अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम:साइबर थाना , पश्चिम , गुरुग्राम की टीम ने आज एक फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया हैं, पुलिस ने छापेमारी की कार्रवाई के दौरान दो लड़कियों सहित 4 लोगों को अरेस्ट किया हैं, अरेस्ट किए गए आरोपितों ने बीते तीन महीनों में लगभग 150 लोगों से ठगी कर चुके हैं। ये लोग इंश्योरेंस करने के नाम पर आम जनों से ठगी करने का काम करते थे। ये खुलासा आज एसीपी क्राइम प्रीतपाल सांगवान ने आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में किए हैं।
एसीपी क्राइम प्रीतपाल सांगवान ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि गत 3 अगस्त-2022 को गुरुग्राम की रहने वाली एक महिला ने पुलिस थाना साइबर क्राइम, पश्चिम गुरूग्राम में शिकायत दी थी कि किसी अनजान कालर ने एक इंश्योरेंस कंपनी का प्रतिनिधि बनकर कॉल किया व इंश्योरेंस कराने के नाम पर 50000/- रुपए की धोखाधड़ी कर ली। इस सम्बन्ध में भारतीय दंड संहिता की धारा 420 आईपीसी & 66D IT एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। उनका कहना हैं कि गत 7 अगस्त -2022 को थाना साइबर क्राइम, पश्चिम के प्रबंधक जसबीर सिंह की टीम ने इस मुकदमा में कार्रवाई करते हुए पूर्व आजाद नगर, नई दिल्ली से कालिंग करके पॉलिसी देने के नाम पर लोगों के साथ ठगी करने में सक्रिय एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडा फोड़ किया तथा कॉल सेंटर के मालिक व कॉल सेंटर पर कॉलिंग करने वाले एक लङके व 2 लड़कियों सहित कुल 4 आरोपितों को अरेस्ट किया गया।
कॉल सेंटर के मालिक की पहचान सुनील कुमार के रूप में हुई हैं। उनका कहना हैं कि आरोपितों से पूछताछ में ज्ञात हुआ कि इस फर्जी कॉल सेंटर का मालिक सुनील कुमार वर्ष -2018 से 2021 तक एक इन्श्योरेन्स कम्पनी में नौकरी करता था और उसके बाद उसने नामी इंश्योरेंस कम्पनी के नाम पर लोगों के पास कॉल करके उन्हें फर्जी पॉलिसी देकर रुपए ठगी करने का काम शुरु कर दिया। इस काम के लिए उसने दिल्ली में किराए पर कमरा ले लिया व धोखाधड़ी का काम शुरू कर दिया। कॉल सेंटर मालिक कॉलर को सेलरी के अतिरिक्त 3 प्रतिशत कमीशन भी देता था। कॉलर अपना नाम बदलकर इंश्योरेंस कंपनी का प्रतिनिधि बनकर लुभावनी पॉलिसी कस्टमर को बताते और उसके धोखाधड़ी से पॉलिसी के नाम पर उनसे रुपए ट्रांसफर करवा लेते थे तथा इनके द्वारा कोई पुरानी पॉलिसी एडिट करके कस्टमर को ईमेल या व्हाट्सएप के माध्यम से भेज देते।
कस्टमर का डाटा यह अपने एक अन्य साथी से लेता था तथा उसी डेटा के आधार पर ये अपने साथियों के साथ मिलकर लोगों को कॉल करके उन्हें अपना शिकार बनाते थे। पिछले करीब 03 महीनों में ही ये करीब 150 लोगों को अपना शिकार बना चुके थे, जिनसे ये लोग लाखों रुपयों की ठगी कर चुके थे।* पुलिस टीम द्वारा *आरोपितों के कब्जा से 1 लैप टॉप, कालिंग में प्रयोग 09 कालिंग हैंडसेट (मोबाइल फोन्स), 31500 रुपयों की नगदी तथा पीडित कस्टमरों के डाटा बरामद* किया गया है। उनका कहना हैं कि पुलिस टीम द्वारा लड़कियों को मुकदमा में शामिल अनुसंधान किया गया तथा उपरोक्त आरोपित सुनील कुमार व कर्ण सक्सेना को अदालत में पेश करके एक दिन का पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस रिमांड के दौरान आरोपितों से अन्य वारदातों व अन्य साथी आरोपितों के बारे में गहनता से पूछताछ करके बरामदगी की जाएगी।