अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: समाज में फैल रही कुरीतियों पर रोक लगाने के उद्देश्य से गांव छांयसा में ग्रामीणों द्वारा एक महापंचायत का आयोजन किया गया। इस महापंचायत में गांव चांदपुर, इमामुद्दीन, शहजहांपुर, फज्जूपुर, अरुआ, साहूपुरा, मोठूका, छांयसा, कौराली, बागपुर, सोलहडा, राजूपुर, शेखपुर, खैरली, नरहावली, बलई, हसापुर, थंथरी सहित आसपास के करीब 20 गांवों के पंच-सरपंचों सहित मौजिज लोगों ने हिस्सा लिया। महापंचायत की अध्यक्षता राजपूत समन्वय समिति द्वारा की गई। महापंचायत में राजपूत समन्वय समिति की ओर से एचएस राणा, राजेश रावत, सूरजपाल भूरा, रेनू चौहान व राजेश भाटी मौजूद थे।
महापंचायत में सर्वप्रथम शादी-ब्याहों के आयोजनों में बजने वाले डीजे पर रोक लगाने, मृत्यु के उपरांत होने वाले भोज पर रोक लगाने, रात के बजाए दिन में विवाह का आयोजन करने व सगाई समारोहों में लिस्ट पर रोक लगाने सहित दहेज मांगने व देने की प्रथा रोकने जैसे मुद्दों पर गहनता से विचार विमर्श किया गया। महापंचायत को संबोधित करते एचएस राणा ने कहा कि हमारा समाज आज आधुनिक चकाचौंध की ओर जा रहा है, बावजूद इसके समाज में कुछ लोग दकियानुसी रीति-रिवाज अपनाकर सामाजिक कुरीतियों को बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम सभी को मिलकर इन सामाजिक बुराईयों के खिलाफ एकजुट होकर कार्य करना चाहिए। महापंचायत में राजेश रावत ने कहा कि दहेज प्रथा पर पूर्णतय पाबंदी लगनी चाहिए, इस प्रथा के खिलाफ शहरों के साथ-साथ गांवों के लोगों को भी जागरुकता से कार्य करना चाहिए और समाज के हर नागरिक को ऐसे कार्याे में अपनी भागेदारी निभानी चाहिए ताकि दहेज जैसी कुप्रथा पर पूरी तरह से पाबंदी लग सके।
महापंचायत में सूरजपाल भूरा सहित अन्य वक्ताओं ने भी शादी-ब्याहों पर दिखावे के नाम पर होने वाले व्यर्थ खर्चाे पर पाबंदी लगाने के साथ-साथ बेटियों को शिक्षित करने व आने वाली पीढ़ी को अच्छे संस्कार देने जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई। महापंचायत में विभिन्न गांवों से आए ग्रामीणों ने एक स्वर में इन मुद्दों पर अपनी सहमति जताते हुए संकल्प लिया कि वह न तो अपनी बेटी की शादी में दहेज देंगे और न ही बेटे की शादी में दहेज लेंगे और शादी-ब्याहों के आयोजनों पर पूरी तरह से फिजूल खर्ची पर रोक लगाने का भरसक प्रयास करेंगे। महापंचायत की अध्यक्षता कर रहे सूरजपाल भूरा ने बताया कि राजपूत समन्वय समिति लोगों को सामाजिक बुराईयों के प्रति जागरुक करने के उद्द्ेश्य से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि समिति पूरे जिले में विभिन्न महापंचायतों के माध्यम से लोगों को इन बुराईयों के दुपरिणामों के बारे में बता रही है। उन्होंने बताया कि समिति की अगली पंचायत पल्ला में आयोजित होगी, जहां दर्जनों कालोनियों सहित गांवों के मौजिज लोग उपस्थित होंगे।