अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरूग्राम: प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना का लाभ पात्र महिलाओं तक पहुंचाने के उद्देश्य से महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा डोर टू डोर अभियान चलाया जा रहा है। विभाग द्वारा यह अभियान 8 दिसंबर तक चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत आज सिविल लाइन्स स्थित बाल उद्यान में महिलाओं के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनैना ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा सभी गर्भवती महिला एवं स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को 5000 रूप्ये तक का मातृत्व लाभ दिया जाता है।
महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से इस योजना की शुरूआत की गई है। उन्होंने बताया कि इस योजना का लाभ किसी भी सरकारी विभाग में कार्यरत महिला को नही दिया जाएगा। श्रीमति सुनैना ने बताया कि इस योजना का लाभ उठाने के लिए महिला अपने नजदीकी आंगनवाड़ी केन्द्र व सर्कल सुपरवाइजर से संपर्क कर आवेदन कर सकती है ताकि जल्द ही उनके खातों में सहायता राशि डाली जा सके। इस योजना के तहत सहायता राशि का भुगतान किश्तों मे किया जाता है। तीन महीने की गर्भावस्था के बाद पहली किश्त एक हजार रूप्ये की दी जाती है।
दूसरी किश्त लाभार्थी को छह महीने की गर्भावस्था के बाद 2 हजार रूपए की दी जाती है, जबकि अंतिम किश्त बच्चे के जन्म के पंजीकरण के बाद व बच्चे के बीसीजी , ओपीवी, डीपीटी व हैपेटाइटिस-बी टीके की रिपोर्ट के आधार पर तीन हजार रूपए की दी जाती है। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम संयोजक (श्रीमति सुप्रिया श्रीवास्तव), जिला गुरूग्राम के अंतर्गत सभी महिला एंव बाल विकास परियोजना अधिकारी, सुपरवाईजर, आंगवाडी वर्कर/हैल्पर व महिलाओं द्वारा इस कार्यक्रम में भाग लिया गया।