अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:बाहरी उत्तरी जिले के साइबर क्राइम थाना की टीम ने आज जामताड़ा , झारखंड से 5 साइबर ठगों को अरेस्ट किया हैं। अरेस्ट शातिर अपराधियों के कब्जे से वारदात में इस्तेमाल किए गए 34 एंड्राइड और आईओएस मोबाइल फोन और 7 सिमकार्ड , 21,761 उपयोग किए गए/बिना उपयोग किए गए सिम कार्ड , लगभग 10 लाख रूपए बरामद किए गए हैं। इन अपराधियों ने अब 2500 से अधिक लोगों करोड़ों रूपए की ठगी कर चुके हैं।
वारदात: –
डीसीपी, बाहरी उत्तरी जिला, रवि कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में दुबई में रहने वाली शिकायतकर्ता अपनी बेटी को दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में मिलने के लिए दिल्ली आए थे । वह अपनी बेटी की बैंक पासबुक को अपडेट करवाना चाहते थे और गूगल पर कस्टमर केयर नंबर की तलाश कर रहे थे । उन्होंने उस नंबर यानी 9339099957 पर कॉल किया। उक्त फोन नंबर पर कॉल करने वाले व्यक्ति ने पेशेवर तरीके से बात की और शिकायतकर्ता को व्हाट्सएप के माध्यम से लिंक भेजकर प्ले स्टोर से आगे की सहायता के लिए “एसबीआई एनीडेस्क” एप्लीकेशन डाउनलोड करने के लिए राजी/प्रेरित किया। (7001588081) एसबीआई कस्टमर केयर कार्मिक के रूप में प्रस्तुत कर उन्होंने अपनी लोकेशन शेयर करने को कहा और बताया कि अब डिजिटल इंडिया में सब कुछ ऑनलाइन है। फिर जालसाज ने उनसे अपनी नेट बैंकिंग खोलने को कहा। इन व्यक्तियों ने एक वरिष्ठ अधिकारी बताकर एक व्यक्ति को कॉल फॉरवर्ड किया और मोबाइल फोन की रिमोट एक्सैस हासिल की और एसबीआई बैंक खाते से क्रमशः 9,50000/- रुपये और 50,000 रुपये के दो अनधिकृत लेनदेन किए.इसके बाद वह मदद के लिए पीड़ित साइबर क्राइम थाना बवाना पहुंचे। साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन बवाना की एक टीम ने तेजी से प्रतिक्रिया दी और तुरंत एनसीआरपी पोर्टल पर शिकायत दर्ज होने के बाद और सघन मनी ट्रेल कर तुरंत एसबीआई, गूगल, फ्लिपकार्ट और नोडल को मेल लिखना शुरू कर दिया और पैसे को ब्लॉक करने के लिए फोन कॉल करके सतर्क कर दिया । इस संबंध में एक एफआईआर नंबर 16/23, धारा 420 आईपीसी भी दर्ज की गई थी और जांच शुरू की गई थी।
टीम और आपरेशन:-
उनका कहना हैं कि अपराध की गंभीरता को भांपते हुए एसएचओ/पीएस साइबर क्राइम/आउटर नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट, इंस्पेक्टर रमण कुमार सिंह, इंस्पेक्टर देवेंद्र, एसआई जगदीप नारा, एचसी संदीप, एचसी विनोद कुमार, एचसी रमन, एचसी अनिल और कांस्टेबल विकास की टीम का गठन एसीपी/ऑपरेशन श्री यशपाल सिंह की देखरेख में किया गया । जांच के दौरान कथित फोन नंबरों का कॉल डिटेल रिकॉर्ड मांगे गए, पैसे की लेन-देन और एसबीआई बैंक और बिल डेस्क से रिकॉर्ड में लिए गए विवरण। विश्लेषण करने पर यह पाया गया कि इन व्यक्तियों ने अपने स्थानों को छिपाने के लिए Google वेबपेज ग्राहक फोन नंबरों को बार-बार बदलने के साथ-साथ कॉल फॉरवर्डिंग पद्धति का उपयोग किया। फोन नंबर और IMEI का व्यापक परिप्रेक्ष्य में विश्लेषण किया गया और यह देखा गया कि ये व्यक्ति पैन इंडिया आधार पर संगठित और पेशेवर तरीके से ऑनलाइन साइबर धोखाधड़ी कर रहे हैं। 