अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: बड़खल से बीजेपी उम्मीदवार के रूप में विधानसभा चुनाव लड़ रहे धनेश अदलखा एक ऐसे व्यक्ति हैं जो अपनी ही पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। कह रहे हैं कि शहर की हालत बदहाल है, सीवर लाइनें बंद पड़ी है, ना पानी निकासी की व्यवस्था है और सड़कों की हालत दयनीय है। यानि पिछले दस साल में भाजपा सरकार के कार्यकाल में विकास के नाम पर बदहाली है। इस पर विपक्षी उम्मीदवार और लोग खूब चुस्कियां ले रहे हैं। ये प्रदेश के इकलौते ऐसे उम्मीदवार हैं,जो पार्टी की टिकट मिलने के बाद रोते बिलखते हुए नजर आ रहे हैं। अन्यथा पूरे प्रदेश में जिनकी टिकट कटी, वह रोते हुए आंसू बहाते हुए नजर आए। अदलखा इकलौते ऐसे नेता हैं जो टिकट मिलने पर भी बिलखते नज़र आए।पंजाबी सरदारी का भरपूर साथ ना मिलने पर अदलखा बौखलाहट में भूल गए हैं कि वह सत्ता धारी दल के प्रत्याशी हैं। वह चुनाव प्रचार में अपनी सरकार द्वारा विकास कार्य गिनवाने की बजाय कमियां गिनवा रहे हैं। उनका एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें अपने जनसंपर्क के दौरान वह लोगों से कह रहे हैं कि सीवर का पानी इस कदर बह रहा है कि उनके जूते भी पूरी तरह से भीग गए, शहर की बदहाल हालत है। बरसात में जल निकासी की व्यवस्था तक नहीं है। उन्हे एक नंबर से सेक्टर 21 जाने में लगभग एक घंटा लगा, जो कि मात्र 5 मिनट का रास्ता है। ये सब कह कर वह अपने लिए वोट मांग रहे हैं। लेकिन वो भूल गए कि वह सत्ताधारी दल के ही उम्मीदवार हैं। जिन्होंने उन्हें टिकट दी उन्होने उन्हीं की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगा दिए बल्कि उन्हें निकम्मा भी घोषित कर दिया। अब भला पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर या सीएम नायब सिंह सैनी किस मुंह से अपनी पार्टी के लिए वोट मांगेंगे।
Related posts
0
0
votes
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Oldest
Newest
Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments