अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: मणिपुर घटना का शर्मनाक वीडियो जब वायरल हुआ, तो लोगों के होश उड़ गए। महिलाओं के प्रति अत्याचार कई वर्षों से होते रहे हैं और शायद आगे भी होते रहेंगे ,लेकिन जिस तरह से एक चुनिंदा सरकार और पूरा प्रदेश प्रशासन ढाई माह तक कोई कार्रवाई नहीं करता ये अविश्वसनीय है। डॉ. सारिका वर्मा ने बताया कि वीडियो देखकर मन इतना खराब हुआ और सोचा अपने आंसुओं को कैंडल मार्च के रूप में आक्रोश में बदलना ज़रूरी है। समाजसेवी माइकल सैनी ने कहा महिलाओं का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान। मुकेश डागर ने कहा मणिपुर सरकार को भंग करके तुरंत प्रभाव से मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए।
महिला नेत्री सुशीला कटारिया ने कहा पीएम मोदी का गुजरात मॉडल चाहिए था , मणिपुर में गुजरात मॉडल का नमूना पेश कर दिया” अनुराधा शर्मा ने दुहाही दी कैसी गूँगी बहरी और निकम्मी सरकार है जो 3 महीने से प्रदेश जल रहा है , घर उजड़ रहे हैं,महिलाएं अपमानित हो रही हैं और प्रधानमंत्री विदेश में फोटो खींचने में मगन है। धीरज यादव, सतवीर यादव, मीनू सिंह, अंजलि राही,मंजू सांकला, वीणा हंस, सचिन शर्मा, पारस जुनेजा, सिद्धांत गुप्ता, हरि सिंह चौहान, शत्रुंजय,चिराग, निखिल कालरा, निखिलेश, सरबजीत, सुनील गहलोत,नितिन बत्रा, मनिंदर करण लोहिया, रंजनी वर्मा सहित कई साथी ने रोष प्रकट किया। सामाजिक और सामान्य लोगों ने इस मार्च का हिस्सा बनकर अपने दर्द का इज़हार किया। पंकज डाबर, संतोख सिंह, जय सिंह, नवनीत रोज खेड़ा, राजबीर पंवार, करण लोहिया, रंजनी और भी समाजसेवी लोगो ने बढ चढ कर हिसा लिया
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