अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: शहर शहर टाटा कैपिटल के नाम से लोन दिलवाने के नाम से पोस्टर चिपका, जो लोग इन से लोन लेने के लिए संपर्क करता, उनसे अलग -अलग नामों पर साइबर ठगी करने के मामले में दो महिलाओं सहित कुल तीन आरोपितों को थाना साइबर अपराध दक्षिण , गुरुग्राम की टीम ने आज गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से वारदात में इस्तेमाल 12 मोबाइल फोन , 4 एटीएम कार्ड, लोन के पम्पलेट बरामद किया है। आज ये जानकारी एसीपी , साइबर अपराध प्रियांशु दीवान ने अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में दिए।
एसीपी साइबर क्राइम प्रियांशु दीवान ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि थाना साइबर दक्षिण, गुरुग्राम के इंचार्ज मनीष कुमार की पुलिस टीम ने ‘प्रतिबिंब एप्लिकेशन’ की मॉनिटरिंग व पुलिस तकनीकी की सहायता से आज मकान नम्बर 1234, सेक्टर 31, गुरुग्राम से अवैध/फर्जी तरीके से लोन देने के नाम पर धोखाधड़ी करते हुए ठगी करने वाली 2 महिलाओं सहित 3 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है, गिरफ्तार किए गए आरोपितों के नाम प्रवीण उर्फ राहुल, निवासी गांव लोधर (जींद),रचना,निवासी एसपीएम नगर जिला भरतपुर (राजस्थान) व सलोनी जायसवाल उर्फ सुम्मी निवासी दयाराम पुरवा, जेठवानी जिला बाराबंकी (उत्तर-प्रदेश) हैं। पुलिस टीम द्वारा आरोपितों के खिलाफ आगामी कार्रवाई करते हुए थाना साइबर अपराध दक्षिण, गुरुग्राम में धारा 419, 420, 120B IPC के तहत केस दर्ज कर आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। दीवान का कहना है कि आरोपितों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि आरोपित प्रवीण अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर टाटा कैपिटल के नाम से लोन देने का झांसा देकर लोगों के साथ ठगी करते हैं। इसके लिए ये लोग दूर के शहरों में लोन के पोस्टर चिपकाते हैं तथा जब कोई इन से लोन के लिए संपर्क करता है तो उनसे विभिन्न प्रकार के शुल्क के नाम पर अलग-अलग बैंकों में रुपए ट्रांसफर करा कर ठगी करते हैं। ठगी करने के लिए आरोपित प्रवीण ने उपरोक्त आरोपित महिला रचना व सुम्मी को कॉल रिसीव करने के लिए सैलरी व कमीशन पर रखा हुआ था। उनका कहना है कि उपरोक्त *आरोपितों द्वारा ठगी में प्रयोग किए जाने वाले 12 मोबाइल फ़ोन, 4 एटीएम कार्ड, कुछ लोन करवाने के पैंपलेट भी इनके कब्जा से बरामद* किए गए है। आरोपितों को आगामी कार्रवाई के लिए अदालत के सम्मुख पेश किया जाएगा। मुकदमा अनुसंधान अधीन है। यहां पर यह भी उल्लेखनीय है कि बढ़ते साईबर अपराधों को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाले इंडियन साईबर-क्राईम-कॉआर्डिनेशन-सेंटर (I4C) द्वारा प्रतिबिंब पोर्टल तैयार किया है और इसकी मदद से किसी इलाके में सक्रिय साईबर अपराधियों की रियल टाइम जानकारी उस क्षेत्र की पुलिस को मिल जाती है। जिससे त्वरित कार्यवाही करने का मौका स्थानीय पुलिस के पास उपलब्ध रहता है। गुरुग्राम पुलिस बढ़ते साईबर अपराध को रोकने मे तथा आपराधियों को पकड़ने मे पूर्ण निष्ठा से कार्यरत है।
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