अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नोएडा:नोएडा में बैठ कर अमेरिकी नागरिकों को टेक्निकल सपोर्ट देकर मदद करने के बहाने उन्हें ठगने वाले एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ गौतमबुद्ध नगर पुलिस और एसटीएफ लखनऊ ने ज्वाइंट ऑपरेशन के दौरान किया है। कॉल सेंटर पर काम करने वाले 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि इस फर्जी कॉल सेंटर का संचालक और मास्टरमाइंड फरार बताया जा रहा है। जिसकी तलाश पुलिस की टीमें कर रही है। कोतवाली 58 पुलिस की गिरफ्त में बैठे सभी आरोपियों को एसटीएफ लखनऊ और नोएडा पुलिस ने एक जॉइंट ऑपरेशन के दौरान सेक्टर- 59 के डी 41 से गिरफ्तार किया है. इस गिरोह का मास्टरमाइंड साजिद शहीदी मौके से फरार होने में सफल हो गया है। जिसकी तलाश में पुलिस की टीम में छापेमारी कर रही हैं।
एडिशनल डीसीपी मनीष कुमार ने बताया कि लखनऊ एसटीएफ की टीम को अमेरिकी नागरिकों से ठगी करने वाले एक फर्जी कॉल सेंटर के संचालित होने की जानकारी हुई थी। इन पुट के आधार पर लखनऊ एसटीएफ की टीम ने सेक्टर-58 पुलिस की मदद से छापामारी की। करीब चार माह से चल रहे फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया।एडिशनल डीसीपी मनीष कुमार ने बताया कि कॉल सेंटर में काम करने वाले लोग अमेरिकी नागरिकों का डाटा,डार्क वेब और ई-मेल के जरिये हासिल करने के बाद अमेरिकी नागरिकों को अपने कंप्यूटर और फोन से टेक्निकल सपोर्ट देने के मैसेज भेजते थे, जब कोई उनके मैसेज पर जवाब देता, तो खुद को विदेशी कंपनी का रिप्रेजेंटेटिव बताते थे। इस दौरान वह कहते थे कि उनके फोन और लैपटॉप वायरस आ गए हैं, जिनको जल्द ठीक करना होगा, नहीं तो सिस्टम हैक हो जाएगा और मदद करने के बहाने पीड़ितों से 100 से 500 डॉलर की फीस वसूल लेते थे. एडिशनल डीसीपी ने बताया कि यह कॉल सेंटर पिछले चार माह से चल रहा था. जिसका मास्टरमाइंड साजिद शहीदी है, जो ऑनलाइन कॉल सेंटर में काम करने वाले लोगों को अपने यहां 12 हजार रुपए की सैलरी पर नौकरी पर रखता था और ठगी का काम कराता था. अब तक यह गैंग अमेरिकी नागरिकों के साथ करोड़ों रुपए की ठगी कर चुका है.
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