अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम:संत निरंकारी मिशन द्वारा आज स्थानीय सेक्टर 31 स्थित संत निरंकारी सत्संग भवन पर मुक्ति पर्व समागम मनाया गया। सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के दिव्य आशीर्वाद से आज संत निरंकारी मंडल के प्रचार विभाग से डॉक्टर उर्मिल जिंदल ने आशीर्वचनों से निहाल किया। उन्होंने फरमाया कि आज देश का स्वतंत्रता दिवस है जिसे बड़ी कुर्बानियों के बाद हासिल किया है। हमने देश की आजादी प्राप्त की है। हमने आध्यात्मिकता को मजबूती देते हुए आत्मा की मुक्ति की अवस्था को भी प्राप्त करना है और इसके लिए प्रयास करना है।
उन्होंने कहा कि आज इंसान अपने अहम, उपाधियों, पदवियों और विद्वता की वजह से बंधन में है। अभिमान, मोह और लालच के कारण हम अपनी उलझनों में खुद ही उलझ कर उसे बंधन बना लेते हैं और फिर उससे निकलने का प्रयास करते हैं। इंसान मानवीय गुणों को अपनाकर दूसरे में भी एक प्रभु का रूप देखकर समानता के रूप में ही बंधन मुक्त हो सकता है। प्रभु परमपिता परमात्मा की पहचान करके इन बंधनों से मुक्ति पाना ही इंसानी जीवन का लक्ष्य है। मानव जन्म में आकर ही अनेकों जन्मों में उलझी यह आत्मा परमात्मा से मिलकर मुक्त हो सकती है। मुक्ति पर्व समागम के इस अवसर पर सभी वक्ताओं ने अपने भाव व्यक्त करते हुए जीते जी बंधन मुक्त और जीवन मुक्ति को प्राप्त करने वाले भावों को अर्पित किया।
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