अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि इस बात की तो हैरानी आपमें से तो किसी को नहीं होगी कि सीबीआई को सत्यपाल मलिक के पीछे छोड़ दिया, वो होना ही था। हैरानी तो इस बात की हमें तो हुई, मुझे तो पूरा भरोसा है कि आपको भी हुई होगी कि ये करने में साहब ने 10 दिन क्यों लगा दिए? तबीयत तो ठीक है साहब की हमारे, 10 दिन लग गए सीबीआई को सत्यपाल मलिक को बुलाने में। हमें बड़ी चिंता हो रही है साहब की… या तो सीबीआई और एजेंसी अब सुन नहीं रहे साहब की… या सोचने को मजबूर हो गए कि करें या नहीं करें… या गर्मियों की छुट्टियां हो गईं, चले गए। हमें नहीं मालूम कि क्या हुआ, लेकिन 10 दिन साहब को लग जाएं एजेंसी को सत्यपाल मलिक के पीछे छोड़ने में, ये हैरानी की बात है।
पूरा देश इंतजार कर रहा था और इंतजार कर रहा है कि पुलवामा पर जो खुलासा सत्यपाल मलिक जी ने किया, उसके बाद सरकार की तरफ़ से कोई कुछ बोलेगा, कोई तो मुंह खोलेगा, कोई जानकारी देगा, कोई जवाब देगा, कोई प्रतिक्रिया देगा, क्योंकि सत्यपाल मलिक जी ने बड़े स्पष्ट तौर से कहा था कि इंटेलिजेंस failure था, सुरक्षा में चूक थी। अगर 5 विमान मुहैया करा दिए जाते सीआरपीएफ़ के जवानों को, तो ये आतंकी हमले से वो बच सकते थे। सरकार ने वो विमान देने से इंकार कर दिया। यह बात 2019 में 14 फरवरी की शाम को जब प्रधानमंत्री जी को फोन पर सत्यपाल मलिक जी ने बताई कि साहब ये लापरवाही है, ये चूक है जिसके चलते हमारे जवान शहीद हुए हैं तो प्रधानमंत्री जी ने उन्हें कहा ‘तुम चुप रहो, ये कोई और चीज़ है’। इतना बड़ा खुलासा सत्यपाल मलिक जी ने किया, एक इंटरव्यू में किया, उसके बाद भी एकदम चुप्पी सरकार की तरफ़ से। हाँ, ट्रोल आर्मी जो है इनकी… सत्यपाल मलिक जी के पीछे पड़ गई है, लेकिन सरकार की तरफ़ से कोई बयान नहीं आया, कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। सत्यपाल मलिक जी ने भ्रष्टाचार के विषय में भी कुछ कहा… कहा कि प्रधानमंत्री जी को भ्रष्टाचार से कोई नफ़रत नहीं है। उन्होंने उदाहरण दिए। उन्होंने उदाहरण दिया जब गोवा के वो राज्यपाल थे और प्रधानमंत्री के संज्ञान में गोवा के मुख्यमंत्री के भ्रष्टाचार को लाए तो कार्रवाई मुख्यमंत्री पर नहीं हुई… आज भी वो मुख्यमंत्री हैं लेकिन सत्यपाल मलिक जी को आनन-फानन में हटा दिया गया गोवा से। एक विशेष विमान भेजा गया कि उनको रवाना करो यहाँ से, यहाँ बैठो भी नहीं, यहाँ रुको भी नहीं, एक दिन भी नहीं रुको। तो सत्यपाल मलिक जी ने अडानी वाली मुद्दे पर भी अपने विचार रखे कि प्रधानमंत्री जी को ये अडानी वाला मामला है, वो बहुत भारी पड़ने वाला है। ये तमाम कारण बिल्कुल स्पष्ट तौर पर बताते हैं कि सीबीआई, ईडी और तमाम एजेंसियों को अब सत्यपाल मलिक का पता मिल गया, अब वो जा रहे हैं। आपको याद होगा यही बात बिना राम माधव का नाम लिए सत्यपाल मलिक जी ने 2021 में भी बोली थी। कहा था कि आरएसएस के एक व्यक्ति हैं जो प्रधानमंत्री के बहुत नज़दीकी हैं, वो एक-दो प्रोजेक्ट में बहुत रुचि रख रहे हैं जिसमें 300 करोड़ रु. की रिश्वत इन्हें.. सत्यपाल मलिक जी को भी मिल सकती है। उसके बाद भी