अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की पूर्वी रेंज-I/अपराध शाखा की एक टीम ने आज अंतरराज्यीय एफ.आई.सी.एन गिरोह के05 प्रमुख सदस्यों को गिरफ्तार किए हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपितों के नाम शकूर मोहम्मद, उम्र 25 वर्ष, निवासी ग्राम बेरुंडा, तहसील रियाबादी, जिला नागौर, राजस्थान,लोकेश यादव, उम्र 28 वर्ष,निवासी ग्राम पादरा,तहसील सागवाड़ा, जिला डूंगरपुर, राजस्थान, हिमांशु जैन, उम्र 47 वर्ष, निवासी पुनर्वास सागवाड़ा, डूंगरपुर, राजस्थान, शिव लाल, उम्र 30 वर्ष, निवासी ग्राम रलियावटे, पोस्ट राजलोटा, जिला नागौर, राजस्थान और संजय गोदारा, उम्र 22 वर्ष, निवासी ग्राम रलियावटे, पोस्ट राजलोटा, जिला नागौर, राजस्थान को गिरफ्तार किया है । ₹ 500 मूल्य वर्ग के लगभग ₹ 19,74,000 (उन्नीस लाख चौहत्तर हजार) के बराबर उच्च गुणवत्ता वाले जाली भारतीय मुद्रा नोट (एफआईसीएन) बरामद किए गए हैं। अपराधियों की निशानदेही पर जाली भारतीय करेंसी नोटों की छपाई के लिए प्रयुक्त जाली भारतीय मुद्रा नोटों की छपाई के लिए प्रयुक्त सामग्री/उपकरण भी बरामद किए गए हैं। इस सन्दर्भ में एफआईआर नंबर- 226/2023, धारा 489बी/489सी/34/120 बी भारतीय दण्ड संहिता, थाना अपराध शाखा, दिल्ली दर्ज की गई हैं.
स्पेशल डीसीपी अपराध रविंद्र सिंह यादव ने आज जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली औरआस पास के राज्यों में जाली भारतीय मुद्रा नोटों की तस्करी व परिचालन देश की राष्ट्रीय सुरक्षा और वित्तीय स्थिरता के लिए गंभीर खतरा है। जाली मुद्रा के परिचालन में शामिल एक गिरोह के संदिग्ध सदस्यों की गतिविधियों पर निगरानी रखी गई। सहायक उप निरीक्षक गवर्नर व सहायक उप निरीक्षक अजय चौहान को दो अपराधियों शकूर मोहम्मद और लोकेश यादव, जो नकली भारतीय मुद्रा नोटों (एफआईसीएन) के परिचालन में संलिप्त हैं, के बारे में सूचना मिली की दोनों आरोपित अक्षरधाम मंदिर, दिल्ली के क्षेत्र में एफ.आई.सी.एन की खेप देने के लिए आएंगे। अगर समय पर कार्रवाई की जाए तो उन्हें वहाँ से पकड़ा जा सकता है। यादव का कहना हैं कि तदनुसार, उपायुक्त सतीश कुमार द्वारा सहायक आयुक्त रोहिताश कुमार की देखरेख में व निरीक्षक दीपक पांडे के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया।
जिसमे उप- निरीक्षक अवधेश दीक्षित, सहायक उप निरीक्षक गवर्नर, सहायक उप निरीक्षक अजय चौहान, सहायक उप निरीक्षक अजय यादव, प्रधान सिपाही नितिन, प्रधान सिपाही देवेंद्र, प्रधान सिपाही अंकुर, प्रधान सिपाही विनीत, प्रधान सिपाही अजय मावी, प्रधान सिपाही रे सिंह और सिपाही आकाश शामिल थे। सूचना के अनुसार, टीम द्वारा अक्षरधाम मंदिर, दिल्ली के पास जाल बिछाया गया और आरोपित सकूर मोहम्मद व लोकेश यादव को सफलतापूर्वक पकड़ लिया गया। तलाशी के दौरान उनके कब्जे से ₹ 500 मूल्य वर्ग में लगभग ₹ 6,00,000 के बराबर उच्च गुणवत्ता वाले एफ.आई.सी.एन बरामद किए गए।उनका कहना हैं कि पूछताछ के दौरान, आरोपितों ने खुलासा किया कि उन्हें बरामद जाली भारतीय मुद्रा नोट उसके सहयोगियों हिमांशु जैन, शिव लाल और उसके भाई संजय, निवासी राजस्थान से प्राप्त हुई थी। यह भी पता चला कि आरोपित व्यक्तियों राधे, शकूर मोहम्मद और शिवलाल ने लाभ कमाने के लिए अजमेर, राजस्थान में एफ.आई.सी.एन छापने के लिए एक सेटअप स्थापित करने की साजिश रची थी। इसके बाद, वे अजमेर, राजस्थान में एक किराए के मकान में जाली भारतीय करेंसी नोट छापने और दिल्ली/एनसीआर के क्षेत्र में जाली भारतीय मुद्रा नोटों के परिचालन में संलिप्त एक गिरोह चला रहे थे। इसके बाद, अजमेर, राजस्थान में छापे मारे गए और इस गिरोह के सरगना सकूर मोहम्मद और इस गिरोह के शेष सदस्यों (1) हिमांशु जैन, उम्र 47 वर्ष, निवासी पुनर्वास सागवाड़ा, डूंगरपुर, राजस्थान, (2) शिव लाल, उम्र 30 वर्ष, निवासी ग्राम रलियावटे, पोस्ट राजलोटा, जिला नागौर, राजस्थान और (3) संजय गोदारा, उम्र 22 वर्ष, निवासी ग्राम रलियावटे, पोस्ट राजलोटा, जिला नागौर, राजस्थान को गिरफ्तार किया गया। उनके कब्जे से ₹ 500 मूल्य वर्ग के लगभग ₹ 11,00,000 के बराबर जाली भारतीय मुद्रा नोट भी बरामद किए गए।आगे जांच करने पर, एफ.आई.सी.एन प्रिंट करने के लिए उपयोग किए जाने वाले उपकरण 2 लैपटॉप, 3 कलर प्रिंटर, 2 लैमिनेशन मशीन, 2 पेन ड्राइव, पेपर शीट, स्याही व रसायन सहित एफ.आई.सी.एन पर संख्या 500 अंकित करने के लिए उपयोग किए जाने वाले फ्रेम किराए के घर पंचशील नगर, अजमेर, राजस्थान से बरामद किए गए। इसके अलावा, जाली भारतीय मुद्रा नोटों के परिचालन में सभी आरोपितों द्वारा इस्तेमाल किए गए मोबाइल हैंडसेट व सिम कार्ड, एक क्रेटा व स्विफ्ट कार भी जब्त की गई।
बरामदगी:
1.अपराध करने में उपयोग किए जाने वाले उपकरण
•01 मॉनिटर
•02 लैपटॉप
•01 सी.पी.यू.
