अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी ने कहा कि आज मैं यहां हेलीकॉप्टर में कुछ 10-15 मिनट दूर यहां पर जब लैण्ड किया तो वहां से हम गाड़ी में आ रहे थे तो मुझे बहुत खुशी हुई यह देखकर कि कितनी हरियाली है और कितनी सुंदर जगह है और मैं यहां आकर आज बहुत-बहुत खुश हूं। ये संगम नगरी है, यहां कावेरी और काबिनी नदी का संगम है, मन्दिरों की नगरी है, यहां आकर जैसे मैंने कहा मुझे बहुत खुशी है और मुझे एहसास है कि ये एक पवित्र भूमि भी है। देखिए चुनाव के मौके पर मैं यहां आई हूं और चुनाव का मौका ऐसा होता है, जबकि अलग-अलग पार्टी के नेता आकर आपको अलग-अलग चीजें बताते हैं, सब कहते हैं कि हम अच्छे हैं, वो बुरे हैं, उन्होंने सारा काम खराब किया, हम सारा काम ठीक करेंगे। तो आप दोनों पक्ष सुनते हैं, आप कैसे तय करेंगे कि कौन सच बोल रहा है, कौन सही बोल रहा है और किसको इस बार वोट देना चाहिए? तो इसके लिए कुछ चीजें हैं, जो मूल चीजें हैं, वो समझना बहुत जरूरी है, क्योंकि जब तक हम वो मूल, जो जमीनी चीजें हैं वो नहीं समझ पाएंगे, तब तक जो निर्णय हम लेंगे चुनाव में, वो सही निर्णय नहीं होगा।
तो आपका प्रदेश कर्नाटका है, भारत देश का हिस्सा है तो एक बार थोड़ा सोचिए कि देश और प्रदेश बनता कैसे है? हमारी अपनी-अपनी संस्कृति से बनता है, कर्नाटका की अपनी संस्कृति है, यहां के जो बड़े-बुजुर्ग हैं उनकी सोच से बनता है प्रदेश और आप सबकी मेहनत से बनता है। चाहे मेरे भाई हो, जो खेतों में काम करते हैं, चाहे मेरी बहने जो घर पर भी करती है, खेतों में भी करती हैं, जो समाज को बनाती हैं, आप सभी ने कर्नाटका को बनाया है। हमको अपने प्रदेश पर, अपने देश पर गर्व क्यों होता है – गर्व इसलिए होता है क्योंकि हमने बनाया है। जब आप अपने गन्ने की खेती पर काम करते हो और फसल अच्छी उगती है, हरियाली होती है, तभी आपको उस खेती पर गर्व होता है, जब आपकी मेहनत, आपका पसीना उस खेती की जमीन में मिला होता है। इसी तरह से सरकार क्या होती है – सरकार वो होती है जो आपको अपने प्रदेश को, अपने देश को बनाने में मदद करती है, जिस पर आप भरोसा कर सकते हैं, जो आपके लिए समर्पित रहती है, जो जनता की, आप सबकी आवाज सुनती है, समझती है और आपकी समस्याओं को जानने की कोशिश करते हैं, उनको हल करने की कोशिश करते हैं, सरकार का कर्तव्य होता है देश की भलाई, देश को आगे बढ़ाना, विकास करवाना और जितनी भी अलग-अलग संस्कृतियां हैं, उन्हें कायम रखना, सेवा एक सरकार का धर्म होता है और ईमानदारी एक ऐसा उसूल है कि सरकार का कर्तव्य है कि ये उसूल वो अपनायें, लेकिन आज कर्नाटका में स्थिति क्या है – स्थिति ये है कि जो सरकार बनी, कुछ सालों पहले वो सबसे पहले ही, शुरू से ही आपके भरोसे पर नहीं बनी, क्योंकि पिछले चुनाव में आपने एक और सरकार चुनी थी, आपने कांग्रेस और जेडीयू की सरकार चुनी थी और गलत तरीकों से, पैसों के इस्तेमाल से भाजपा ने उस सरकार को तोड़कर ये सरकार बनाई। तो शुरू से इस सरकार का जो मूल था, ये सरकार जिस आधार पर बनी थी, वो शुरू से ही गलत था, शुरू से ही धोखा और लालच के आधार पर बनी तो लालच के ही आधार पर निर्णय लेती रहेगी। इसका नतीजा क्या रहा – इसका नतीजा ये रहा कि ऐसे