अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:दिल्ली सरकार ने दिल्लीवासियों का सफर आसान करने के लिए 50 और नई लो फ्लोर एसी सीएनजी बसों को सड़क पर उतारा है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज राजघाट क्लस्टर डिपो से इन 50 एसी सीएनजी बसों और 66 एनफोर्समेंट व्हीकल्स को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। सीएम श्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह बसें बवाना में बने डिपो में रखी जाएंगी और छह नए रूटों पर चलेंगी। इससे ग्रामीण कनेक्टिविटी को काफी मदद मिलेगी। यह सभी एसी सीएनजी बसें सीसीटीवी कैमरा, पैनिक बटन और जीपीएस समेत कई आधुनिक उपकरणों से लैस हैं। इसके अलावा, बस लेन एनफोर्समेंट के लिए पहली बार मोटर साइकिल शामिल की गई है। इनका इस्तेमाल संकरी सड़कों पर किया जाएगा। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में अब तक की सबसे ज्यादा कुल 7320 बसें सड़कों पर हैं।
2025 तक 80 फीसद इलेक्ट्रिक बसों के साथ 10 हज़ार से ज्यादा बसें दिल्ली की जनता की सेवा में होंगी। पिछले दो-तीन साल में पब्लिक ट्रांसपोर्ट में बहुत सारी नई इलेक्ट्रिक और सीएनजी बसों को शामिल किया गया है। हमारा विजन है कि दिल्ली का ट्रांसपोर्ट सिस्टम दुनिया के किसी भी विकसित देश के किसी भी शहर से बेहतर होना चाहिए।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज राजघाट क्लस्टर बस डिपो से 50 नई एसी सीएनजी बसों के साथ बस लेन एनफोर्समेंट और सड़क सुरक्षा के लिए 66 अन्य वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इन एसी सीएनजी बसों को सार्वजनिक बस बेड़े में शामिल होने के बाद दिल्लीवासियों का सफर और आसान हो जाएगा। राजघाट डिपो पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान सीएम श्री अरविंद केजरीवाल ने परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के साथ बस लेन प्रवर्तन वाहनों और लो फ्लोर एसी सीएनजी बसों का जायजा लिया। परिवहन मंत्री ने सीएम अरविंद केजरीवाल को अवगत कराया कि एसी सीएनजी बसों में सुरक्षा मानकों का विशेष ख्याल रखा गया।
इस अवसर पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं हमेशा कहता रहा हूं कि दिल्ली को हम एक आधुनिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम देना चाहते हैं। दिल्ली देश की राजधानी है। हमारा दिल्ली के लिए विजन है कि दिल्ली का ट्रांसपोर्ट सिस्टम दुनिया के किसी भी विकसित देश के किसी भी शहर से बेहतर होना चाहिए। उसी दिशा में पिछले कुछ सालों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट में बहुत सारी बसों को शामिल किया गया है। इसी क्रम में आज 50 नई लो फ्लोर एसी सीएनजी बसें शामिल की गई हैं। बीच में कई साल ऐसे थे, जब एक भी बस दिल्ली की सड़कों पर नहीं आईं। इसलिए बसें बढ़ने की जगह कम होती गईं। जिसकी वजह से लोगों को सार्वजनिक परिवहन में दिक्कतें होने लगीं और बसों में बहुत भीड़ हुआ करती थी। थोड़ा समय तो लगा, लेकिन पिछले दो-तीन साल के अंदर पब्लिक ट्रांसपोर्ट में बहुत सारी नई इलेक्ट्रिक और सीएनजी बसों को शामिल किया गया है। इन 50 नई एसी सीएनजी बसों को बवाना में बनाए गए नए बस डिपो में रखा जाएगा। वहां से यह बसें ग्रामीण एरिया में चलेंगी। इससे ग्रामीण एरिया की कनेक्टिविटी को काफी मदद मिलेगी। अभी तक क्लस्टर बसों के 360 रूट हैं। यह जो 50 नई सीएनजी बसों आई हैं, इनके 6 अतिरिक्त रूट बनाए गए हैं जो मुख्य रूप से ग्रामीण एरिया को कवर करते हैं।
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