अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:कांग्रेस ने ओडिशा के थाने में छेड़छाड़ की शिकायत लेकर पहुंची महिला के साथ पुलिस द्वारा यौन शोषण किए जाने की घटना को लेकर भाजपा सरकार को निशाने पर लिया है। कांग्रेस सोशल मीडिया की चेयरपर्सन और पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले में अपनी चुप्पी तोड़ने की मांग की।नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकार वार्ता करते हुए घटना के बारे में विस्तार से बताते हुए सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, ओडिशा की एक बेटी अपना रेस्टोरेंट बंद कर निकलती है। रास्ते में उसके साथ छेड़छाड़ होती है। मामले की शिकायत लेकर वो और उसके मंगेतर पुलिस स्टेशन पहुंचते हैं। लेकिन पुलिस स्टेशन में उस महिला की पिटाई होती है और यौन शोषण किया जाता है। पीड़ित महिला ने बताया कि पुलिस स्टेशन में उनके हाथ-पैर बांध दिए गए। एक पुलिस वाला आकर उसके साथ शर्मनाक हरकतें करता है, छाती पर मारता है और अश्लील बातें करता है।सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, ये उस ओडिशा में हो रहा है, जहां भाजपा सरकार के 100 दिन पूरे हुए हैं, जहां नरेंद्र मोदी महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण की बातें करते हैं। पीड़ित महिला खुद एक वकील होने के साथ ही भारतीय सेना के सिख रेजिमेंट में मेजर रैंक के अधिकारी की मंगेतर है।सुप्रिया श्रीनेत ने सवाल किया, आखिर ऐसा क्यों है कि जहां भाजपा की डबल इंजन सरकार बनती है, वहां रक्षक भक्षक बन जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जगह-जगह जाकर पार्टी का प्रचार करते हैं, लेकिन इन मामलों में उनके और भाजपा की महिला मंत्रियों के मुंह से एक शब्द नहीं निकलता। पुलिस को देखकर जिन अपराधियों की रूह कांप जानी चाहिए, वही पुलिस वाले मदद मांगने गई महिला का यौन शोषण करते हैं।अपराधी से बचकर लोग पुलिस स्टेशन इसलिए जाते हैं, ताकि उन्हें सुरक्षा मिले। लेकिन आज इस देश की आधी आबादी के साथ पुलिस स्टेशन के अंदर ही दुराचार हो रहा है। ऐसे में महिलाएं कहां सुरक्षित हैं।सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, मणिपुर में दो महिलाओं के साथ दरिंदगी हुई, जिनमें से एक कारगिल योद्धा की पत्नी थी। हफ्ते भर पहले मध्य प्रदेश में दो सैन्य अधिकारी अपनी महिला मित्रों के साथ घूमने गए थे। वहां उन पर हमला हुआ। लेकिन,मोदी सरकार इस पर खामोश है, क्योंकि वह महिला अपराधों पर सिर्फ गंदी राजनीति करना जानती है। आज नरेंद्र मोदी को पूछना होगा कि ओडिशा में भाजपा सरकार बनते ही एक बेटी के साथ पुलिस स्टेशन में ऐसा कैसे हुआ। उन्हें इस घटना के लिए देश की महिलाओं से हाथ जोड़कर माफी मांगनी चाहिए। सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, कांग्रेस की मांग हैं कि महिला सुरक्षा प्राथमिकता बनाई जाए। महिला अपराधों पर नरेंद्र मोदी चुप्पी तोड़ें। राष्ट्रीय महिला आयोग के साथ मानवाधिकार आयोग भी इस मामले का संज्ञान ले। ये मानवाधिकार का भी मामला है।
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