11/4/23 को निगरानी और तकनीकी सुराग के आधार पर झारखंड पुलिस की एक टीम के साथ ग्राम नवाडीह, नया टोला थाना- कर्मतार जिला जामताड़ा, झारखंड में छापा मारा गया। निम्नलिखित अभियुक्तों को गांव नवाडीह, करमाटार में एक सुनसान जगह से कॉल करते हुए पकड़ा गया:-
1. निजामुद्दीन अंसारी उर्फ़ निजाम निवासी गांव नवाडीह पीओ शीतलपुर पीएस करमाटार जामताड़ा झारखंड उम्र 23 साल
2. अफरोज आलम निवासी गांव नवाडीह पीओ शीतलपुर थाना करमाटार जामताड़ा झारखंड उम्र 23 साल
3. मो आमिर अंसारी निवासी गांव भितरा पीओ शीतलपुर थाना करमाटांड़ जामताड़ा झारखंड उम्र 22 साल।
4. सरफराज अंसारी निवासी गांव नवाडीह पीओ शीतलपुर थाने करमाटांड़ जामताड़ा झारखंड उम्र 22 साल
5. अफरोज अंसारी निवासी गांव नवाडीह पीओ शीतलपुर थाने करमाटांड़ जामताड़ा झारखंड उम्र 22 साल जिनके पास अपराध मे प्रयुक्त 25 मोबाइल फोन जिनमें आपत्तिजनक डेटा और फर्जी सिम कार्ड हैं बरामद हुए । इसके बाद सभी पांच उपरोक्त आरोपियों को कानून की उचित प्रक्रिया के अनुसार गिरफ्तार कर लिया गया।
जांच के दौरान पता चला है कि जामताड़ा साइबर बदमाशों को सिम कार्ड रेजीनगर मुर्शिदाबाद से एक्टिवेशन के बाद सप्लाई किए जाते थे और एक ही मोबाइल फोन में एक दिन में 300 से ज्यादा सिम एक्टिवेट किए जाते थे। इसके बाद एक आरोपी निजामुद्दीन@निजाम को लेकर एक टीम को मुर्शिदाबाद भेजा गया। तकनीकी सुराग और निगरानी पर आगे की जांच के दौरान हेरा पारा नटुनपारा झिकरा मुर्शिदाबाद पश्चिम बंगाल से नसीम मालित्य निवासी ग्राम हेरोपारा नटुनपारा झिकरा मुर्शिदाबाद पश्चिम बंगाल, उम्र 31 वर्ष को कथित मोबाइल IMEI 866021045801858 और 866021045801866 के साथ पकड़ा गया जिसमें फोन नं (9339099957)चालू किया गया था । इसके अलावा, उसके घर से 9 मोबाइल फोन (Apple, Android और फीचर फोन सहित) बरामद किए गए। इसके अलावा उसके घर से 21761 सिम कार्ड भी बरामद किए गए । साइबर धोखाधड़ी में इन नंबरों के उपयोग का पता लगाने के लिए इन सिम कार्डों के आईएमएसआई नंबर से पता लगाया जा रहा है।
मोडस ऑपरेंडी:
ये साइबर अपराधी एक आपराधिक साजिश के तहत REGI NAGAR, मुर्शिदाबाद से पूर्व-सक्रिय सिम कार्ड आपूर्तिकर्ता के घातक संयोजन के तहत एक बहुत ही गुप्त तरीके से काम कर रहे थे , ताकि साइबर ट्रेल के दौरान खुद को एजेंसियों की नजरों से बचा सकें, क्योंकि सिम सब्सक्राइबर को कभी पता नहीं चलता था कि उसका सिम जामताड़ा के साइबर ठग इस्तेमाल कर रहे हैं। वे उपरोक्त तरीके से प्राप्त नंबर को लगभग सभी बैंकों, फ्लिपकार्ट, मिसो और अमेजन के कस्टमर केयर नंबर के रूप में पोस्ट करते थे और एक बार जब कोई