फरीदाबाद : बहुचर्चित पलवली हत्याकांड में खेड़ी पुल थाना पुलिस ने एफएसएल व सीएफएसएल से आई रिपोर्टों को शुक्रवार नौ फ़रवरी को अदालत में पेश कर दिया हैं। इस हत्याकांड में आरोपी पक्ष के 28 लोग इस वक़्त नीमका जेल में बंद हैं इनमें से जो लोग निर्दोष हैं,वह लोग जेल में बंद हैं जो लोग घटना वाले दिन घटना स्थल पर मौजूद ही नहीं थे,संभवता उन्हें अदालत से जल्द जमानत मिल सकती हैं। इस प्रकरण में डीसीपी सेंट्रल भूपेंद्र सिंह सांगवान का कहना हैं कि वह खेड़ीपुल थाना के एसएचओ को एफएसएल व सीएफएसएल से आई रिपोर्टो को अदालत में पेश करने हेतु पहले ही बोल दिया था और उसने कोर्ट में जमा करा दिया हैं, खबर हैं कि इन रिपोर्टों के साथ घटना वाले दिन के सीसीटीवी फुटेज हैं जोकि आरोपी पक्ष के लोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं, इन फुटेज में आरोपी पक्ष ने काफी निर्दोष लोगों को फसाए जाना का दावा किया था उस रहस्य पर से पर्दा अदालत में जल्द ही उठ जाएगा हैं।
फरीदाबाद : पलवली हत्याकांड : खेड़ीपुल थाना पुलिस ने एफएसएल व सीएफएसएल से आई रिपोर्टों को अदालत में किया पेश,निर्दोषों को जमानत मिल सकती हैं।
अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
आपको बतादें कि बीते 17 सितम्बर 2017 की रात को गांव पलवली में तत्कालीन सरपंच के पति व पूर्व सरपंच बिल्लू पर, पड़ोस के लोगों ने उस वक़्त कातिलाना हमला कर दिया था जब उसके बच्चों के साथ हुई बतमीजी की शिकायत करने हेतु पीड़ित पक्ष के घर पर गया था के दौरान लौटते वक़्त वहां के लोगों ने पूर्व सरपंच बिल्लू के ऊपर पीछे की तरफ से तेजधार हथियार से ताबड़ तोड़ कातिलाना हमला कर दिया जिससे वह लहूलुहान होकर निचे सड़क पर गिर गया। इस घटना की सूचना परिजनों को मिली की बिल्लू की हत्या कर दी गई हैं, के बाद उनके परिजनों में से एक शख्स लीलू व अन्य कई लोग एक -एक करके घटना स्थल पर पहुंच गए । बतातें हैं कि इनमें से एक शख्स लीलू ने अपने लाइसेंसी बंदूक से एक -एक करके छह लोगों को गोली मार दी जिसमें से पांच लोगों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई और एक शख्स गंभीर रूप से घायल गया। इसके बाद गांव पलवली में तनाव का मौहोल उतपन्न हो गया जिसमें पीड़ित पक्ष ने आरोपी पक्ष के परिवार के 28 लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करवा दिया व इन में कई महिला व बच्चे भी शामिल हैं। इसके बाद पुलिस ने 28 लोगों को पीड़ित पक्ष के दवाव में एक -एक करके गिरफ्तार कर लिया, आरोपी पक्ष के परिजन बतातें हैं कि इस हत्याकांड में एक – दो लोगों ने अपने बचाव में गोलियां चलाई थी यदि वह लोग उन पांच -छह लोगों पर गोलियां नहीं चलाते तो वह लोग उनके परिवार के सभी सदस्यों को जान से मार देते। फ़िलहाल यह मामला अदालत में विचाराधीन हैं।