•03 कलर प्रिंटर,
•02 लैमिनेशन मशीन
.02 पेन ड्राइव
•पेपर शीट, स्याही व रसायन सहित एफ.आई.सी.एन
2.उच्च गुणवत्ता वाले एफ.आई.सी.एन ₹ 19,74,000
3.एफ.आई.सी.एन के तस्करी/परिचालन में इस्तेमाल होने वाली दो कारें
4.मोबाइल हैंडसेट व सिम कार्ड
आरोपी व्यक्तियों की प्रोफाइल:
1.आरोपित सकूर मोहम्मद, उम्र 25 वर्ष, निवासी ग्राम बेरुंडा, तहसील रियाबादी, जिला नागौर, राजस्थान स्नातक (बीए) है | वह पेशे से पेंटर था व प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए वर्ष 2015 में अजमेर आया था | वह गिरोह का सरगना है व हाल ही में ओटीटी प्लेटफॉर्म “अमेज़ॅन प्राइम वीडियो” पर प्रसारित की गई वेब सीरीज “फर्ज़ी” से एफ.आई.सी.एन जैसे अपराध करने के लिए प्रेरित हुआ | इसके बाद, उसने आरोपी शिव लाल और राधे के साथ अजमेर, राजस्थान में एफ.आई.सी.एन छापने के लिए एक सेटअप स्थापित किया। एक चित्रकार होने के नाते, उसे स्याही का अच्छा ज्ञान था और वो एफ.आई.सी.एन छापने में उनका इस्तेमाल करता था।
2. आरोपित शिव लाल, उम्र 30 साल, गांव रलियावटे, पोस्ट राजलोटा, जिला नागौर, राजस्थान स्नातक बीच में ही छोड़ दिया है। वह एन.सी.सी सी-सर्टिफिकेट धारक भी हैं। वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए वर्ष 2011 में अजमेर आया था | कर्ज़ से निकलने व अधिक पैसे कमाने के लिए उसने आरोपित सकूर मोहम्मद और राधे के साथ मिलकर साजिश रची। उन्होंने एक मकान अजमेर, राजस्थान में किराए पर लिया, जहां वह अपने सहयोगियों के साथ एफ.आई.सी.एन की छपाई और कटिंग का कार्य करते थे।
3. आरोपित हिमांशु जैन, उम्र 47 वर्षीय, निवासी पुनर्वास कॉलोनी, सागवाड़ा, जिला डूंगरपुर, राजस्थान, स्नातक (बीए) है। बाद में, उसने अकाउंट्स (टैली) में कंप्यूटर कोर्स किया। वह राजस्थान के सागवाड़ा में विभिन्न दुकानों पर अकाउंटेंट के रूप में काम करता है। वह वर्ष 2011 में सागवाड़ा में अपनी ई-मित्र दुकान पर आरोपित लोकेश यादव के संपर्क में आया। यह वह व्यक्ति है, जिसे शकूर मोहम्मद और लोकेश यादव के साथ ग्राहकों की खोज करने और एफआईसीएन के सौदे को अंतिम रूप देने का काम सौंपा गया था।
4. आरोपित लोकेश यादव, उम्र 28 वर्ष, निवासी ग्राम पादरा, तहसील सागवाड़ा, जिला डूंगरपुर, राजस्थान ने बीए व बीएड में स्नातक किया है | यह राजस्थान में ग्रेड-3, शिक्षक के रूप में चयनित हुआ था। वह राजस्थान के डूंगरपुर के सागवाड़ा में ई-मित्र की दुकान भी चलाता हैं। वह हिमांशु जैन का करीबी है और उसे एफ.आई.सी.एन की आपूर्ति करने का काम सौंपा गया था।
5.आरोपित संजय गोदारा, उम्र 22 वर्ष, निवासी ग्राम रलियावटे, पोस्ट राजलोटा, जिला नागौर, राजस्थान ने 12वीं कक्षा तक पढ़ाई की और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए वर्ष 2018 में अजमेर आया था। वह आरोपी शिव लाल का सगा भाई है और उसे एफ.आई.सी.एन की मुद्रित शीट काटने का काम सौंपा गया था।