Athrav – Online News Portal
अपराध फरीदाबाद हरियाणा

एसीबी ने आज फरीदाबाद व पलवल सहित 22 जिलों में की छापेमारी,करोड़ों की रिश्वत खोरी के नेटवर्क का हुआ पर्दाफाश।

अजीत सिन्हा की रिपोर्ट 
चंडीगढ़: एक आपराधिक मामले की रजिस्ट्री में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो हरियाणा द्वारा की गई जांच से पता चला कि विभाग के लोक सेवकों का एक सुव्यवस्थित गठजोड़ मौजूद था, जिस में कुछ वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे, जिन्हें रैकेट को चालू रखने के लिए मासिक आधार पर मोटी रकम का भुगतान किया गया था। इस घोटाले के हिस्से के रूप में, ट्रांसपोर्टरों की एक पसंदीदा सूची ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों के बीच सड़क के किनारे की जाँच के लिए परिचालित की गई थी ताकि वे प्रतिफल के बदले आवश्यक कर भुगतान से बच सकें।बिचौलियों ने ट्रांसपोर्टरों से रिश्वत के संग्रह में दलालों के रूप में काम किया और इसे लोक सेवकों को दे दिया।

ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि पलवल एंव  फरीदाबाद के आबकारी एवं कराधान विभाग के लोक सेवकों के खिलाफ कुछ ट्रांसपोर्टरों से रिश्वत लेने के आरोप में मुकदमा नंबर- 408/22 दर्ज की गई थी ताकि उन्हें जांच से बाहर कर दिया जा सके। वे कर भुगतान से बचते हैं। तत्कालीन अतिरिक्त आबकारी एवं कराधान आयुक्त धीरज गर्ग नाम के वरिष्ठ पदाधिकारियों में से एक प्रतिफल के लिए रिश्वत प्राप्त करने के रैकेट में शामिल पाया गया है। जांच में पता चला है कि उसने फर्जी पतों पर खोली गई कई शेल कंपनियों में अपनी अवैध संपत्ति छिपाई है और दिल्ली और हरियाणा के आस पास बेनामी नामों से संपत्तियां खरीदी हैं। 

एसीबी की टीमों द्वारा 22 स्थानों पर की गई तलाशी में लोक सेवक धीरज गर्ग के कथित स्वामित्व वाली संपत्तियों और कंपनियों का पता चला है, जिसमें लगभग 200 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। अवैध परितोषण के परिणामस्वरूप 46 करोड़ रुपये प्राप्त हुए। संपत्तियों में आरोपी लोक सेवक द्वारा गुप्त रूप से बेनामी नामों से खोली गई शेल कंपनियों के नाम पर खरीदे गए आवासीय और वाणिज्यिक परिसर शामिल हैं और निजी व्यक्तियों और ट्रांसपोर्टरों की मिलीभगत से उसके द्वारा प्राप्त रिश्वत के पैसे से सामने वाले लोगों के माध्यम से। छापेमारी में अवैध धन को चैनलाइज करने के लिए फर्जी बिक्री दस्तावेज बनाने का भी खुलासा हुआ है। आरोपी लोक सेवक करोड़ों रुपए की शेल कंपनियों के नाम से खरीदी गई पंचकूला और गुड़गांव में संपत्तियों में रह रहा है। आपराधिक मामले में अभियुक्तों की संलिप्तता और अन्य सह-अभियुक्तों के साथ साजिश में प्राप्त अवैध धन की तैनाती से संबंधित आपत्तिजनक दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जब्त किए गए हैं। धीरज गर्ग से उनकी भूमिका के साथ-साथ अन्य लोक सेवकों और निजी व्यक्तियों की भूमिका के लिए पूछताछ की जा रही है, जिनकी भूमिका अवैध संतुष्टि प्राप्त करने और फर्जी कंपनियों/फर्मों में उन धन की तैनाती के मामले में सामने आई है। आगे की जांच चल रही है।

Related posts

फरीदाबाद: सीपी विकास अरोड़ा ने आज मेट्रो हॉस्पिटल वायरल वीडियो के मामले में तीन पुलिसकर्मी को किया सस्पेंड।

Ajit Sinha

कांग्रेस नेता लखन सिंगला ने 15 दिन पहले बनाई सड़क तोडऩे को बताया साजिश, सीएम से की जांच की मांग

Ajit Sinha

फरीदाबाद: प्रत्येक मतदाता सुनिश्चित करें कि उनका नाम मतदाता सूची में शामिल हो : उपायुक्त

Ajit Sinha
0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Oldest
Newest Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments
error: Content is protected !!
0
Would love your thoughts, please comment.x
()
x