अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:कांग्रेस महासचिव और वायनाड संसदीय उपचुनाव के लिए उम्मीदवार प्रियंका गांधी ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वायनाड के भूस्खलन आपदा प्रभावित लोगों को राहत देने का वादा किया था, लेकिन उन्होंने अपना वादा अभी तक पूरा नहीं किया। वायनाड संसदीय क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर जनसभाओं में उमड़ी भारी भीड़ को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री उस विनाशकारी त्रासदी के दौरान यहां आकर पीड़ितों से तो मिले, लेकिन उन्होंने उनकी मदद के लिए आवश्यक धनराशि नहीं भेजी।
प्रियंका गांधी ने वायनाड और भारत को परिभाषित करने वाले सामाजिक सद्भाव, धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय के मूल्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। वर्षों से इनके लिए मजबूती से खड़े रहने के लिए उन्होंने वायनाड के लोगों की सराहना भी की। अपने भावपूर्ण संबोधन में प्रियंका गांधी ने संसद में वायनाड के लोगों की आवाज बनने, इन मूल्यों की रक्षा करने और क्षेत्र की बेहतरी के लिए अथक प्रयास करने का वादा किया। उन्होंने राहुल गांधी के साथ खड़े होने के लिए वायनाड के लोगों के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त की, जब हर कोई उनसे मुंह मोड़ रहा था। प्रियंका गांधी ने भाजपा की विभाजनकारी राजनीति की निंदा करते हुए कहा कि वे लोगों को बांटते हैं, लेकिन इससे केवल कुछ धनी व्यापारियों को लाभ होता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियां पांच-छह बड़े व्यापारिक घरानों की मदद के लिए बनाई गई हैं। प्रधानमंत्री ने सड़कों के सभी ठेके अपने व्यापारी मित्रों को दे दिए। पीएसयू की सहायक कंपनियां उन्हीं को सौंप दी गईं। नोटबंदी, जीएसटी जैसी नीतियों के बोझ तले छोटे कारोबार तबाह हो रहे हैं। कोरोना महामारी में छोटे कारोबारियों को कभी कोई मदद नहीं मिली।प्रधानमंत्री ने फसलों और रबर पर एमएसपी का वादा किया था, लेकिन उसे कभी पूरा नहीं किया गया। उन्होंने युवाओं के लिए रोजगार, छोटे व्यवसायों को समर्थन, स्वास्थ्य सेवा और कृषि चुनौतियों जैसे प्रमुख मुद्दों का समाधान ढूंढने का वादा किया। उन्होंने कहा कि प्रतिनिधि बनने पर वे संसद में वायनाड की जनता की आवाज उठाएंगी और हर लड़ाई में उनके साथ खड़ी रहेंगी।
अपने प्रचार अभियान के दौरान प्रियंका गांधी ने राहुल गांधी द्वारा शुरू की गई आरजी कैथंगु परियोजना के तहत निर्मित एक घर की लाभार्थी सिजी पी.जे. के घर का दौरा भी किया। पिछले साल विनाशकारी बाढ़ के दौरान उनका घर बह गया था, जिससे उनकी मुश्किलें बढ़ गईं थीं। प्रियंका गांधी ने सिजी और उनके बच्चों के साथ बातचीत की, उनकी कहानी सुनी और ऐसे कष्टों को झेल रहे परिवारों का समर्थन करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। इस दौरान कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल समेत पार्टी के अन्य नेता मौजूद रहे।
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