अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : सेक्टर -31 थाना पुलिस ने एसआरएस ग्रुप के चैयरमेन अनिल जिंदल सहित आठ लोगों के खिलाफ एक साथ 20 मुकदमें दर्ज किए हैं,इन सभी मुकदमों में भारतीय दंड सहिंता की धारा 420,406,120 बी व 3 हरियाणा प्रोटेक्शन ऑफ़ डिपोजिटर इन एफ ई एक्ट -2013 को दर्शाया गया हैं, संभवता इस मामले लिप्त आरोपियों की जल्द ही गिरफ्तार हो सकती हैं और पुलिस छापेमारी कर रहीं हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अभिताभ सिंह ढिल्लो के आदेश पर सेक्टर -31 थाने में अलग -अलग शिकायतकर्ताओं की शिकायत पर एसआरएस ग्रुप के चेयरमेन अनिल जिंदल, प्रतीक जिंदल,विनोद गर्ग, विशन बंसल, नानक चंद तायल, पी.के कपूर, जे. के. गर्ग, देवेंद्र अधाना, अन्य निदेशक व स्टाफ के खिलाफ मुकदमा नंबर – 111,112. 113,114.115, 116,117, 118,119,120, 121,122, 123, 124,125,126,127,128,129,130 दर्ज किया हैं और इसमें भारतीय दंड सहिंता की धारा 420 ,406, 120 बी व 3 हरियाणा प्रोटेक्शन ऑफ़ डिपोजिटर इन एफ ई एक्ट -2013 को दर्शाया गया हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस केस में जो शिकायतकर्ता हैं वह हैं बल्लभढ़ व फरीदाबाद का। खबर हैं कि शिकायतकर्ताओं का एक ग्रुप हैं जिसमें 126 लोगों के लिस्ट में नाम हैं, इनके तक़रीबन 40 करोड़ रूपए आरोपियों पर बकाया हैं।
इनमें से काफी शिकायतों पर पुलिस काफी तेजी के साथ जांच कर रहीं हैं और शिकायतें पुलिस के पास जानी हैं तथा खबर हैं कि जिन जिन लोगों की शिकायतों की जांच पूरी हो गई हैं उन पर सेक्टर -31 थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया हैं और इसके आगे की कार्रवाई तेजी से शुरू कर दी गई हैं। संभवता हैं कि इन आरोपियों की जल्द ही गिरफ्तारी हो सकती। मिली खबर के मुताबिक नवम्बर – 2015 में एसआरएस ग्रुप के चेयरमैन अनिल जिंदल व शहर भर में फैलाए एजेंटों ने लोगों से लिए करोड़ों रुपए का ब्याज व मूल रकम अचानक देने बंद कर दिए थे। जब यह लोग एसआरएस ग्रुप के चेयरमेन अनिल जिंदल व विनोद गर्ग से मिलकर पैसे नहीं देने की वजह जानना चाहा तो उल्टा उनके बाउंसरों ने शिकायतकर्ताओं की पिटाई कर दी थी और मिलने से मना कर दिया।
इसके बाद लेनदारों ने एक जुट होकर विनोद गर्ग के निवास पर धरना प्रदर्शन किया तो वहां पर पूरी सुरक्षा के बीच अनिल जिंदल आया और प्रदर्शन कर रहे लोगों से बातचीत की। इसके बाद जिन -जिन लोगों के पैसे थे उनको एक – एक साल आगे का चेक बना कर दिया पर वह सभी चेक बाउंस हो गए। वहीँ लोग फिर से 15 व 18 जनवरी को पुलिस कमिश्नर अभिताभ सिंह ढिल्लो से मिलकर शिकायतें दी थी और पुलिस कमिश्नर अभिताभ सिंह ढिल्लो ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए ईओडब्लू विभाग को जांच सौपी थी जोकि जांच पूरी खत्म होने के बाद सभी आरोपियों के खिलाफ एक साथ 20 मुकदमें सेक्टर -31 थाने में दर्ज कर दी ।