Athrav – Online News Portal
दिल्ली राजनीतिक राष्ट्रीय

कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा ने विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए क्या कहा, सुने लाइव वीडियो। 

अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी वाद्रा ने विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बहुत सारी बहनें आई हुई हैं। मैं आपकी बहुत-बहुत आभारी हूं कि आप घर के काम को छोड़कर यहां आई हैं और इतनी गर्मी में भी मेरा इंतजार किया, बहुत-बहुत धन्‍यवाद, मेरे भाईयों आपका भी बहुत-बहुत धन्‍यवाद। भट्टी विक्रमार्क जी, रमेश चेन्निथला, किशोर गारू जी, सुधाकर रेड्डी जी, दुर्गाराव गारू जी, वेदलिंगम जी, सेलवा जी, अम्बटी गारू जी, रमेश धानी गारू जी, हनुमंता राव गारू जी, मंच पर बैठे सभी कांग्रेस के नेतागण, मेरे प्‍यारे कांग्रेस के सारे पदाधिकारी और कार्यकर्तागण, आप सबका इस सभा में बहुत-बहुत स्‍वागत। आज मुझे बहुत खुशी है कि मैं मल्‍लू भट्टी विक्रमार्क जी की विधानसभा में आई हूं, उनके कार्य क्षेत्र में आई हूं। आपको मालूम होगा कि मेरे भाई राहुल गांधी जी ने कन्‍याकुमारी से कश्‍मीर तक भारत जोड़ो यात्रा की और मुझे बहुत गर्व है कि यहां तेलंगाना में भट्टी विक्रमार्क जी ने भी एक बहुत लंबी यात्रा की। दोनों यात्राओं का मकसद था कि आपके बीच आकर, आपकी आवाज सुनी जाए, आपकी समस्‍याएं, जिनका सामना आप रोज-रोज करते हो, उनको समझना और सुलझाने की कोशिश करने की ये यात्राएं थीं।