सीबीआई ने सत्यपाल मलिक जी का स्टेटमेंट रिकॉर्ड किया था 2021 की अक्टूबर में। आज फिर से ख़बर तो ये आ रही है कि सत्यपाल मलिक जी का स्टेटमेंट सीबीआई रिकॉर्ड करने वाली है। जिस व्यक्ति का नाम लिया, उसके बारे में कोई जानकारी… क्या राम माधव से कोई पूछताछ हुई सीबीआई की तरफ़ से? कोई और एजेंसी का नोटिस उन्हें गया? अगर गया तो वो जानकारी सार्वजनिक क्यों नहीं की जा रही है, इसे क्यों छुपाया जा रहा है? क्या राम माधव के तार आरएसएस में और ऊपर तक जुड़े हैं? क्या वो प्रधानमंत्री के वाकई नज़दीकी हैं? ये तमाम सवाल सत्यपाल मलिक जी के खुलासों के बाद मुंह बाये खड़े हैं, हम सब इनके जवाबों का इंतजार कर रहे हैं। ये संदेश दिया जा रहा है सीबीआई को सत्यपाल मलिक जी के पीछे लगाकर… एक संदेश ना केवल सत्यपाल मलिक जी को दिया जा रहा है और वो संदेश क्या है – वो संदेश वही है जो 14 फ़रवरी, 2019 को उन्हें फोन पर प्रधानमंत्री जी ने खुद कहा था – ‘तुम चुप रहो’। फिर से वही संदेश अबकी बार सीबीआई के मार्फ़त दिलवाया जा रहा है सत्यपाल मलिक जी को कि अभी भी आप चुप रहिए, आपकी भलाई इसी में है। ना केवल ये संदेश सत्यपाल मलिक के लिए है, यह संदेश ऐसे तमाम लोगों के लिए है, जो ना तो पेड़ हैं और ना ही वो रेड से डरते हैं। उनमें ज़मीर है, उनके भीतर सत्य की आवाज़ है। वो आज सवाल पूछने की हिम्मत रखते हैं तो उनको धमकाया जा रहा है कि अगर आप सत्यपाल मलिक जी की तरह मुंह खोलेंगे तो आपके दरवाजे पर भी सीबीआई दस्तक देगी। ये स्थिति साहब ने एजेंसी की बना दी है, ये स्थिति साहब ने संविधान की बना दी है और ये व्यक्ति कौन है सत्यपाल मलिक – कोई कांग्रेस के नहीं हैं, कोई विपक्ष के नहीं हैं। आज भी जब मैं ये प्रेस वार्ता कर रहा हूं, आज भी सत्यपाल मलिक जी भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ नेता हैं। आज से कुछ महीनों पहले तक वो प्रधानमंत्री जी के एक चहेते नेता थे। आज से कुछ महीनों पहले वो राज्यपाल भी थे। आज से दो-ढाई साल पहले वो जम्मू-कश्मीर जैसे संवेदनशील राज्य के राज्यपाल थे… तो लगातार आपने उनको एक से एक अच्छी पोस्ट दी। आज जब वो कुछ सवाल पूछ रहे हैं, तो आप सीबीआई उनके पास भेज रहे हैं। जिस पर आरोप लगाया, सुना है वो अमेरिका में घूम रहे हैं और जिसने आरोप लगाया, वो अब सीबीआई के चक्कर काटेगा। तो जो राहुल गांधी जी बार-बार हम सबको कहते हैं कि डरो मत, यह बात अब लोगों को समझ में आने लगी है। यह बात शायद सीबीआई को भी समझ आने लगी है, 10 दिन इसीलिए लगे होंगे और सत्यपाल मलिक जी के खुलासों के बाद ऐसे कई लोग हैं, जो और कई खुलासे करने वाले हैं। इस सरकार के 9 साल जिस तरह से गुज़रे हैं, जिस तरह से निर्णय लिए गए हैं, जिस तरह की नीतियां निर्धारित की गई हैं… ऐसी कई चीजें हैं जो ये छुपाना चाहते हैं और ऐसे कई लोग हैं जो वो बातें बताना चाहते हैं। आने वाले दिन आप सबके लिए बहुत रोचक होने वाले हैं और लोकतंत्र के लिए बहुत अच्छे होने वाले हैं क्योंकि लोकतंत्र की रक्षा सत्यपाल मलिक जी जैसे लोग ही करते हैं, जो सही वक्त पर बोलना जानते हैं।
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