व्यक्ति इन बैंकों या ऑनलाइन शॉपिंग साइटों के कस्टमर केयर नंबर खोजता है, तो दूसरी तरफ का व्यक्ति खुद को इस तरह से प्रदर्शित करता था की वह उस बैंक या ऑनलाइन शॉपिंग साइट के कस्टमर केयर अधिकारी है और उन्हें पहले बैंक का नाम यानी SBI-ANY DESK जोड़कर शेयरिंग / मिररिंग ऐप डाउनलोड करवाते थे और एक बार ऐप इंस्टॉल हो जाने के बाद वे तुरंत पैसे निकाल लेते थे। एक जालसाज एक समय में कॉल करने के लिए 03-04 स्मार्ट मोबाइल फोन रखता था और गांव नवादीह, करमातार, जामताड़ा में एक दूरस्थ स्थान का चयन करता था जहां पर पुलिस की पहुंच मुश्किल होती है और वे उस जगह की ओर किसी बाहरी व्यक्ति की आवाजाही को देखकर आसानी से भाग सकते थे ।
आरोपी व्यक्तियों का प्रोफाइल :
1. निजामुद्दीन अंसारी उर्फ़ निजाम निवासी ग्राम नवाडीह पीओ शीतलपुर थाना करमातर जामताड़ा, झारखंड उम्र 23 साल। वह पहले एक साइबर क्राइम केस एफआईआर नंबर 48/21 पीएस साइबर जामताड़ा में शामिल था और 04 महीने जेल में रहा और वर्तमान में जमानत पर है। वह 08वीं पास है और इस केस के मास्टरमाइंड में से एक है। वह वरिष्ठ बैंक प्रबंधक के रूप में प्रस्तुत करता था।
2. अफरोज आलम निवासी ग्राम नवाडीह डाकघर शीतलपुर थाना करमातार जामताड़ा झारखंड उम्र 23 वर्ष। वह दूसरी कक्षा के बाद स्कूल ड्रॉप आउट है। वह खुद को बैंक अधिकारियों के रूप प्रस्तुत करता था।
3. मो आमिर अंसारी निवासी ग्राम भितरा पीओ शीतलपुर थाना करमतर जामताड़ा झारखंड उम्र 22 वर्ष। वह 10वीं पास हैं। वह पहले फेसबुक ऐड बढ़ाने के दौरान जालसाजों की समस्याओं का समाधान करता था और ऑनलाइन ट्रैफिक की समस्याओं का भी समाधान करता था। लेकिन चचेरे भाई की सगाई नवाडीह में होने के बाद उसने इस गिरोह के साथ काम करना शुरू कर दिया और कस्टमर केयर नंबरों पर किए जाने वाले कॉल का वह जवाब देता था।
4. सरफराज अंसारी निवासी ग्राम नवाडीह डाकघर शीतलपुर थाना करमातर जामताड़ा झारखंड उम्र 22 वर्ष। वह 10वीं पास हैं। वह कस्टमर केयर नंबरों पर किए गए कॉल का जवाब देता था।
5. अफरोज अंसारी निवासी ग्राम नवाडीह डाकघर शीतलपुर थाना करमातर जामताड़ा झारखंड उम्र 21 वर्ष। वह 8 वीं कक्षा पास है। वह कस्टमर केयर नंबरों पर किए गए कॉल का जवाब देता था।6. नसीम मालित्य निवासी गांव हेरोपारा नटुनपारा झिकरा मुर्शिदाबाद पश्चिम बंगाल उम्र 31 साल। वह 6 वीं पास है, इससे पहले उसने 2014 तक मुंबई में एसी रिपेयरिंग के लिए काम किया था। वह जामताड़ा से संचालित होने वाले साइबर बदमाशों को पूर्व-सक्रिय सिम कार्ड की आपूर्ति करता था ।
बरामदगी:
25 स्मार्ट फोन, 07 सिम कार्ड,21,761 उपयोग किए गए/बिना उपयोग किए गए सिम कार्ड, जिनके लिए आगे की जांच चल रही है। 10 लाख में से 9.73 लाख रुपये का पता लगा लिया गया है और वापसी की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। शेष रुपये 27,000 को फ्लिपकार्ट से भी ट्रैक किया गया है ।
मामले की जांच जारी है।