अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
केंद्रीय गृह मंत्रालय, भारत सरकार व पीएस साइबर क्राइम पूर्व, गुरुग्राम की संयुक्त टीम ने छापेमारी की कार्रवाई करते हुए आज एयरटेल कंपनी के सीनियर मैनेजर सहित दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपितों के नाम हेमंत सीनियर मैनेजर के पद पर कार्यरत था,और नीरज साइट वेरिफिकेशन के पद पर कार्यरत था। पुलिस ने ठगी की वारदात में शामिल में इस्तेमाल की गई 2 मोबाइल फोन बरामद किए है। जारी नंबरों से दोनों आरोपित लगभग 8 से 10 लाख रुपए प्रतिमाह कमाते थे। दोनों आरोपित इस वक़्त पुलिस रिमांड पर है।
पुलिस प्रवक्ता ने आज जानकारी देते हुए बताया कि एसीपी साइबर क्राइम प्रियांशु दीवान के निर्देशानुसार कार्य करते हुए थाना साइबर पूर्व, के प्रबंधक की टीम और इंडियन साइबर को-ऑर्डिनेशन सेंटर (I4C),एमएचए (MHA),भारत सरकार की संयुक्त टीम ने तकनीकी विश्लेषण के आधार पर कार्रवाई करते हुए दिनांक 09.01.2025, वीरवार को पार्ट टाइम जॉब/ इन्वेस्टमेंट के नाम पर वाट्सअप/टेलीग्राम के माध्यम से लोगों के साथ ठगी करने वाले इंडोनेशियन व चाइनीज ठगों को वर्चुअल नंबर उपलब्ध कराने वाले एयरटेल कंपनी के 2 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपितों के नाम नीरज वालिया निवासी टटीरी जिला बागपत, (उत्तर-प्रदेश) व हेमंत शर्मा है। आरोपितों को थाना साइबर अपराध पूर्व, गुरुग्राम में धारा 318(4), 319, 61(2) BNS के तहत दर्ज मुकदमा में गिरफ्तार किया गया।
उनका कहना है कि एक शिकायतकर्ता द्वारा थाना साइबर अपराध पूर्व,में एक शिकायत के माध्यम से बताया गया कि उसके पास गुरुग्राम के लैंडलाइन नंबर से कॉल प्राप्त हुई जिसमें उसे पार्ट टाइम जॉब का ऑफर दिया गया। जिसमें शिकायतकर्ता/पीड़ित को अलग अलग होटल के रिव्यू डालने थे। जिस टास्क को पूरा करते ही पीड़िता के बैंक खाता में 200 रुपए ट्रांसफर कर दिए गए। उसके बाद आरोपितों के द्वारा पीड़िता को टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ दिया गया। उसके बाद उसे टास्क देते हुए 2-3 बार छोटे छोटे अमाउंट खाता में ट्रांसफर किए गए। फिर उससे इन टास्क के लिए इन्वेस्टमेंट करने के नाम पर अलग अलग करके पैसे ट्रांसफर कराए गए। उसके बाद इन पैसों को निकालने के लिए और ज्यादा पैसों की मांग की गई।उनका कहना है कि आरोपितों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि आरोपित नीरज एयरटेल कंपनी में साइट वेरिफिकेशन का काम करता है तथा हेमंत सीनियर मैनेजर के पद पर काम करता है। आरोपितों ने वारदात में प्रयोग किए गए लैंडलाइन नंबर/DID नंबर Ekamdarsh Services Pvt Ltd कंपनी के नाम जारी किए थे। आरोपितों ने उपरोक्त कंपनी बताई गई, साइट पर नहीं होने के बावजूद TRAI के नियमों की अवहेलना करके उपरोक्त कंपनी के नाम लैंडलाइन नंबर जारी कर दिया गया। उपरोक्त नंबर का प्रयोग करके आरोपितों के अन्य साथियों द्वारा लोगों के साथ टास्क बेस्ड इन्वेस्टमेंट के नाम पर ठगी की गई। आरोपितों से पूछताछ के दौरान ज्ञात हुआ कि आरोपितों द्वारा फर्जी पता पर रजिस्टर्ड कंपनी Ekamdarsh Services Pvt Ltd कंपनी के ऑपरेशनल मैनेजर के साथ मिलीभगत करके उपरोक्त लैंडलाइन नंबर/DID नंबर के अलावा और भी काफी नंबर एक इंडोनेशियन व्यक्ति को उपलब्ध कराए थे। तथा उनको SIP Over AWS Number/DID No., CO CP Numbers, Cloud Based Services के connection उपलब्ध कराए थे। आरोपितों द्वारा आपस में बनाए गए एक व्हाट्सएप ग्रुप में और भी काफी कंपनियों के लिए SIP Over AWS Number/DID No., CO CP Numbers, Cloud Based Services के connection जारी कराने के संबंध में साक्ष्य मिले हैं जिस संबंध में अनुसंधान जारी है। गहनता से पूछताछ के लिए आरोपितों को पुलिस रिमांड पर लिया गया है। आरोपितों के कब्जा से ठगी की वारदातों को अंजाम देने में प्रयोग किए गए 2 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। मुकदमा अनुसंधान अधीन है।यहां पर यह भी उल्लेखनीय है कि बढ़ते साईबर अपराधों को देखते हुए गुरुग्राम पुलिस त्वरित कार्यवाही करते हुए साइबर अपराधियों पर कार्यवाही करती है। गुरुग्राम पुलिस बढ़ते साईबर अपराध को रोकने मे तथा आपराधियों को पकड़ने मे पूर्ण निष्ठा से कार्यरत है।
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