कल रात को मैं अपनी माताजी, सोनिया गांधी जी से बात कर रही थी, तो उन्‍होंने पूछा तुम कहां हो? मैंने कहा आज मैं हैदराबाद हूं और कल मैं तेलंगाना के खम्‍मम क्षेत्र में और भट्टी जी के क्षेत्र में जाऊंगी। तो मेरी माताजी ने मुझसे कहा तुम्‍हें याद होगा कि नहीं, लेकिन मुझे याद है कि तेलंगाना के लोगों ने कितना संघर्ष किया अपने प्रदेश को बनाने के लिए और उन्‍होंने कहा कि बहुत सी ऐसी माताएं हैं तेलंगाना में, जिनके बेटे शहीद हुए इस प्रदेश को बनाने के लिए। मां ने मुझसे पूछा कि तुम क्‍या भाषण देती हो, क्‍या बोलती हो तेलंगाना में? तो मैंने कहा मैं सच्‍चाई की बात करती हूं।आज का जो तेलंगाना है, वहां कितना संघर्ष है, कितने संकटों का सामना मेरी बहनें और मेरे भाई कर रहे हैं, उसकी बात करती हूं। तो मां ने कहा तेलंगाना का सपना था। एक मजबूत सरकार बनती तो वो सपने सब साकार होते…….तकनीकी व्यवधान….. एक बार जय बोलो तेलंगाना – (जनता ने कहा – जय)। जय बोलो तेलंगाना – (जनता ने कहा – जय)। तो मैं कह रही थी कि मेरी माताजी मुझे बता रहीं थीं कि आपका एक सपना था कि एक अच्‍छी सरकार बने, जो आपके लिए काम करके दिखाए, ताकि आपका जो प्रदेश है, जिसके लिए आपने खूब आंदोलन किया, संघर्ष किया, वो एक सुंदर और एक खुशहाल और एक मजबूत प्रदेश बन पाए। तो मां, मां होती है, इसलिए एक और बात कही कि जो तुम जनता को बोलती हो, जिन गारंटीज की बात करती हो, उनको पूरा करना बहुत जरूरी है। तो मैंने मां से कहा कि हमारे सभी नेताओं ने संकल्‍प लिया है कि जो गारंटी हम आपके सामने लाए हैं, उनको पूरा करके दिखाएंगे। कल मैं एक बहन के घर गई थी और उससे बातचीत हो रही थी, हमारी गाड़ी रुकी थी, सड़क के साथ में ही एक छोटा सा घर था, तो मैंने देखा एक बहन और उनके पति वहां खड़े हैं, तो मैं अंदर चली गई बातचीत करने के लिए। उन्‍होंने मुझे अपना घर दिखाया और बताया कि अभी तक घर पूरा नहीं हुआ है, क्‍योंकि बीआरएस ने कहा था कि कुछ पैसे दिलवाएंगे, लेकिन वो पैसे किसी को मिले नहीं। खुद उन्‍होंने अपने पैसों से, अपने आप एक सुंदर सा घर बनाया। मैंने पूछा किसको वोट देंगी? तो उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस को दूंगी। मुझे खुशी हुई, लेकिन मुझे दुख भी होता है कि आज-कल जो अपने प्रदेश में राजनीति चल रही है, वो अपने वादों को भूल गए, जो आपको सपने दिखाए थे, उनको भूल गए और ऐसी राजनीति उन्‍होंने चलाई, ऐसी सरकार चलाई, जिससे सिर्फ उन्‍हीं नेताओं का फायदा हुआ, अमीरों का फायदा हुआ, लेकिन मेरे गरीब भाई-बहनों, मेरे किसान भाई-बहनों, मेरे नौजवान भाई-बहनों का कुछ फायदा नहीं हो पाया।आजाद भारत की राजनीति में जो परंपरा है, वो महात्‍मा गांधी जी ने शुरू की। महात्‍मा गांधी के बाद कांग्रेस के जितने भी नेता रहे, चाहे वो जवाहरलाल नेहरू जी थे, शास्‍त्री जी थे, इंदिरा जी थीं, राजीव जी थे, सोनिया जी, मनमोहन सिंह जी, जितने भी नेता रहे है, वो एक बात को बहुत अच्‍छी तरह समझते थे।वो एक बात जो ये सब नेता समझते थे, वो ये है कि इस देश में जनता सर्वोपरि है, जनता से बड़ा कोई नहीं है, लेकिन अफसोस की बात है कि आज जो नेता आपके प्रदेश की सरकार चला रहे हैं, वो इस बात को भूल गए हैं और जो मोदी जी की सरकार केंद्र में चल रही है बीजेपी की, उसके नेता भी ये बात पूरी तरह से भूल गए हैं। तो जब मैंने अपनी मां से कहा कि मैं सच्‍चाई की बात करती हूं और जो आप संकटों का सामना कर रहे हो, उनकी बात करती हूं, तो मैं आपसे कहना चाहती हूं कि मैं जानती हूं कि यहां का किसान परेशान है। मैं जानती हूं कि आपके कर्ज को माफ करने की बात चलाई थी, लेकिन वो कर्ज माफ कभी नहीं हुए। यहां का किसान इतने संकट में है कि महंगाई का सामना करना पड़ रहा है, कमाई हो नहीं रही है, फसल का सही दाम नहीं मिलता और सरकार से कोई मदद नहीं मिलती है और महंगाई का सबसे बड़ा सामना मेरी बहनों को करना पड़ता है। क्‍योंकि मैं जानती हूं कि समाज का पूरा बोझ आप उठाती हो, आज आप यहां हो, मेरी बातों को सुनने के लिए आई हो, लेकिन जब घर जाओगी, तो घर का काम किए बिना नहीं सोओगी, मैं जानती हूं। मैं जानती हूं कि जिस दिन दि‍हाड़ी की कमाई नहीं आती, जिस दिन खेती से कमाई नहीं होती, उस दिन आप तब तक नहीं सोती, जब तक आप सबको खिला नहीं देती, अगर आपको भूखा सोना पड़े, तो आप भूखा सोती हैं।