बहुत सारे काम थे जो करने चाहिए थे इनको, जो इन्होंने किए नहीं, पिछले अगर आप कुछ 3 सालों में देखें तो आपको पता चलेगा कि केन्द्र से जितने पैसे कर्नाटका के लिए आने थे वो आहिस्ते–आहिस्ते कम होते चले गए। कर्नाटका का अपना झण्डा है, आपके गर्व की निशानी है, आज तक उसे उन्होंने अप्रूव नहीं किया, आपको दुर्बल नेता मिले, बार-बार मुख्यमंत्री बदलते गए, मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हुआ और जो गवर्नेंस की बातें हैं, जिससे प्रदेश चलता है, वो सब ढीली पड़ गईं, सबसे ज्यादा दु:ख की बात तो ये है कि ये जो 40 परसेंट की सरकार चली, उसने आपको लूटा, बेशर्मी से लूटा और बेरहमी से लूटा।आपने सुना होगा कि कितने कॉन्ट्रैक्टर्स ने आत्महत्या की, आपने ये भी सुना होगा कि कॉन्ट्रैक्टर एसोसिएशन और स्कूल मैनेजमेंट ऐसोसिएशन ने पीएम तक चिट्ठी लिखी, कोई समाधान नहीं हुआ। भर्तियों में स्कैम हुए, पुलिस की भर्तियों में स्कैम हुए, तमाम स्कैम हुए, लेकिन कहीं किसी भी दोषी को नहीं पकड़ा गया, क्योंकि ज्यादातर दोषी भाजपा से ऐसोसिएटेड थे।आपने शायद पढ़ा होगा कि एक विधायक के बेटे के पास 8 करोड़ रुपए कैश में मिले। उस पर कार्यवाही करने की बजाए उनके पिता ने तो परेड निकाल ली। किसी को नहीं छोड़ा, कोविड के मरीजों को नहीं छोड़ा, स्कूल के बच्चों के अंडों को नहीं छोड़ा, जहाँ देखो, वहाँ पर जहाँ मौका मिला, इन्होंने आपको लूटा। कहा जाता है कि डेढ़ लाख करोड़ रुपए लूटे गए हैं कर्नाटका प्रदेश से। आपको मालूम है कि इन डेढ़ लाख करोड़ रुपयों में कितना बन सकता था आपके प्रदेश के लिए, 100 एम्स के अस्पताल बन सकते थे। छ: लेन की एक एक्सप्रेसवे 2,250 किलोमीटर लंबी बन सकती थी। 30 हजार स्मार्ट क्लास रुम बन सकते थे। 750 किलोमीटर लंबी मेट्रो बन सकती थी। 30 लाख अफोर्डेबल हाउसिंग के घर, सोचिए जितना इन्होंने लूटा है, उसमें से 30 लाख लोगों के लिए घर बन सकते थे। तो जब सरकार की नीयत ऐसी होती है, तो इसका असर किस पर होता है, आप बताइए? ये नौजवान जो यहाँ पर खड़े हैं, हाथ उठाओ कितने नौजवान हैं यहाँ (विशाल जनसभा को पूछते हुए श्रीमती प्रियंका गांधी ने कहा)? आपमें से कितनों को सरकारी नौकरी मिली? नहीं मिली ना, क्या आपको मालूम है कि लाखों पद खाली पड़े हैं सरकार के और ये लाखों पद खाली हैं और आप सब बेरोजगार हैं, तो इसका क्या मतलब है? ये तो आपकी ही नौकरियां हैं, आपका ही रोजगार है और सरकार आपको दे नहीं रही है। जितने वायदे किए इस सरकार ने, सारे तोड़ दिए।आपको याद है कि आपको कहा था ‘नम्मा कर्नाटक्कके नम्मा वचना’, याद है आपको? आज कांग्रेस भाजपा से पूछती है कि नम्मा हरिराई दिया उत्तरा? आप जवाब नहीं दे पा रहे हैं, हम सवाल उठा रहे हैं – ये रोजगार कहाँ गए, ये पैसा कहाँ गया, ये जो आपने वचन दिए थे, इनका क्या हुआ और आप जवाब नहीं दे पा रहे हैं? इन्होंने आरक्षण की बात की, इस पर भी धोखा दिया, कहा कि आरक्षण को बढ़ाएंगे। लेकिन केंद्र में भी इन्हीं की सरकार है और केंद्र में उसको बढ़ाने के लिए जो 9 वें शेड्यूल में डालना पड़ता है, वो उन्होंने डाला नहीं। यहाँ पर प्रचार किया कि आरक्षण बढ़ाया जाएगा और वहाँ पर उन्होंने आरक्षण को बढ़ाने का कोई काम नहीं किया।