अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: सुप्रसिद्ध गणितज्ञ एवं जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के कुलपति प्रोफेसर सुशील कुमार तोमर ने उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। उन्हें अमेरिका के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा तैयार की गई “विश्व के शीर्ष 2% वैज्ञानिकों” की प्रतिष्ठित सूची में शामिल किया गया है। प्रो. तोमर पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ के 38 संकाय सदस्यों में से एक हैं, जिन्हें “विश्व के शीर्ष 2% वैज्ञानिकों” की सूची में स्थान मिला है। पंजाब विश्वविद्यालय प्रो. तोमर का मूल संस्थान है जहां वह गणित के प्रोफेसर पद पर कार्यरत हैं।
गौरतलब है कि अमेरिका का स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय हर साल दुनिया भर के शीर्ष दो प्रतिशत शोधकर्ताओं का डेटा उनके शोध प्रकाशनों के आधार पर जारी करता है, जिसे अंतर राष्ट्रीय प्रकाशन एल्सवियर द्वारा प्रकाशित किया जाता है। प्रतिष्ठित सूची आधिकारिक तौर पर 4 अक्टूबर, 2023 को प्रकाशित की गई थी। विश्व के सभी वैज्ञानिकों को मानक विज्ञान-मेट्रिक्स वर्गीकरण के अनुसार 22 वैज्ञानिक क्षेत्रों और 174 उप-क्षेत्रों में वर्गीकृत किया गया है। इस वर्ष, स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय ने दो प्रतिशत शीर्ष वैज्ञानिकों में लगभग 3500 भारतीय वैज्ञानिकों की पहचान की है।स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा यह मान्यता 2 लाख से अधिक शीर्ष वैज्ञानिकों के सार्वजनिक रूप से उपलब्ध डेटाबेस के आधार पर प्रदान की है, जिसमें साइटेशन, एच-इंडेक्स सहित समग्र संकेतक पर मानकीकृत जानकारियां शामिल है।
विश्वविद्यालय ने दो सूचियां जारी की गई हैं – पहली शोधकर्ताओं के पूरे करियर के डेटा पर आधारित और दूसरी वर्ष 2022 में शोधकर्ताओं के प्रदर्शन पर केंद्रित है। प्रो. तोमर का नाम दोनों सूचियों में शामिल है।प्रो. तोमर के शोध कार्य को वैश्विक स्तर पर एप्लाइड साइंसेज के अंतर्गत इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अनुसंधान के लिए मान्यता मिली है।
प्रो. तोमर को एप्लाइड मैथमेटिक्स – कंटीन्यूअस मीडिया के मकैनिक्स व न्यूमेरिकल के तरीकों में विशेषज्ञता हासिल है।वैश्विक स्तर पर प्रमुख वैज्ञानिक के रूप में उल्लेखनीय सम्मान प्राप्त करने पर प्रो. तोमर ने जे.सी. बोस विश्वविद्यालय और पंजाब विश्वविद्यालय में अपने साथी शिक्षकों व शोधकर्ताओं के प्रति आभार व्यक्त किया। विश्वविद्यालय के शैक्षणिक समुदाय ने प्रो. तोमर की इस उपलब्धि को प्रेरणा का स्रोत बताया है। यह उपलब्धि प्रोफेसर तोमर द्वारा उच्च गुणवत्ता के विश्व स्तरीय शोध कार्य और उनकी शोध क्षमता को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि इससे विश्वविद्यालय के छात्रों और शोधार्थियों को उच्च गुणवत्ता का शोध करने के लिए प्रेरणा मिलेगी। एक शिक्षाविद और शोधकर्ता के रूप में प्रो. तोमर का करियर 34 वर्षों से अधिक का है। प्रो. तोमर अपने शोध कार्यों के लिए जाने जाते हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित शोध पत्रिकाओं में उनके 128 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित हैं, और उन्होंने अपने शोध क्षेत्र से संबंधित विभिन्न विषयों पर देश और विदेश में 150 से अधिक व्याख्यान दिए हैं। इसके अतिरिक्त, वे ऑल इंडिया एसोसिएशन ऑफ वाइस-चांसलर्स एंड एकेडमिशियन, नई दिल्ली का वाइस-प्रेसिडेंट है। वह नेशनल एकेडमी ऑफ साइंस, इंडिया के फेलो भी हैं, और गणित के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें भारतीय गणितीय सोसायटी द्वारा पीएल भटनागर पुरस्कार तथा इंटरनेशनल एकेडमी ऑफ फिजिकल साइंसेज द्वारा प्रतिष्ठित आईएपीएस फैलोशिप पुरस्कार, 2023 से सम्मानित किया जा चुका है।
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