अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने कहा कि विद्यार्थियों में शुरू से ही पढ़ने की आदत विकसित करने के उद्देश्य से हरियाणा के प्रत्येक जिले में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस हाइब्रिड ई-लाइब्रेरी खोली जाएगी। यहां पर विद्यार्थियों के पठन पाठन के अलावा अलग से वर्क स्टेशन भी बनाया जाएगा जहां वे पढ़ाई संबंधी अन्य गतिविधियां भी कर सकते हैं।वे आज अपने कार्यालय में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आयोजित साप्ताहिक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा मधुबन में ई-लाइब्रेरी स्थापित करने को लेकर की गई घोषणा को लागू करने के बारे में मंथन किया गया। कपूर ने कहा कि समय की आवश्यकता के अनुरूप प्रत्येक जिला में ई-लाइब्रेरी स्थापित की जानी आवश्यक है ताकि बच्चों में बाल्यकाल से ही पढ़ने की आदत विकसित हो। उन्होंने यह भी कहा कि ई-लाइब्रेरी में मुख्य रूप से दो तरह से काम किया जाएगा। पहले कौशल विकास तथा दूसरा विद्यार्थियों के लिए पढ़ने के लिए वर्कस्टेशन ।
ई-लाइब्रेरी स्थापित करते समय गुणवत्ता का विशेष तौर पर ध्यान रखा जाएगा ताकि यहां पर आने वाले विद्यार्थी उच्च कोटि का ज्ञान प्राप्त कर सके। इसके अलावा, यहां पर अलग-अलग भाषा सीखने संबंधी व्यवस्था भी की जाए ताकि वे भविष्य में आय के साधन जुटाते हुए अच्छी नौकरी प्राप्त कर सकें। उन्होंने स्पष्ट कहा कि ई-लाइब्रेरी स्थापित करने के लिए ऐसे स्थानो का चयन किया जाएगा जहां पर सभी लोग आसानी से पहुंच सके। बैठक में पुलिकर्मियों के बच्चों के लिए क्रेश की संख्या बढ़ाए जाने पर भी विचार किया गया।कपूर ने कहा कि जिन जिलों में क्रेश अच्छे चल रहे हैं, उनकी बेस्ट प्रैक्टिसेज को अपनाते हुए क्रेशो की संख्या को बढ़ाया जाएगा। बैठक में महिला सुरक्षा विंग की डीआईजी नाज नीन भसीन ने बताया कि वर्तमान में कुरुक्षेत्र में पुलिसकर्मियों के बच्चों के लिए स्थापित किए गए क्रेच के परिणाम अच्छे हैं और वहां पर वर्तमान में 15 बच्चे आ रहे है। उन्होंने बताया कि वे जल्द ही कुरुक्षेत्र में क्रेच की विजिट करेंगी ताकि इसके अच्छे प्रयासों को दूसरे जिले में अपनाया जा सके। बैठक में पुलिसकर्मियों के बच्चों को नौकरी लगवाने के लिए शुरू किए गए प्रशिक्षण कार्यक्रम को लेकर भी रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। बैठक में पुलिस आधुनिकीकरण तथा कल्याण विंग के एआईजी राजीव देशवाल ने बताया कि बच्चो को कंप्यूटर का प्रशिक्षण करवाने के लिए हारट्रोन के साथ टाई अप किया गया है। आठवीं तथा दसवीं पास बच्चों के लिए सिक्योरिटी गार्ड का प्रशिक्षण दिए जाने की दिशा में भी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। इसके अलावा, अगले चरण के तहत प्रशिक्षण देने के लिए चतुर्थ श्रेणी के नियमित तथा अनुबंधित कर्मचारियों के बच्चों की सूची तैयार की जा रही है। बैठक में प्राथमिकता क्षेत्रों में किए जाने वाले कार्यों को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। कपूर ने कहा कि सभी अधिकारी विभाग के प्राथमिकता क्षेत्रों में किए जा रहे कार्यों को निर्धारित समय सीमा में पूरा करें। विभाग के सभी अधिकारियों अथवा कर्मचारियों को यह पता होना चाहिए कि तुरंत कार्यवाही करने वाले कार्य कौन से हैं और उन पर किस प्रकार से एक्शन लेते हुए काम करना है। कपूर ने कहा कि प्राथमिकता क्षेत्रों के कार्य पूरे होने के साथ साथ उनमें दूसरे कार्य जुड़ते रहेंगे ताकि यह व्यवस्था बनी रहे। कपूर ने कहा कि हम सभी को बेहतर तालमेल स्थापित करते हुए टीम की तरह सुव्यवस्थित तरीके से कार्य करना है ताकि कार्य को जल्द से जल्द पूरा किया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि सभी विंग के अधिकारियों व कर्मचारियो को अपने प्राथमिकता क्षेत्र के बारे में स्पष्ट रूप से जानकारी होने के साथ साथ अपने एक्शन प्लान के बारे में पता होना चाहिए। इसके अलावा, बैठक में ऑनलाइन माध्यम से चालान भरने, सर्विस रूल, नई भर्ती, साइबर थाना स्थापित करने, लीगल एडवाइजर लगाने तथा मामलों की गुणवत्तापूर्ण जांच आदि को लेकर भी विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में एडीजीपी एडमिन कला रामचंद्रन, एडीजीपी साइबर ओपी सिंह, एडीजीपी क्राइम अजय सिंघल, आईजीपी एडमिन सजंय कुमार, आईजीपी आधुनिकीकरण अमिताभ ढिल्लों, एआईजी कमलदीप गोयल, एआईजी वैलफेयर राजीव देसवाल सहित कई अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
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