अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: थाना साइबर, पश्चिम , गुरुग्राम ने आज छापेमारी की कार्रवाई करते हुए ऑनलाइन हर्बल सेक्सुअल दवाइयां बेचने के नाम पर ठगी करने वाले कुल 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपितों में पांच लड़कियां और 9 लड़के शामिल है। पुलिस ने छापेमारी के दौरान वारदात में इस्तेमाल किए गए 3 मोबाइल फोन , 65 सिम कार्ड, 1 सीपीयू व दवाइयां भी बरामद की है। ये लोग पिछले 7 -8 महीनों से विज्ञापन के माध्यम से आमजनों को अपने जाल में फंसाते, और उन ठगी करते थे।
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि थाना साइबर पश्चिम, गुरुग्राम के इंचार्ज नवीन कुमार की टीम ने विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त सूचना के आधार पर आज *उद्योग विहार फेज-5, गुरुग्राम* से अवैध/फर्जी तरीके कॉल सेंटर चलाकर ऑनलाईन हर्बल सेक्सुअल दवाईयां बेचने के नाम पर आमजनों से धोखाधड़ी करते हुए ठगी करने वाले कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। टीम द्वारा कॉल सेंटर से 5 लड़कियों सहित कुल 14 आरोपितों को काबू* किया, जिनके नाम अभय शुक्ला निवासी केशव नगर जिला भरतपुर (राजस्थान), वैभव शुक्ला निवासी केशव नगर जिला भरतपुर (राजस्थान), उज्जवल कुमार सिंह निवासी कालीबारी राजगीर (बिहार), 4. बलराम अंबेडकर कॉलोनी बिजवासन, दिल्ली, विकास पट्टीहारी जिला शाहजहांपुर (उत्तर-प्रदेश) राहुल निवासी गांव ग्रहण जिला मुंगेर (बिहार), वसीम अकरम निवासी गांव मकरमपुर जिला दरभंगा (बिहार),प्रियांशु निवासी बनियापारा महरौली , दिल्ली, विशाल निवासी कापसहेड़ा, दिल्ली,रचना श्रीवास्तव निवासी पटेल नगर, गुरुग्राम, मोनिका निवासी नवीन कुंज गाजियाबाद (उत्तर-प्रदेश), शिखा ठाकुर निवासी सरोतर जिला मोतीहारी (बिहार), बबली भोज निवासी गांव छुटिया जिला भागेश्वर (उत्तराखंड) व शशि निवासी खिजराबाद फ्रेंड्स कॉलोनी, दिल्ली* हैं। उनका कहना है कि टीम द्वारा आरोपितों के खिलाफ आगामी कार्रवाई करते हुए थाना साईबर अपराध पश्चिम, गुरुग्राम में धारा 66D, 420, 120-B IPC के तहत मुकदमा अंकित करके आरोपितों को गिरफ्तार किया गया।आरोपितों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि ये आरोपित अभय शुक्ला के कहने पर हर्बल सेक्सुअल दवाइयां ऑनलाईन बेचने के नाम पर गूगल पर इस्तेहार/ऐड डालते थे। जब लोग इनके द्वारा डाले गए इस्तेहार/ऐड में दिए हुए नंबरों पर संपर्क करते थे तो ये उन लोगों से ऑर्डर लेकर पैसे अलग-अलग बैंक खातों में डलवा लेते थे तथा लोगों के पास नकली सामान भेजते थे। इसके अलावा ये उन लोगों से अलग-अलग चार्ज के नाम पर क्यूआर कोड/यूपीआइ आईडी के माध्यम से पैसे डलवाकर धोखाधड़ी से ठगी करने की वारदातों को अंजाम देते थे। उनका कहना है कि पुलिस पूछताछ में यह भी ज्ञात हुआ कि आरोपित पिछले करीब 7-8 महीनों से उपरोक्त प्रकार से ठगी करने की वारदातों को अंजाम दे रहे थे। ठगी की वारदातों को अंजाम देने के लिए आरोपितों को 18-20 हजार रुपए की सैलरी तथा ठगी गई राशि का 2% हिस्सा मिलता था। उपरोक्त *आरोपितों द्वारा ठगी में प्रयोग किए जा रहे 3 मोबाइल फोन, 65 सिम कार्ड्स, 1 CPU व दवाइयां भी इनके कब्जा से बरामद* किए गए है। पुलिस टीम द्वारा मुकदमा में आगामी कार्यवाही की जा रही है। मुकदमा अनुसन्धानाधीन है।
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