अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम:जीएलएस होम्स सोसायटी,सोहना के एक फ्लैट में थाना साइबर अपराध पश्चिम, गुरुग्राम की टीम ने आज छापेमारी की कार्रवाई करते हुए ऑनलाइन ऍप के माध्यम से गेम -सट्टा खिलाने वाले एक कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया है। पुलिस टीम ने छापेमारी के दौरान मौके से 9 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिस इन सभी के कब्जे से 3 लैपटॉप, 38 मोबाइल फोन,25 बैंक खाता किट और 22 एटीएम कार्ड बरामद किए है। इस संबंध में पुलिस की जांच जारी है। पुलिस प्रवक्ता ने आज जानकारी देते हुए बताया कि आज बुधवार को थाना साइबर अपराध पश्चिम, गुरुग्राम की टीम को एक सूचना जीएलएस होम्स सोसायटी ,सोहना में कुछ व्यक्तियों द्वारा कॉल सेंटर चलाकर ऑन लाईन गेमिंग एप के माध्यम से गेम व सट्टा खिलाकर बैंकों में रुपए ट्रांसफर करवाकर धोखाधड़ी किए जाने के सम्बन्ध में प्राप्त हुई। प्राप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए सहायक पुलिस आयुक्त साईबर अपराध, प्रयांशु दीवान के निर्देशन व थाना साईबर अपराध पश्चिम, गुरुग्राम के प्रबंधक नवीन नेतृत्व में उप-निरीक्षक सचिन, उप-निरीक्षक कुलदीप पुलिस टीम के साथ जीएलएस होम सोसायटी, सोहना पहुंची, जहां पर 9 व्यक्ति लैपटॉप व मोबाईल फोन का प्रयोग करके ऑनलाईन गेमिंग ऐप के माध्यम से ऑनलाईन गेम खिलाते हुए मिलें, जिनकी पहचान अजय कुमारनिवासी जीवन नगर ,जिला सोनीपत ,हरियाणा, तोषण कुमार निवासी गाँव घाटी बिलन, जिला कांगडा, (हिमाचल-प्रदेश), मोहित गेरा निवासी मकान बत्रा वाली गली जिला फतेहाबाद वर्तमान निवासी भठा कालोनी ,जिला फतेहाबाद,राकेश निवासी नहर कॉलोनी, जिला फतेहाबाद, अनमोल गिलहोत्रा निवासी लाजपत नगर ,जिला फतेहाबाद, मनीष निवासी जीवन नगर ,जिला सोनीपत, बबलू निवासी गाँव कन्हैया खेड़ा, जिला उन्नाव (उत्तर-प्रदेश), संयम मेहता निवासी सैक्टर-3 जिला फतेहाबाद,सागर निवासी ठंडी सड़क डाक बंगला जिला हिसार के रूप में हुई। उनका कहना है कि उपरोक्त आरोपी ऑनलाइन जुआ/सट्टा खेलते/खिलाते हुए पाए जाने पर इनके विरुद्ध थाना साइबर अपराध पश्चिम, गुरुग्राम में धारा 318(4) BNS, गैंबलिंग एक्ट व आईटी एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि उपरोक्त आरोपी सागर कॉल सेंटर का काम संभालता है तथा बाकी आरोपितों को नौकरी पर रखा हुआ है। आरोपित लोगों को आईडी बनाकर दे देते थे और ये लोगों से रुपए डलवा कर ऑनलाईन ऐप के माध्यम से ऑनलाइन गेम/सट्टा खिलाते। ऑन लाइन गेमिंग के माध्यम से धोखाधड़ी करने के लिए प्रयोग किए जाने वाले बैंक अकाउंट कॉल सेंटर का संचालक सागर उपलब्ध करवाता था। आरोपित यह कॉल सेंटर पिछले करीब 2 महीने से चला रहे थे। आरोपितों को यह काम करने के बदले लगभग 20 हजार रुपए सैलरी तथा 5% कमीशन मिलता था।
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