आप चाहे खेती में काम करती हो, चाहे जॉब करती हो, चाहे कुछ भी काम करती हो, लेकिन घर आकर आप अपने बच्‍चों की परवरिश भी करती हो और पूरे परिवार की देखभाल करती हो। एक मां के लिए बच्‍चे के भविष्‍य से बढ़कर और कुछ नहीं होता, आप मेहनत अपने बच्‍चों के लिए करती हैं, आप चाहती हैं कि वो मजबूत बने, उनको अच्‍छा रोजगार मिले, उनका भविष्‍य अच्‍छा बने। तो जब फीस नहीं भर पातीं या जब पाठशाला के लिए, बच्‍चों के लिए कुछ किताबें या यूनिफार्म नहीं खरीद पातीं या फिर बच्‍चों के लिए मार्केट जाकर कुछ लेना है वो नहीं खरीद पातीं, तो दिल पर चोट लगती है। जब बच्‍चे बड़े होते हैं और आपने उनको पढ़ाया, लिखाया, किसी भी तरह से मेहनत कर-करके, पैसे जोड़कर उनकी फीस भरी, उनके लिए प्राईवेट में ट्यूशन दिलवाया और वो बच्‍चे पेपर देते हैं भर्ती के लिए या जॉब को ढूंढने जाते हैं और पेपर लीक होता है, पेपर में भ्रष्‍टाचार होता है या फिर उनको रोजगार इसलिए नहीं मिलता कि बड़े-बड़े नेता अपने बच्‍चों को, अपने मित्रों को रोजगार दिलवाने में व्‍यस्‍त हैं और आपके बारे में सोच नहीं रहे हैं, तो दिल पर चोट लगती है।जब एक नौजवान बच्‍चे की आशाएं टूटती हैं, जब उसका दिल टूटता है, तो इससे बड़ा दुख कोई माता-पिता नहीं सह सकते। जिन नौजवानों ने तेलंगाना के आंदोलन में शहादत दी, उनके माता-पिता पर क्‍या गुजर रही होगी आज। ये देखकर कि तेलंगाना में आज 10 साल बाद लाखों नौजवान बेरोजगार हैं, उनके बच्‍चों ने जान दी ताकि आपका सपना साकार हो, ताकि आपके लिए रोजगार बनें, ताकि तेलंगाना का नौजवान अपने पैरों पर खड़े होकर अपना भविष्‍य अपने हाथों में ले पाए। यहां हजारों नौजवान खड़े हैं, हाथ ऊपर करके बताओ आपमें से किसी को, आपमें से किसी को भी बीआरएस ने एक रोजगार दिया है – (युवाओं ने हाथ ऊपर करके कहा – नहीं दिया) नहीं दिया और अब आप मुझे बताओ कि केसीआर जी के परिवार का एक-एक सदस्‍य मंत्री है, उनका बड़ा-बड़ा रोजगार है, बड़े-बड़े बिजनेस हैं कि नहीं? आपके प्रदेश में जितने भी बड़े-बड़े प्रोजेक्‍ट हैं, उनमें घोटाला भ्रष्‍टाचार हुआ है, है कि नहीं? हजारों-करोड़ रुपए आपसे लूटे गए हैं,आपको छोटे से छोटा काम चा‍हिए, आप कहीं जाते हैं आपसे घूस मांगी जाती है, कमीशन मांगा जाता है और बीआरएस के नेताओं के बड़े-बड़े महल हैं, बड़े-बड़े फार्म हाउस हैं, जिनमें से वो निकलते ही नहीं हैं, आपके बीच चलते ही नहीं हैं, यहां हमारे नेता पूरे प्रदेश भर में यात्रा करने निकले, आपके बीच आए। बताइए उनके किसी नेता ने ऐसा किया है? इनकी नीतियां भी सही नहीं हैं, इनकी नीतियों से सिर्फ बड़े-बड़े उद्योगपति और इनके नेता अमीर होते चले जा रहे हैं और जनता गरीब होती चली जा रही है। इनकी नीतियां ठीक नहीं हैं और इनकी नीयत भी ठीक नहीं है। बहनों जब बेटी की शादी तय करनी है और लड़का आता है, तो सबसे पहले क्‍या देखते हैं हम? हम देखते हैं इस लड़के की नीयत ठीक है कि नहीं, देखते हैं न? तो नेताओं में भी सबसे बड़ी चीज यही होती है नीयत क्‍या है? अंदर से क्‍या है? जो बाहर दिखावा हो रहा है वो ठीक है, लेकिन ये नेता अंदर से क्‍या चाहता है?इंदिरा जी कहती थीं‍ कि जनता सच्‍चाई को पहचानती है, कहती थीं कि जनता ईमानदार नेता को पहचानती है,कहती थीं कि जनता नेता की नीयत पहचानती है। तो अब मुझे बताओ,10 सालों से आप केसीआर की सरकार देख रहे हैं। आपने उनकी नीयत पहचानी है कि नहीं? किसी भी हालत में सत्ता में रहना है, सत्ता में रहकर अपने लिए, अपने परिवार के लिए, अपने नेताओं के लिए जितनी संपत्ति इकट्ठी कर सकते हैं, उतनी करनी है और जनता को तभी याद करना है, जब चुनाव आता है। जब चुनाव आता है तो जो स्‍कीम जनवरी में होनी चाहिए, उसको अभी से देना शुरू कर देते हैं। इससे नीयत पता चलती है। इससे ये पता चलता है कि जो काम आपके लिए पूरे साल होना चाहिए था, जो काम आपके लिए 10 सालों में होना चाहिए था, वो नहीं किया, लेकिन अब चुनाव आ रहा है, तो अभी करना चाह रहे हैं। आपको स्कीम से लाभ हो रहा है, बहुत अच्छा है, लेकिन अपना वोट इस पर मत दो, क्योंकि आप 10 सालों से देख रहे हो कि इनकी सच्चाई क्या है।10 सालों से आप संकटों का सामना कर रहे हो, रोज आपका जीवन मुश्किल में है। सुबह उठते हो, मेहनत से काम करते हो, खेतों में जाते हो, पसीना आता है, रात तक रुकते नहीं हो। 10 सालों से आपको किसी ने नहीं पूछा

Related posts

बीजेपी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने त्रिपुरा राज्य में होने वाले उप -चुनाव के लिए प्रभारी नियुक्त किए हैं-पढ़े

Ajit Sinha

जम्मू में बड़ी आतंकी साजिश नाकाम: ड्रोन फुटेज देखें कि कैसे बम डिस्पोजल दस्ते ने वाहन में विस्फोट किया।

Ajit Sinha

कश्मीरी पंडितों को चुन-चुन कर मारा जा रहा है, उसे रोकने के लिए कुछ नहीं हो रहा- अरविंद केजरीवाल

Ajit Sinha
0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Oldest
Newest Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments
error: Content is protected !!
0
Would love your thoughts, please comment.x
()
x