महेन्द्रगढ़ : एक बनो, नेक बनो । एक बनने से समाज व राष्ट्र की उन्नति होती है और नेक बनने से भगवत प्राप्ति होती है ।
उक्त उद्गार स्थानीय बाबा जयरामदास धर्मशाला में , श्री गीता विज्ञान प्रचार समिति के तत्वावधान में चल रही भागवत कथा के दौरान अपने प्रवचनों में महामंडलेश्वर स्वामी विज्ञानानन्द सरस्वती ने व्यक्त किए ।
महामंडलेश्वर ने कहा कि हम जैसा विचार, चिन्तन और कार्य करते हैं उसका प्रभाव समाज पर भी पड़ता है । उन्होंने कहा कि हमें क्षेत्रवाद, भाषावाद आदि वाद-विवादों को भुलाकर एक बनना चाहिए तथा राष्ट्ररुपी परमात्मा की सेवा करनी चाहिए । नेक, चरित्रवान होने से भगवत प्राप्ति होती है, दुष्चरित्र की दुर्गति होती है । स्वामी जी ने श्रद्धालुओं से कहा कि परमात्मा का नाम इतना महान है कि ऐसा कोई पाप नहीं जो उसके नाम से नष्ट न हो जाए । उन्होंने अजामील, गणिका, गज का प्रसंग लेते हुए कहा परमात्मा के नाम से इनका उद्धार हुआ । गरुड़जी भगवान को ढोते रहते हैं लेकिन जब उन्होंने काकभुसुंडिजी से भगवान की मंगलमयी कथा सुनी तो उनका अज्ञान दूर हुआ । अहिल्या आदि का भगवान ने स्वयं उद्धार किया किन्तु उनके नाम ने असंख्य प्राणियों का उद्धार किया है । परमात्मा के नाम जपने, पढ़ने व सुनने से कल्याण होता है । इस अवसर पर श्रीकिशन मस्ताना, जगदीश, किशन सोनी, हरियाणा गौसेवा आयोग के सदस्य दयाशंकर तिवाड़ी, मूलचंद शर्मा,शिवचरण गुप्ता, हरिराम मैहता, पवन नांगलिया, रामू, मा. जयदयाल वर्मा, शकुन्तला, अनिल, सुनील, हरिद्वार से स्वामीजी के साथ आई टीम के सदस्यगणों सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित थे ।
महेंद्रगढ़ : परमात्मा का नाम जपने, पढ़ने व सुनने से मनुष्य का कल्याण होता हो जाता है, स्वामी विज्ञानानन्द सरस्वती
विनीत पंसारी रिपोर्ट