2022 को पुलिस थाना सैक्टर-40 में एक शख्स ने शिकायत के माध्यम से बताया कि गत 21 जून 2022 को उसके मोबाइल फोन पर एक फोन आया जिसने उससे प्रोसेसर माँगे तो यह वह प्रोसेसर लेकर हुड्डा सिटी सैन्टर, गुरुग्राम में फोन करने वाले शख्स को दे आया। गत 22 जून 2022 को उसके पास वही फोन पर फिर से फोन आया जिसने उससे 150 PCS RAM तथा 150 PCS प्रोसेसर मांगे।
वह गत 23 जून 2022 को समय लगभग 9.00 पीएम पर 150 PCS RAM तथा 100 PCS PROSSER लेकर हुड्डा सिटी सैन्टर, गुरूग्राम आया और फोन करने वाला शख्स 1 कार में मिला तभी 3 अन्य शख्स और भी वहां पर आ गए जिनमें से एक ने दिल्ली पुलिस की वर्दी पहनी हुई थी और आते ही उसके साथ मारपीट करने लगे तथा उसका मोबाईल फोन भी छीन लिए तथा कुछ दूरी पर चलने के बाद उसको गाडी से नीचे उतार दिया और उसकी RAM, प्रोसेसर तथा मोबाईल फोन लेकर चले गए। जिस सम्बन्ध में भारतीय दंड संहिता की धारा 365 , 392, 394, 34 IPC के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
थाना सेक्टर -40 के प्रबंधक सतीश व P/सब इंस्पेक्टर गौरव की टीम ने इस वारदात में संलिप्त रहे 3 आरोपियों को पकड़ लिया जिनकी पहचान जसविन्द्र, उम्र 28 वर्ष, आवेश उर्फ अवि, उम्र 30 वर्ष तथा नवीन उर्फ शब्द उर्फ गोलू, उम्र 27 वर्ष के रूप में हुई। पुलिस टीम द्वारा गत 25 जून 2022 को आरोपी जसविन्द्र उक्त को सिरसा से तथा आवेश व नवीन को नेहरू पैलेस, दिल्ली से काबू करके गिरफ्तार किया गया तथा अदालत के सम्मुख पेश करके आरोपी जसविन्द्र को 7 दिन के तथा आरोपी आवेश व नवीन को 4 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि आरोपी जसविन्द्र टैक्सी चलाने का काम करता है और हनी ट्रैप के एक केस में बहरोड़ जेल (राजस्थान) में बंद रहा है। आरोपी आवेश व आरोपी नवीन उपरोक्त ने जौहर नगर, दिल्ली में कंप्यूटर का समान बेचने व खरीदने की दुकान किए हुए है और ये जरनेटर चोरी के मामले में बहरोड़ जेल (राजस्थान) में बंद रहे है। जेल में ही इनकी आपस में मुलाकात/दोस्ती हुई थी।
आरोपियों ने पुलिस पूछताछ के दौरान वह भी बताया कि इन्होंने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर लूटने की योजना बनाई और उन्होंने वारदात को अंजाम देने के लिए जीटीबी नगर, दिल्ली से 1500 रुपयों में दिल्ली पुलिस की वर्दी खरीदी तथा अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर इस मुकदमे की वारदात को अंजाम दिया। वारदात को अंजाम देने में प्रयोग की गई कार (Wagon R) इनका एक अन्य साथी लेकर आया था । वारदात को अंजाम देने के बाद उनके द्वारा लूटे गए समान को इन्होंने आगरा में 1 लाख 80 हजार रुपयों में बेच दिया था। रुपयों से इन्होंने दिल्ली नेहरू पैलेस से 30 CPU खरीद लिए तथा इनके पास 11500 रुपए बकाया बच गए। आरोपियों द्वारा *उपरोक्त मुकदमे में लूटे गए समान को बेचने के लिए प्रयोग की गई 1 स्विफ्ट कार, 30 सीपीयू CP व 11500 रुपये की नगदी आरोपियों के कब्जा से बरामद* की गई है। उपरोक्त तीनों आरोपी पुलिस रिमांड पर है, जिनसे अन्य साथी आरोपियों, अन्य वारदातों के बारे में गहनता से पूछताछ की जा रही है।
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