अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
पलवल:सीबीआई अधिकारी बनकर फोन पर एक व्यापारी को उसके माता -पिता और पत्नी को गिरफ्तार करने की धमकी देकर व डिजिटल अरेस्ट करके लगभग 88 लाख रुपए की साइबर ठगी करने के मामले में साइबर क्राइम थाना की टीम ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार किए है। पुलिस ने दोनों आरोपितों के कब्जे से 13 मोबाइल फोन, विभिन्न बैंकों के पांच एटीएम कार्ड, आठ चेक बुक बरामद कर , दोनों आरोपितों को सलाखों के पीछे भेज दिया है।
इंचार्ज नवीन कुमार के अनुसार मामले में न्यू कालोनी के रहने वाले अनिल कुमार ने शिकायत दी थी कि वह सुथार इंटरप्राइजेज के नाम से डोर फ्रेम का व्यवसाय करते हैं। व्यापारिक उद्देश्य से वह हरियाणा के विभिन्न शहरों में जाते हैं। बीती 19 अक्टूबर को उनके व्हाट्सएप पर विभिन्न नंबरों से फोन आए थे। फोन करने वाले ने खुद को सीबीआई के अधिकारी के रूप में पेश किया। उन्होंने उनके साथ व्हाट्सएप पर सीबीआई और आरबीआई का नोटिस साझा किया। उसे बताया गया कि उनके (पीड़ित) द्वारा एचडीएफसी बैंक में कई खाते खोले गए हैं और इनके माध्यम से मनी लान्ड्रिंग की जा रही है। यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है।उनका कहना है कि शिकायतकर्ता के अनुसार खुद को सीबीआई का अधिकारी बता रहा व्यक्ति वीडियो काल पर था और उसने धमकी दी कि वह काल न काटे और किसी को न बताए, नहीं तो उसे सात साल की कैद सकती है। आरोपित ने पीड़ित के साथ उसके माता -पिता और पत्नी को गिरफ्तार करने की धमकी भी दी। इससे पीड़ित डर गया। आरोपित ने कहा कि पीड़ित के बैंक खातों में मौजूद सभी रुपयों की जांच की जाएगी। इसके लिए यह रकम उनके (आरोपित) बैंक खातों में ट्रांसफर करनी होगी। जांच के बाद यह रुपये वापस कर दिए जाएंगे। पीड़ित आरोपित के झांसे में आ गया। पीड़ित ने अपने बैंक खातों में मौजूद 88 लाख रुपयों को आरटीजीएस के जरिए आरोपित द्वारा बताए गए खातों में ट्रांसफर कर दिया। इसके बाद आरोपित ने पीड़ित को फिर से अगले 72 घंटों के लिए वीडियो काल पर रखा। आरोपित ने पीड़ित से जमानत के लिए फ़ाइल तैयार होने की बात कहकर 15 लाख रुपये और मांगे। इसके बाद पीड़ित ने फोन काटकर अपने रिश्तेदारों से बात की और उसे पता चला कि यह एक साइबर गिरफ्तारी घोटाला है। शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज जाँच शुरू की गई।उनका कहना है कि जांच अधिकारी P/SI संदीप कुमार ने ठगी में खातों के प्रयोग और साइबर तकनीक के आधार पर गत 28 अक्टूबर को मध्य प्रदेश के ग्वालियर के रहने वाले सचिन उपाध्याय और इंदौर के रहने वाले यश दुबे को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। दोनों ठगों को गिरफ्तार कर गहन पूछताछ के लिए छह दिन की रिमांड पर लिया गया। आरोपियों से 13 फोन, पांच एटीएम कार्ड, आठ चेक बुक बरामद किए गए। बाद रिमांड आरोपियों को बंद कारागार कराया गया। मामले में विवेचना जारी है इस नेटवर्क से जुड़े किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।
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