आप नंदिनी को जानते हैं, जानते हैं? आपके यहाँ के कर्नाटका का एक कॉपरेटिव है, जो सब दूध बनाता है और दूध के पदार्थ बनाता है। उसको भी तोड़ने की कोशिश की, एक साजिश की। पहले 99 लाख लीटर दूध कलेक्ट किया जाता था। आज 70 लाख हो रहा है। इन्होंने जानबूझ कर ये कम करवाया है ताकि आपको लगे कि कम हो रहा है और वो अमूल की जो कॉपरेटिव है, वो कर्नाटका में ला पाएं। आपको याद होगा कि कांग्रेस के समय में इतना दूध इकट्ठा होता था कि बचता था और उसी वजह से जो स्कूल के बच्चों को दूध दिलवाने का कार्यक्रम, जो योजना बनाई क्षीर भाग्य, वो उसी की वजह से बना। इतना दूध इकट्ठा हो रहा था कि हम स्कूल के बच्चों को दूध पिला पा रहे थे।आपको याद होगा कि क्षीर भाग्य प्रोग्राम था, जिसमें हम 5 रुपए प्रति लीटर हम किसानों को देते थे, इसलिए और भी दूध इकट्ठा होता था। तो मैं ये सब बातें क्यों कर रही हूं – क्योंकि मैं चाहती हूं कि आप पहचानें कि ये जो आपका कर्नाटका है, जिस पर आपको गर्व है, जिसको आपने बनाया है, इसको किस तरह लूटा जा रहा है। कुछ सरकारें होती हैं जो आपके हित में काम करती हैं, जो आपके गुरुओं, आपकी संस्कृति का आदर करती हैं। आज श्री बासवन्ना जी, श्री नारायण गुरु जैसे आपके महापुरुष थे, महात्मा थे, आज वो क्या सोचते होंगे कि ऐसी सभाओं में, चुनावी सभाओं में उनका नाम लिया जाता है, लेकिन आपके ही प्रदेश में आरएसएस जैसी संस्थाएं उनकी ही सीख को घुमा कर दूसरी तरह से आपके सामने पेश करना चाहती है और उनके बारे में झूठ फैलाया जाता है। वो क्या सोचते हैं कि इतनी महान कर्नाटका की जनता है, जिसने हमेशा अपने आत्मविश्वास से, अपनी मेहनत से अपनी कमाई की है कि यहाँ मंच पर खड़े होकर भाजपा के नेता आपको धमकी देते हैं। आपको कहते हैं कि अगर भाजपा को वोट नहीं दोगे तो मोदी जी का आशीर्वाद आपके साथ नहीं हैं। जिस जनता को बासवन्ना जी, नारायण गुरु जी, कुवेम्पु जैसे महात्माओं ने आशीर्वाद दिया, उस जनता को किसी भी आज के नेता के आशीर्वाद की जरुरत नहीं है, वैसा कहना आपके प्रति अपमान की बात है।कर्नाटका एक ऐसा प्रदेश है, जो अपने आप अपनी मेहनत से बना। आपके सोचने की इच्छा शक्ति, अपने प्रदेश को बदलने की इच्छा शक्ति, आपकी जो अपनी मेहनत है, उसी से आप बने हैं। आपने कितनी बार असंभव को संभव किया। आपने पूरे देश को दिखाया, देशभर में जब कोई जाता है, कर्नाटका का होता है, तो हम सब समझते हैं कि बहुत मेहनती होगा। तो जब आपके साथ इस तरह की बातें होती हैं, जब लूट होती है, जब आपकी शक्ति को पहचाना नहीं जाता है, तो पूरे देश को दुख होता है। जब हमें पता चलता है कि ढाई लाख सरकारी नौकरियां, सरकारी पद खाली हैं और वो भरे नहीं गए और यहाँ के नौजवान बेरोजगार हैं, तो दुख होता है। जब पता चलता है कि हर पोस्ट का रेट पहले से ही फिक्स है, तो दिल टूटता है। आज लेक्चरर की पोस्ट के लिए 30 से 50 लाख, जूनियर इंजीनियर की पोस्ट के लिए 30 लाख, असिस्टेंट प्रोफेसर की पोस्ट के लिए 50 से 70 लाख, क्या है ये? वहाँ प्रधानमंत्री के बड़े-बड़े उद्योगपति दोस्त, अडानी जैसे लोग 1600 करोड़ रुपए हर रोज कमा रहे हैं, यहाँ के गन्ने के किसान को अपना पैसा नहीं मिलता। तो बड़े-बड़े उद्योगपति कमाते हैं, उनको लोन मिलता है, उनसे जीएसटी भी नहीं ली जाती है।