अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:अरावली गौ -सेवा समिति, महाराजा अग्रसेन सदाव्रत अन्न क्षेत्र के संचालक लाला जी जींद वाले का कहना हैं कि पियाऊ के मटके भक्तों के पैसा ख़रीदा गया हैं, कृप्या कर इसे मत तोड़ों, इसे मत तोड़ों, आप सभी से हाथ जोड़ कर विनती करता हूँ। अगर मुझ से कोई शिकायत हैं, तो इसके लिए मैं आप सभी से हाथ जोड़ कर माफ़ी मांगता हूँ,मैं सिर्फ सेवा भाव के उद्देश्य से आमजनों को 15000 रूपए प्रति महीने पानी खरीद कर पिलाता हूँ, और भंडारे का प्रसाद मैं, और मेरी धर्म पत्नी, परिवार के अन्य लोग प्रति दिन सुबह 4 बजे उठ, और मिल कर प्रतिदिन श्रद्धापुर्वक तैयार करते हैं, और भंडारे की प्रसाद वितरित करते हैं। इस पुनीत कार्य में मेरा सहयोग करों, पर पियाऊ का मटका मत तोड़ों। मेरी पूरे ग्रीन फील्ड कॉलोनी के निवासी गण से अपील करता हूँ।
लाला जी जींद वाले ने “अथर्व न्यूज़” से ख़ास बातचीत करते हुए कहा कि पीछे लगभग 80 दिनों से गेट नंबर -5, ग्रीन फील्ड कॉलोनी, फरीदाबाद के निकट एक पीपल के पेड़-बिजली के खम्बे के नीचे एक पियाउ लगाईं हुई हैं,जिसमें 15 -20 मटके रखे हुए हैं , इसमें प्रति दिन दो से तीन बार आरओ का पानी भरवाया जाता हैं, यहां आते-जाते लोग, जयदात्तर गरीब लोग यहां से पानी पीने के लिए ले जाते हैं, यहां भी पीते हैं। इसके अतिरिक्त अपने घर पर रोजाना भंडारे का सामान बनता हैं, और प्याऊ के निकट वितरित किया जाता हैं, रोजाना 300 -400 भक्त भंडारे का प्रसाद ग्रहण करते हैं। ये सब वह भक्तों के सहयोग से कर पाते हैं।
सवाल के जवाब में उनका कहना हैं कि गौ सेवा सबसे बड़ी सेवा हैं, इसमें हजारों देवी-देवताओं का बास करते हैं, इन गायों के लिए ग्रीन फील्ड के अलग -अलग हिस्सों में टप रखे हुए हैं , इसमें प्रति दिन उनके द्वारा चारा डाला जाता हैं और पीने के पानी भरे जाते हैं, उनके इस प्रयास से सैकड़ों गायों के पेट भरते हैं, और उनकी प्यास बुझाते हैं। इससे उन्हें बेहद ख़ुशी मिलती हैं। पूछने पर उन्होनें कहा कि जितने भी जगह चारा के लिए टप रखें हुए हैं ,वह सब वहां के निवासी की सहमति से रखे हुए हैं , यदि किसी को इससे किसी प्रकार का दिक्कत हैं, या शिकायत हैं। वह लोग मुझ से सीधा संपर्क कर सकते हैं,या किसी भी जिम्मेदार नागरिक के जरिए भी उनसे संपर्क कर सकतें हैं , वह तुरंत वहां से उस टप को हटवा देंगें। उनका कहना हैं कि इस पुनीत कार्य में मेरा सहयोग करें, मुझे किसी प्रकार की कोई लालच नहीं हैं, वह वक़्त रहते हुए, जगह की और व्यवस्था कर लेंगें। इस कार्य के लिए वह लगातार प्रयास कर रहे हैं।