अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नॉएडा:मथुरा-वृंदावन भारतीय संस्कृति का एक बहुत बड़ा केंद्र है यहां पर एक हेरिटेज कॉरिडोर बनाने की योजना स्वीकृत की गई है 12 सौ हेक्टेयर में यह बनाया जा रहा है. यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) यमुना एक्सप्रेस वे से बांके बिहारी मंदिर को सीधे जोड़ने के लिए ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे बनाया जा रहा है जो 100 मीटर चौड़ा होगा. यीडा के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि इस ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे के किनारे अपने कल्चरल हेरिटेज मथुरा के ब्रिज क्षेत्र को दिखाने के लिए एक पूरा एरिया विकसित किया जा रहा है.
वृंदावन से जुड़ी हुई और मथुरा से जुड़ी हुई जो हमारी सांस्कृतिक, फिलोसॉफिकल धरोहर है उसे पुनर्जीवित करने की कोशिश की जा रही है. मथुरा में यमुना प्राधिकरण का एक अर्बन नोट स्वीकृत हुआ है उस को राया अर्बन नोट कहते है जिसके अनुसार वहां पर एक हेरिटेज कॉरिडोर बनाने की योजना है इसकी ग्लोबल ट्रेंडिंग होगी और पीपीपी मोड पर होगा एक्सप्रेस वे का खर्चा प्राधिकरण वहन करेगा और जो पीपीपी डेवलपर होगा वह बाकी चीजें उसके द्वारा की जाएंगी इसके लिए जमीन प्रदेश सरकार उपलब्ध कराएगी यमुना एक्सप्रेस वे से बांके बिहारी मंदिर को सीधे जोड़ने के लिए छह किमी लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे बनेगा।
ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे के किनारे म्यूजियम के साथ-साथ द्वापर काल जो गांव थे जैसे नंदगांव,बरसाने, गोकुल भी विकसित होंगे जो पूरी तरह से श्रीकृष्ण के जीवन की झलकियां दर्शाएंगे। वृंदावन को तालाबों का शहर भी कहा जाता है तो विभिन्न प्रकार के तलाब विकसित किया जाएगा यह सब सड़क के किनारे होगा लोग इसी पैदल भी जा कर देख सकेंगे और अपने वाहनों से भी, इसका मकसद भारतीय संस्कृति को लोगों तक पहुंचाना होगा।डा. अरुणवीर सिंह ने बताया कि इसके अलावा रिवर फ्रंट डेवलपमेंट का कांसेप्ट है साथ ही साथ कथा वाचनालय केंद्र बनेंगे जहां पर कोई भी जाकर भागवत कथा सुन सकेगा यह ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे पहले बांके बिहारी मंदिर को और इसी एक्सप्रेस देश से एक मार्ग निकालकर द्वारकाधीश मंदिर को जोड़ा जाएगा इसको जोड़ने से लोगों को सुगमता हो जाएगी और वृंदावन पहुंचना बहुत आसान हो जाएगा और इससे पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचने में आसानी होगी। यहां पार्किंग के लिए विशेष विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं मथुरा वृंदावन वाहनों के पार्किंग की भारी समस्या है उसको दूर करने के लिए 1400 में पार्किंग का एक विशेष स्थान बनाया जा रहा है. जिससे जाम का सामने किए बगैर सीधे मंदिर जाकर दर्शन कर सकेंगे।डा. अरुणवीर सिंह ने कहा कि ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे का अनुसूचित क्षेत्र 6 किलोमीटर का है उसी 6 किलोमीटर की रेडियस में पूरा बनाया जाएगा. 900 हेक्टेयर की जमीन पर यह बनेगा.जिसकी लागत लगभग साढ़े 7000 करोड की है.
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