अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:हरियाणा की राजनीति में बड़ा उलटफेर करते हुए कांग्रेस ने भाजपा को बड़ा झटका दिया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने मंगलवार को हजारों समर्थकों के साथ भाजपा छोड़ कांग्रेस का हाथ थाम लिया। उनके साथ उचाना से विधायक रहीं उनकी पत्नी प्रेमलता सिंह भी कांग्रेस में शामिल हो गईं। याद रहे कि बीती दस मार्च को हिसार सीट से मौजूदा सांसद उनके पुत्र बृजेन्द्र सिंह भी भाजपा छोड़ कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं। मंगलवार को नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस महासचिव मुकुल वासनिक, हरियाणा में नेता विपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला और कुमारी सैलजा, हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान, कांग्रेस ओबीसी विभाग के चेयरमैन कैप्टन अजय सिंह यादव, विधायक किरण चौधरी, पंजाब की पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्टल, सांसद नासिर हुसैन और पवन खेड़ा समेत अन्य नेताओं की मौजूदगी में उन्हें कांग्रेस में शामिल कराया गया।
78 वर्षीय बीरेंद्र सिंह किसानों के मसीहा सर छोटूराम के नाती हैं और पांच दशक से राजनीति में सक्रिय हैं। वह वर्ष 2014 से पहले कांग्रेस में ही थे। बीरेंद्र सिंह पांच बार विधायक और तीन बार प्रदेश में मंत्री रहे। इसके अलावा वह तीन बार सांसद और केंद्र सरकार में मंत्री भी रहे हैं।कांग्रेस में अपनी वापसी पर बीरेंद्र सिंह ने कहा कि उनका कांग्रेस में शामिल होना न सिर्फ घर वापसी है, बल्कि यह विचारधारा की भी वापसी है। उन्होंने भाजपा में रहते हुए किसानों के मुद्दे सुलझाने का प्रयास किया, मगर भाजपा किसान हितैषी नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा वास्तविकता से कोसों दूर है। भाजपा में किसानों और गरीबों के प्रति प्रेम नाम की कोई चीज नहीं है। वह 52 साल से राजनीति में है।
इसलिए उन्हें राजनीति का पूरा अनुभव है। वह दावे के साथ कह सकते हैं कि आज देश करवट बदल रहा है। भाजपा की गलत नीतियों के कारण देश का मतदाता बदलाव के लिए तैयार है। इस दौरान बीरेंद्र सिंह ने कांग्रेस के घोषणा पत्र में किसानों के हित में की घोषणाओं की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि इस घोषणा पत्र के बिंदुओं पर राहुल गांधी की मुहर है, इसलिए यह अटकने वाले नहीं हैं।
कांग्रेस की सरकार बनने पर सभी घोषणाएं लागू की जाएंगी। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि देश के संविधान, लोकतंत्र को बचाने के लिए सभी को एक साथ होने की जरूरत है। बीरेंद्र सिंह और उनके साथियों का कांग्रेस के साथ आना ख़ुशी की बात है। वह सभी का स्वागत करते हैं। कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि बीरेंद्र सिंह का कांग्रेस में शामिल होना भावुक और गौरवान्वित क्षण है। बीरेंद्र सिंह का श्रीमती इंदिरा गांधी जी, स्व. राजीव गांधी और श्रीमती सोनिया गांधी के साथ एक लंबा राजनीतिक जीवन रहा है। उनके आने से कांग्रेस को और मजबूती मिलेगी।
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