विनीत पंसारी की रिपोर्ट
महेंद्रगढ़: आज समस्त विश्व भारत की योग संस्कृति को आशा भरी दृष्टि से देख रहा है। व्यक्ति में मानवता की भावना को प्रबल करने ,समग्र स्वास्थ्य व सामंजस्य की जो संभावनाएं योगविद्या में दिखाई देते है वे अन्य कहीं नहीं। आज की तनाव भरी जीवनशैली में योग का महत्व सर्वोपरि बन गया है।
उक्त विचार पतंजलि योग समिति महेंद्रगढ़ के जिला प्रभारी निलेश मुदगल ने जिले की एएनएम कार्यकर्ता माताओं- बहनों को सम्बोधित करते हुए कहे। आयुष विभाग नारनौल के तत्वाधान में बाबा खेतानाथ राजकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय, पटिकरा, नारनौल में जारी योग एवं स्वास्थ्य प्रशिक्षण शिविर में बुधवार को सामान्य योग एवं मधुमेह में लाभकारी योगाभ्यास पर चर्चा की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ निलेश मुदगल ने ऋषि धन्वन्तरि के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन करके की। निलेश ने आगे कहा कि मधुमेह का एक बड़ा कारण तनाव है। आज मानव वाह्य दु:ख के बजाय मानसिक शोक-पीड़ा -काम, क्रोध, लोभ, मोह से अधिक दु:खी रहता है।
आज चिन्तन की शैली उलटी है। व्यक्ति अन्य के दोष तो देखता है परन्तु स्वयं के नहीं। मनुष्य यदि अपने जीवन को दिव्य,श्रेष्ठ, आदर्श महान् बनाना चाहता है तो नित्य सोने से पूर्व आत्मनिरीक्षण करे, अपने अन्त:करण में झांके कि दिन भर मैंने क्या-क्या त्रुटियां-दोष-भूलें की हैं। विचारें क्या किया जो नहीं करना चाहिए था? त्रुटियों को पकड़ें, प्रायश्चित करें, स्वयं दण्ड लें और भविष्य में न करने का प्रयत्न करें। आत्मचिंतन से साधक और अधिक उन्नत होगा। जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ अजित सिंह ने कि योग मानव की अधिकाधिक समस्याओं का समाधान है। आशा कार्यकर्ताओं को योग की सामान्य जानकारी प्रदान करने के लिए सरकार के आयुष विभाग ने यह लाभकारी शिविर का आयोजन किया है। इस अवसर पर आयुष विभाग से डॉ अशोक भाटी, डॉ भूपेंद्र, डॉ अनिल, डॉ संदीप भारद्वाज, राकेश आदि सहित समस्त स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।
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