अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: मुख्यमंत्री उड़न दस्ता, हरियाणा, फरीदाबाद ने आज एक ऐसे मामले को उजागर किया हैं , जो बिल्कुल चौकाने वाला हैं। जी हैं एक शख्स के द्वारा विभिन्न बैंकों एंव फाइनेंस कंपनियों से महंगी गाड़ियां लोन पर खरीद कर, बाद में फर्जी एनओसी एंव कागजात बनवाकर, उन गाड़ियों को और प्रदेशों में बेच देता था। इस संबंध में एक मुकदमा आज सिटी बल्लभगढ़, फरीदाबाद में दर्ज करवाया गया हैं, ताकि इस फर्जीवाड़े में और कौन कौन लोग शामिल हैं, उन लोगों को सहित स्थान पर पहुंचाया जा सकें।
डीएसपी मनीष सहगल ने जानकारी देते हुए बताया कि आज मुख्यमंत्री उड़नदस्ता, फरीदाबाद को सूचना प्राप्त हुई कि सुंदर लाल,निवासी मकान नंबर-505 विजय नगर, सुभाष कालोनी, बल्लभगढ़ में पुरानी गाड़ियों को खरीद कर उनको विभिन्न बैंकों/फाईनैंशियल कंपनियों से फाईनैंस कराकर अपने नाम रजिस्टर्ड करा लेता है तथा कुछ समय बाद बैंक/फाईनैंस कंपनियों को लोन अदा कर दिए जाने बारे फर्जी दस्तावेज (बैंक लोन की एन.ओ.सी. व मोटर वाहन अधिनियम फार्म नंबर 35) तैयार करके गाड़ी पर चढ़ी हुई हापोथिेकेशन रद्द कराकर वाहन पंजीयन अथॉरिटी से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करके हरियाणा राज्य से बाहर के राज्यों में रहने वाले व्यक्तियों को बेच देता है।
सहगल का कहना हैं कि इस संबंध में अब तक सुंदरलाल उपरोक्त ने वाहन संख्या HR29BA-5688 व HR29AP-9027 की बैंक की फर्जी एन.ओ.सी. व फर्म संख्या 35 फर्जी तैयार करके किसी दूसरे राज्य के लिए एन.ओ.सी. प्राप्त की हुई है। पड़ताल की जाए तो सुंदर लाल द्वारा किए जा रहे फर्जीवाडे. का खुलासा हो सकता है। उपरोक्त सूचना के आधार पर मुख्यमंत्री उड़न दस्ता में तैनात उप निरीक्षक राजेन्द्र कुमार, सतबीर सिंह, सहायक उप निरीक्षक शिव कुमार व प्रधान सिपाही. प्रभु दयाल एसडीएम बल्लभगढ़ कार्यालय के कर्मचारियों/अधिकारियों के साथ वाहनों के पंजियन, हाईपोथिकेंशन रद्द किए जाने तथा एन.ओ.सी. जारी किए जाने संबंधित दस्तावेजों की पड़ताल कराई।
जांच पड़ताल के दौरान ज्ञात हुआ कि सुंदर लाल द्वारा वास्तु फिनसर्व इंडिया प्राइवेट लि. तथा चौला मंडलम इंवेस्टमैंट एंड फाइनेंस कंपनी लि. दोनों ही बैंको/फाईनैंस कंपनियों के अधिकारियों द्वारा उपरोक्त दोनों वाहनों के रजिस्ट्रेशन व हाईपोथिकेशन हटाए जाने संबंधित अपने-अपने दस्तावेजों को चेक करने उपरांत बताया गया कि जो हाईपोथिकेशन हटाए जाने बारे सुंदर वाहन मालिक द्वारा जो दस्तावेज वाहन पंजीयन कार्यालय में लगाए हुए हैं, वे सभी फर्जी हैं। चूंकि सुंदर लाल की तरफ फाइनेंस कंपनी का काफी पैसा/लोन अभी भी बकाया है इसलिये फाइनेंस कंपनी द्वारा वाहन मालिक सुंदर लाल को ये दस्तावेज जारी नहीं किए गए है। उनका कहना हैं कि इसके अतिरिक्त रिकार्ड में संलग्न दस्तावेज बैंक/फाईनैंस कंपनियों के दस्तावेजो से मेल नहीं खाते हैं। अतः प्रारंभिक पड़ताल पर पाया गया कि सुंदर लाल उपरोक्त द्वारा बैंक/फाईनैंस कंपनियों की फर्जी एन.ओ.सी. व फर्म संख्या 35 तैयार करके हाईपोथिकेशन हटवाई गई है और उसके बाद सुंदर लाल द्वारा इन वाहनों की केरल राज्य के लिए एन.ओ.सी. प्राप्त की हुई है। सुंदर लाल के इस प्रकार के और मामले भी सामने आ सकते हैं। जिस सम्बंध में राजेश जिंदल डिप्टी सुपरिंटेंडेंट एसडीएम कार्यालय बल्लभगढ़ की शिकायत पर सुंदर लाल उपरोक्त के खिलाफ संबंधित बैंक/फाईनैंस कंपनियों के फर्जी दस्तावेज तैयार करने व अनुचित लाभ प्राप्त करने के सम्बंध में थाना शहर बल्लभगढ़ में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
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