अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम:जिले में बीते कुछ वर्षों के अंदर पंजीकृत डीजल ऑटो रिक्शा में से लगभग 560 ऑटो रिक्शा के लिए एनसीआर से बाहर का एनओसी दिया जा चुका है। इसके अलावा लगभग 250 ऑटो को मालिक द्वारा स्क्रैप कर दिया गया है। जिले में सीएक्यूएम के निर्देशों के अनुसार आगामी 31 दिसंबर तक जिला गुरुग्राम , फरीदाबाद, गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद से डीजल ऑटो रिक्शा का संचालन पूरी तरह से बंद करने के निर्देश हैं। इस मामले में डीजल ऑटो रिक्शा मालिकों के लिए दो विकल्प हैं। इसमें पहला विकल्प है कि डीजल ऑटो रिक्शा चालक एनओसी लेकर अपने डीजल ऑटो रिक्शा को एनसीआर से बाहर बेच सकते हैं। दूसरे विकल्प के तौर पर वह अपने ऑटो रिक्शा को पॉलिसी के अनुसार स्क्रैप कर सकते हैं।
सीएक्यूएम के निर्देशों की पालना के तहत पर्यावरण संरक्षण की दिशा में निरंतर कार्यरत जिला प्रशासन ने जिला से डीजल ऑटो को हटाने की कवायद तेज कर दी है। डीसी अजय कुमार इस संदर्भ में संबंधित अधिकारियों संग बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दे चुके हैं। दरअसल वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) द्वारा 30 नवंबर 2022 को दिए गए आदेशों के तहत समूचे एनसीआर क्षेत्र में सड़कों से डीजल ऑटो हटाने के लिए अलग अलग समय सीमा निर्धारित की है। जिसमें गुरूग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद व गौतमबुद्ध नगर जिले के लिए 31 दिसंबर 2024 की समय सीमा तय की गई थी। वहीं साथ लगते अन्य जिलों के लिए 31 दिसंबर 2025 तक का समय निर्धारण किया गया है।
जिला उपायुक्त(डीसी) ने उक्त आदेशों के संबंध में सभी उपमंडल अधिकारी, क्षेत्रीय यातायात प्राधिकरण के सचिव व पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सीएक्यूएम के आदेशों की पालना के तहत इस माह के अंत तक एक व्यापक अभियान चलाकर डीजल ऑटो पर कार्रवाई कर निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए शत प्रतिशत प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम प्रदेश की आइकन सिटी है और इसे अंतरर्राष्ट्रीय शहरों के समकक्ष बनाने के लिए यहां पर वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के उपाय किए जा रहे हैं। इन उपायों के अंतर्गत डीजल ऑटो को सड़कों से हटाना जरूरी है।
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