अभी-अभी एक डील हुई, मैंने अखबार में पढ़ा, जीएसटी भी नहीं दी और आपसे हर छोटी-छोटी चीज पर जीएसटी। आपको गन्ने का दाम नहीं मिलता सही। आपको मालूम है कि यहाँ कर्नाटका में सबसे कम मिल रहा है। कांग्रेस के प्रदेशों में देखिए, सबसे ज्यादा मिलता है। तो आप समझिए कि आपके साथ क्या हो रहा है। आप गैस सिलेंडर के लिए 1100 रुपए क्यों दे रहे हैं? सरसों का तेल कितने का है, दाल, पढ़ाई, लिखाई का दाम, दवाइयां, फीस, रसोई की जितनी भी चीजें हैं, सब महंगी से महंगी होती चली जा रही है और ये सरकार अपने बड़े-बड़े उद्योगपति मित्रों की मदद के लिए सब कुछ कर रही है, लेकिन आपकी मदद के लिए कुछ नहीं। आपको लूटा जा रहा है। ये डेढ़ लाख करोड़ रुपए ये जो लूट रहे हैं, ये कहाँ जा रहे हैं, कौन ले रहा है ये- उनके बड़े-बड़े उद्योगपति मित्र और वो, उनके नेता और आप यहाँ पर गरीबी की दल से दल से आपको निकाला ही नहीं जा रहा है। निकालना ही नहीं चाहते हैं, समझ लीजिए, निकालना नहीं चाहते हैं, क्योंकि आपको निकालेंगे गरीबी से, तो आप खड़े होंगे इनके खिलाफ, आप सवाल उठाएंगे, आप पूछेंगे कि मेरे पैसे किसने लिए? ये कर्नाटका प्रदेश के पैसे मेरे पैसे हैं, आप बोलेंगे और आपसे डरते हैं। इसलिए हमेशा आपको दबाकर रखेंगे। आपको बोलने नहीं देंगे। आपको गरीब रखेंगे।अगर एक सरकार की नीयत सही होती है तो बहुत कुछ करके दिखा सकती है। आपने कांग्रेस की सरकार को देखा था, आपको याद होगा, आपको याद है अन्ना भाग्य योजना था, क्षीर भाग्य थी, पशु भाग्य थी, कृषि भाग्य थी, आरोग्य भाग्य थी, विद्या श्री थी, इंदिरा कैंटीन थे, ये सब क्यों बनाए गए, आपकी मदद के लिए, आपकी सहायता के लिए, ताकि आपको कमी ना हो। आप अपने पैरों पर खड़े हो सकते हैं। सही सरकार सही काम करती है।आज भी अगर आप देखें, तो आप यहाँ गन्ने की खेती करते हैं, आपको सही दाम नहीं मिलता। बाढ़ आती है, फसलें डूब जाती हैं। भाजपा की सरकार कुछ नहीं करती, सोई रहती है। लूट में मस्त है, आपकी मदद नहीं होती। आपको मालूम होगा कि यहाँ पर माधव मंत्री डैम और कनाल का प्रोजेक्ट भी कांग्रेस की सरकार ने शुरु किया था। ऐसी बहुत सारी योजनाएं कांग्रेस ने की हैं। हमने वायदे किए तो हमने उन वायदों को निभाया। मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में जब हमारी सरकारें बनीं, तब हमने कर्ज माफ किए किसानों के। छत्तीसगढ़ में एमएसपी सबसे ज्यादा है, हिमाचल में हमने वायदा किया कि हम पुरानी पेंशन स्कीम लाएंगे, तो उसको हमने लागू करना शुरु किया है।इसलिए इस बार इस चुनाव में हम वायदे नहीं, आपको गारंटी दे रहे हैं। हम 100 प्रतिशत यहाँ पर प्रगति और विकास लाने की गारंटी दे रहे हैं। ये जो लाखों पद, ये जो ढाई लाख पद खाली हैं सरकार के, वो हम भरवाएंगे। 200 यूनिट बिजली के मुफ्त में मिलेंगे। 