अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : फरीदाबाद के गांव मच्छगर से करीब 90 साल के बुजुर्ग के कब्जे से पुलिस ने काले हिरण की खाल बरामद की है। पुलिस मुताबिक़ यह काले हिरण की खाल इस बुजुर्ग को नवाब पटौदी मंसूर अली खान ने हिरन का शिकार कर दी थी।पुलिस ने आरोपी डॉक्टर के कब्जे से खाल बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है।
पुलिस गिरफ्त में बैठा दिखाई दे रहा यह 90 साल का बादाम सिंह है जो मच्छगर गांव में डॉक्टरी की प्रैक्टिस करता था। पुलिस ने इस बुजुर्ग डॉक्टर को अपने कब्जे में काले हिरण की खाल रखने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आज सुबह वन्य विभाग के इंस्पेक्टर चरण सिंह ने पुलिस को सूचना दी कि मच्छर गांव में बादाम सिंह नाम का बुजुर्ग व्यक्ति ने अपने घर में काले हिरण की खाल रखी हुई है। वन्य विभाग की शिकायत पर पुलिस ने मच्छगर घर में जब बादाम सिंह के घरपर छापा मारा तो वहां से पुलिस ने बहुत पुरानी काले हिरण की खाल बरामद की। खाल के साथ पुलिस ने आरोपी बुजुर्ग बादाम सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की मानें तो पूछताछ में यह मालूम चला है कि बादाम सिंह को यह काले हिरण की खाल नवाब पटौदी मंसूर अली खान ने काले हिरन का शिकार कर गिफ्ट में दी थी। पुलिस की माने तो बदाम सिंह उस समय वहां पर पशु पालन विभाग में डॉक्टर था और नवाब पटौदी ने शिकार करने के बाद यह खाल उसे गिफ्ट में दी थी।
पुलिस ने आरोपी बदाम सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है। राजवीर गंडास, इंचार्ज आईएमटी पुलिस चौकी-इसका कहना है कि यह खाल उसे नवाब पटौदी ने दी है, वहीं आरोपी बादाम सिंह की मानें तो उन्हें यह याद नहीं है कि उन्हें यह खाल कब दी गई थी। बेशक नवाब पटौदी अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन अब सवाल यह है कि क्या इसी तरह नवाब पटौदी ने और लोगो को भी खुद से शिकारकिये विलुप्तप्राय जीवों की खालें भेंट की थी?? अगर हरियाणा पुलिस उन से पूछताछ करती तो शायद कुछ और मामले सामने आ सकते थे और उन पर मुकदमा भी चलाया जा सकता था।