10 किलो चावल मुफ्त में मिलेंगे। मेरे युवा भाइयों और बहनों सभी ग्रेजुएट युवाओं को 3000 रुपए महीने का बेरोजगारी भत्ता मिलेगा। डिप्लोमा वालों को 1500 रुपए मिलेंगे हर महीने और ग्रेजुएट युवाओं को 3000, महिलाओं को हर महीने 2000 रुपए ताकि आप क्योंकि मैं जानती हूं देखिए, मेरी जो बहने यहाँ बैठी हैं, सबसे ज्यादा बोझ मेरी बहनें उठाती हैं। घर का काम करती हैं, सबको खुश रखना, सबकी सेहत देखना, बच्चों की परवरिश करना, खेती में भी काम करना। तो मैं जानती हूं कि मेरी बहनों पर कितना बोझ है और आज इतनी महंगाई है कि कुछ खरीद पा नहीं रहे हैं, काम चला पा नहीं रहे हैं। इसलिए खासतौर से महिलाओं के लिए 2000 रुपए महीने आपको दिया जाएगा। नंदिनी को हम मजबूत करेंगे, बाहर से कोई कॉपरेटिव नहीं आएगा, आपका ही अपना कॉपरेटिव चलेगा और अच्छी तरह से चलेगा।देखिए, अंत में मैं ये कहना चाहती हूं कि मैंने देखा कि भाजपा के बड़े-बड़े नेता यहाँ आते हैं और अजीब-अजीब सी बातें करते हैं। मैंने सुना प्रधानमंत्री जी कह रहे थे कि उनकी कब्र गाड़ना चाहते हैं विपक्ष के नेता। ये कैसी बातें हैं? इस देश में कोई ऐसा नहीं होगा जो नहीं चाहता कि हमारे प्रधानमंत्री की सेहत अच्छी रहे और उनकी लंबी उम्र रहे। लेकिन मैं आपसे पूछना चाहती हूं कि क्या ये चुनाव का मुद्दा है? क्या ये चुनाव का मुद्दा है, अजीब-अजीब से मुद्दे, अजीब-अजीब से विषय उठाते हैं, लेकिन आपकी बात क्यों नहीं करते? महंगाई की बात क्यों नहीं करते, बेरोजगारी की बात क्यों नहीं करते, आपको आगे बढ़ाने की बात क्यों नहीं करते?तो मैं आपसे कहना चाहती हूं कि ये आपका काम है कि आप इस चुनाव को अपने मुद्दों पर केंद्रित रखें। ये चुनाव मोदी जी के बारे में नहीं है, ये चुनाव किसी भी नेता के बारे में नहीं है, चाहे वो किसी भी पार्टी का हो। ये चुनाव आपके कर्नाटका के बारे में है, आपके अपने गर्व के बारे में है, आपके प्रदेश के बारे में है, आपके रोजाना के जीवन के बारे में है, जिसमें इनकी लूट ने आपके जीवन को बिगाड़ने का काम किया है। जिस सरकार को हर तरह से आपकी सहायता करनी चाहिए, वो एकदम फेल हो गई है। तो आज अगर आपने नहीं समझेंगे कि ये आपका चुनाव है, ये आपके बच्चों के भविष्य का चुनाव है, ये आपके प्रदेश और आपकी संस्कृति को बचाने का चुनाव है, तो आप बहुत बड़ी गलती कर जाएंगे।देखिए, आज मैं मंच पर आपके सामने खड़ी होकर कह रही हूं कि ऐसी-ऐसी परिस्थितियां हैं आपके प्रदेश में, लेकिन मेरी बातों पर मत जाइए, मैं आपसे सिर्फ एक आग्रह करती हूं, आप अपने अनुभव पर जाइए। हम सब कहेंगे,अपने लिए कहेंगे, कोई और अपने लिए कहेगा, आप यही सोचिए जबसे इनकी सरकार बनी तो आपके जीवन में तरक्की आई कि नहीं आई (श्रीमती प्रियंका गांधी ने जनसभा से पूछते हुए कहा)? (जनसभा ने कहा तरक्की नहीं आई), महंगाई बढ़ी है कि घटी है (जनसभा ने कहा बढ़ी है), जीवन में मुश्किलें ज्यादा हुई हैं कि कम (जनसभा ने कहा ज्यादा हुई) तो आप मेरे कहने पर नहीं, अपने ही अनुभव पर सोच – समझ कर इस बार अपना वोट डालिए। लूटने वाली सरकार को हटा दीजिए। एक ऐसी सरकार लाइए जो आपके हित में काम करे। जो कर्नाटका की संस्कृति को समझे और आप सबके गर्व को बढ़ाए। यही आपसे उम्मीद है और आशा है कि जब चुनाव आएगा, आप सब कांग्रेस के उम्मीदवारों को जिताएंगे और कांग्रेस की एक नई सरकार जो आपके प्रदेश में एक नया उजाला लाए, उसी को चुनेंगे।
Related posts
0
0
votes
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Oldest
Newest
Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments